हिमाचल की वादियों में गूंजे बगावती सुर, CM वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस हाईकमान पर बोला हमला

By: Dilip Kumar
9/12/2017 1:52:21 AM
नई दिल्ली

कांग्रेस पार्टी के सितारे आजकल गर्दिश में चल रहे हैं। एक तरफ जहाँ केंद्रीय नेतृत्व असरविहीन होता जा रहा है वहीं राज्य इकाइयों में लगातार फूट पड़ती नजर आ रही है। गुजरात कांग्रेस में पड़ी फूट राष्ट्रपति चुनावों के वक्त सतह पर आ गई, वहीं आजकल बिहार कांग्रेस में बगावत के आसार नजर आ रहे हैं। इस कड़ी में अब अगला नाम हिमाचल प्रदेश का जुड़ गया है। वीरभूमि के नाम से प्रसिद्द हिमाचल प्रदेश में फिलहाल कांग्रेस की ही सरकार है।

कुछ महीनों बाद ही हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और उसके ठीक पहले पार्टी दो धड़ों में बँटती नजर आ रही है। प्रदेश सरकार और कांग्रेस संगठन की आतंरिक लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज कांग्रेस आलाकमान पर खुलकर हमला बोला।

पार्टी आलाकमान से अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी पूर्ववर्ती नीतियों से “अलग दिशा में” आगे बढ़ रही है। उन्होंने पार्टी को चेताया कि मनमाफिक तरीके से चयन करने का यह तरीका पार्टी का खात्मा कर देगा। कुल्लू जिले के निरमंड में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व को सोचने और कामकाज करने के तरीकों में बदलाव लाने की जरुरत है। कांग्रेस कारोबारियों की पार्टी नहीं है।

कांग्रेस का आधार देश की आजादी के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले लोगों से जुड़ा है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह से मतभेद हैं और इस बाबत उन्होंने कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गाँधी को चिट्ठी भी लिखी थी। उनके पीछे 27 विधायकों ने उनके समर्थन में कांग्रेस सुप्रीमो को चिट्ठी लिखी थी और वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही थी।

27 विधायकों ने वीरभद्र सिंह को माना था नेता

नाराजगी स्वरुप लिखी चिट्ठी में कांग्रेस के कद्दावर नेता और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने राज्य के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह के खिलाफ नाराजगी जताई थी। कांग्रेस के 27 विधायकों ने इसका समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव वो वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेंगे। इस मसले पर शिमला में कांग्रेसी विधायकों की बैठक भी हुई थी।

बैठक में यह तय किया गया था कि वीरभद्र सिंह जैसे कद और व्यक्तित्व वाला कोई भी नेता हिमाचल प्रदेश में नहीं है। ऐसे में उनके बिना विधानसभा चुनावों में जीत हासिल नहीं की जा सकती। विधायकों ने कहा था कि पार्टी आलाकमान को इस मसले को सुलझाना होगा और विधानसभा चुनावों में पार्टी की बागडोर वीरभद्र सिंह को सौंपनी होगी।

भावनात्मक थी वीरभद्र सिंह की चिट्ठी

24 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को लिखी चिट्ठी में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने लिखा था कि वह पंडित नेहरू के समय से ही कांग्रेस से जुड़े हैं। अपने 60 सालों के राजनीतिक जीवन में उन्होंने देश के सभी कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों के साथ कार्य किया है। आगे उन्होंने लिखा था कि पार्टी के आलाकमान द्वारा हिमाचल प्रदेश में नियुक्त किए गए प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह की गतिविधियों से वे बेहद हताश हैं।

उन्होंने लिखा था कि सुखविंदर सिंह हिमाचल प्रदेश में पार्टी संगठन को समाप्त करने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने हिमाचल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को पद से हटाए जाने की मांग की थी। साथ ही उन्होंने चुनाव ना लड़ने और पार्टी विधायकों को चुनाव ना लड़वाने की धमकी भी दी थी।

मिला था दिग्गजों का समर्थन

हिमाचल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का समर्थन किया था। पार्टी विधायकों की बैठक में उन्होंने वीरभद्र सिंह को अपना नेता माना था और खुले तौर पर कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव वे वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेंगे। 24 अगस्त को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को लिखी गई चिठ्ठी के बाद अगले ही दिन कांग्रेस विधायकों ने बैठक की थी। उसके उपरान्त 27 विधायकों ने अपने हस्ताक्षर वाली चिट्ठी वीरभद्र सिंह की चिट्ठी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को भेजी थी। वीरभद्र सिंह का समर्थन करने वालों में हिमाचल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी, विद्या स्टोक्स और जी एस बाली के नाम शामिल थे।

मेरी अध्यक्षता में लड़ेंगे विस चुनाव, शक है तो देवता से पूछ लो: वीरभद्र

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने फिर दोहराया है कि हिमाचल में विधानसभा चुनाव कांग्रेस उनकी अध्यक्षता में ही लड़ेगी और पार्टी मिशन रिपीट करेगी। उन्होंने कहा कि इस बात पर अगर किसी को शक है तो कामरू देवता बद्री नारायण से पूछ लेना। किन्नौर जिले में हिमाचल पावर कारपोरेशन की 195 मेगावाट काशंग परियोजना के लोकार्पण के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
उन्होंने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में सबको बोलने का अधिकार है।

प्रजातंत्र से बाहर काम करेंगे तो कानून अपना काम करेगा। सीएम ने भाजपा के ‘हिसाब मांगे हिमाचल अभियान’ पर तंज किया कि जनता सब जनती है। प्रदेश का विकास किस सरकार ने किया और किस सरकार के कार्यकाल के दौरान विकास ठप रहा, लोग भली भांति जानते हैं। इस मौके पर विस उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, कैबिनेट मंत्री सुजान सिंह पठानिया, पूर्व संसद प्रतिभा सिंह, जनजातीय सलाहकार समिति सदस्य प्रेम कुमार नेगी और प्रताप नेगी आदि मौजूद रहे।

एम्स के लिए आपस में लड़ रहे भाजपा नेता

मनाली के बाहंग में सोमवार को जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि विकास को लेकर वे आधी रात तक नहीं सो पाते। स्कूल खोलने पर तारीफ के बजाय भाजपा को क्यों दिक्कत है? विकास पूजा-पाठ से नहीं बल्कि सक्षम नेतृत्व के चलते हिमाचल आगे बढ़ा है। सीएम ने कहा कि एम्स के लिए जमीन का इंतकाल हो चुका है। अब भाजपा नेता बिलासपुर या कहीं और एम्स खोलने के लिए लड़ रहे हैं।

मनाली से रोहतांग तक ही क्यों सभी प्रतिबंध: वीरभद्र सिंह

सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि सभी तरह के प्रतिबंध मनाली से रोहतांग तक ही क्यों हैं? रोहतांग कोई ग्लेशियर नहीं है। रोहतांग से आगे भी देश-दुनिया है। रोहतांग के नाम पर भाजपा ने राजनीति की है और इसे हौव्वा बनाया है। कहा कि मनाली से रोहतांग तक ऐसी क्या समस्याएं हैं जो दूसरी जगहों में नहीं है। उन्होंने रोहतांग रोपवे में बाधा न डालने की सलाह दी। जनसभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने भाजपा के 60 प्लस दावे पर कहा कि भाजपा 68 व शून्य का दावा क्यूं नहीं करते हैं। यह सिर्फ प्रोपेगेंडा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से सारे हिमाचल में पेंट कर दिया है। कांग्रेस कभी भी बेहूदा दावा नहीं करती है।

कहा कि कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाएगी, क्योंकि कांग्रेस मतदाताओं के दिलों पर बैठी हुई है। कांग्रेस सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की सीडी बारे में सीएम वीरभद्र सिंह ने अनभिज्ञता जाहिर की। कहा कि सीडी बदमाशों का काम है। इस दौरान आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स, पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह, हरि चंद शर्मा, भुवनेश्वर गओड़, देवेंद्र नेगी, डीसी युनूस, एसपी शालिनी अग्रिहोत्री, सीएमओ डॉ. सुशील चंद्र, डीएसपी पुनीत रघु व अन्य मौजूद रहे।

अहसान का बदला वोट से चुकाएं

पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि हिमाचल के लोग अहसानमंद होते हैं और वह अहसान का बदला वोट देकर चुकाएंगे। उन्होंने मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि हिमाचल की सही स्थिति को जनता तक पहुंचाए। कहा कि इन दिनों समाचार पत्रों में पक्षपात दिख रहा है। जनसभा में उन्होंने जनता से कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी उनकी समस्याएं सुलझाने के लिए नहीं आएंगे।

समय आ गया है कि सब चिंतन करें कि किस तरह की सरकार चाहिए। आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स ने कहा कि भाजपा के लोग घटिया हैं और घटियां बातें करते हैं। कांग्रेस अनुभव व जीतने वालों का दल है। भाजपा केवल झूठ का सहारा लेकर राजनीति करती है। जबकि कांग्रेस ने हमेशा विकास की ही राजनीति की है।


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