100 करोड़ की प्रॉपर्टी छोड़कर पति-पत्नी बनेंगे संत, 23 को ग्रहण करेंगे दीक्षा

By: Dilip Kumar
9/15/2017 12:28:43 PM
नई दिल्ली

उच्च शिक्षा के बाद करोड़ों की संपत्ति का मोह छोड़ शहर के सुमित राठौर और पत्नी अनामिका दीक्षा ले रहे हैं। वे 23 सितंबर को गुजरात के सूरत में साधूमार्गी जैन आचार्य रामलालजी के सान्न‍िध्य में जैन भगवती दीक्षा ग्रहण करेंगे। नीमच सिटी के वरिष्ठ नाहरसिंह राठौर के परिवार के ये सदस्य 2 साल 10 माह की बेटी इभ्या को भी दीक्षा की खातिर छोड़ रहे हैं। दीक्षा के लिए अनामिका के परिजनों ने सहमति दे दी है, लेकिन सुमित के परिजन अब भी इस मसले पर मौन साधे हुए हैं।

नीमच सिटी के बड़े कारोबारी और वरिष्ठ नागरिक नाहरसिंह राठौर का परिवार इन दिनों समाज में चर्चाओं का केंद्र बिंदु बना हुआ है। राठौर के पुत्र राजेंद्रसिंह राठौर का छोटा बेटा सुमित राठौर (35) और पत्नी अनामिका (34) 23 सितंबर को जैन भगवती दीक्षा लेंगे। उन्होंने साधुमार्गी जैन आचार्य रामलालजी के सान्निाध्य में दीक्षा लेने का निर्णय लिया है। यह दीक्षा कई मायनों में सुर्खियों में इसलिए भी है कि एक बार पहले इनकी दीक्षा का कार्यक्रम निरस्त भी हो चुका है।

दूसरी ओर राठौर की करोड़ों की पैतृक संपत्ति, सुख-सुविधाओं और वैभव को त्याग बेहद कम आयु में दीक्षा का निर्णय लेकर सुमित और पत्नी अनामिका ने सभी को चौंका दिया है। पूर्व में परिजन उन्हें बेटी इभ्या का हवाला देकर दीक्षा नहीं लेने का आग्रह कर चुके हैं, लेकिन वे दोनों निर्णय पर अडिग हैं। सुमित के भाई अमितेष राठौर ने दीक्षा के निर्णय पर सहमति या दीक्षा में शामिल होने के संबंध में भी किसी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया है। परिवार के अन्य सदस्य भी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।

4 साल पूर्व शादी, बेटी के जन्म के बाद शील व्रत

नीमच सिटी के सुमित की शादी करीब 4 साल पूर्व कपासन निवासी चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) के पूर्व जिलाध्यक्ष और बड़े व्यापारी अशोक चंडालिया की बेटी अनामिका से हुई। उनकी बेटी इभ्या वर्तमान में 2 साल 10 माह की है। बेटी के जन्म के बाद से सुमित और पत्नी अनामिका शील व्रत (ब्रह्मचर्य) का पालन कर रहे हैं। शील व्रत की दो साल से ज्यादा की अवधि पूर्ण होने पर अब वे जैन भगवती दीक्षा ले रहे हैं। अनामिका के परिजन दीक्षा के लिए स्वीकृति दे चुके हैं। साथ ही इभ्या को भी अपने साथ कपासन ले आए हैं।

इनकी होगी जैन भगवती दीक्षा

पति : सुमित राठौर (35)

शिक्षा : लंदन से इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट में डिप्लोमा। दो साल तक लंदन में ही जॉब भी।

माता-पिता : राजेंद्रसिंह राठौर, सुमनदेवी राठौर

दादा : नाहरसिंह राठौर

भाई-बहन : अमितेष राठौर, साक्षी राठौर

पत्नी : अनामिका राठौर (34)

शिक्षा : मोदी इंजीनियरिंग कॉलेज लक्ष्मणगढ़ जिला सीकर (राजस्थान) से बीई। कक्षा 8वीं में गोल्ड मेडलिस्ट। 10वीं में प्रदेश में 18वीं और 12वीं में 25वीं रैंक रही। हिंदुस्तान जिंक में 23000 आवेदकों में इंटरव्यू के दौरान 17वीं रैंक मिली। 8-10 लाख स्र्पए सालाना के पैकेज पर जॉब की। सगाई के बाद त्यागपत्र दे दिया था।

माता-पिता : अशोक चंडालिया (चित्तौड़गढ़ भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व कपासन के बड़े व्यापारी), लाड़देवी
विरासत में यह वैभव

- छावनी के महाराजा अजमीढ चौराहा स्थित 1.26 लाख वर्ग फीट में फैला राठौर मांगलिक परिसर।

- नीमच-सिंगोली रोड पर मालखेड़ा के पूर्व सीमेंट के कट्टे तैयार करने की बड़ी फैक्टरी। करोड़ों के कारोबार वाली इस फैक्टरी में करीब 80 कर्मचारी काम करते हैं।

- नीमच सिटी मेन रोड पर विशाल और आलीशान पैतृक मकान।

- नीमच सिटी क्षेत्र के नजदीकी क्षेत्र में करीब 100 बीघा से ज्यादा कृषि भूमि।

एक बार पूर्व में टल चुकी है दीक्षा

सुमित और अनामिका की दीक्षा एक बार पूर्व में टल चुकी है। 22 अगस्त को पर्युषण पर्व के चौथे दिन दीक्षा का कार्यक्रम था, लेकिन परिजनों की सहमति के अभाव में पूर्व में दीक्षा कार्यक्रम तय करने के बाद टालना पड़ा था।
सोश्यल मीडिया पर बहस, समाज में प्रतिक्रियाओं का दौर

सुमित और अनामिका की दीक्षा पर इन दिनों सोश्यल मीडिया पर बहस चल रही है। समाज में भी प्रतिक्रियाओं का दौर चल रहा है। 2 साल 10 माह की बेटी का त्याग कर दीक्षा लेने पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं तो कुछ लोग धार्मिक मामला बताकर सधी हुई प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोग परिवार के मौन को विरोध बताकर भी दीक्षा के निर्णय को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।


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