रावण के मरते ही पूरा शहर जयश्रीराम के घोष से गूंजने लगा

By: Dilip Kumar
10/1/2017 12:03:30 PM
नई दिल्ली

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। रामलीला मैदान में रावण का विशाल पुतला जलाया गया। रावण के मरते ही रामलीला मैदान के साथ पूरा शहर जयश्रीराम के घोष से गूंजने लगा। आतिशी नजारों ने दूर-दूर से आए दर्शकों को मोहित कर दिया। रावण दहन की लीला देखने के लिए देहात से भी बड़ी संख्या में लोग आए। इस दौरान पुलिस प्रशासन के कड़े इंतजाम रहे। 1श्री सनातन धर्म रामलीला महोत्सव समिति के निर्देशन में चल रही रामलीला में शनिवार को जनसैलाब उमड़ा। रावण दहन की लीला देखने गांव व देहात से भी बड़ी संख्या में दर्शक आए हुए थे।

प्रभु श्रीराम और लंकापति रावण के बीच जमकर युद्ध हुआ। रावण ने अपने सभी अस्त्र-शस्त्रों का उपयोग किया, लेकिन राम के सामने सभी विफल रहे। वहीं राम के वाणों ने रावण को छलनी कर दिया, लेकिन वह मर नहीं रहा था। विभीषण ने जब इसका भेद बताया तो फिर श्रीराम ने अहंकारी दसानन की नाभि में जैसे ही अग्निवाण मारा, वैसे ही वह धरती पर गिर पड़ा। इसके साथ ही रामचरित मानस की चौपाई-‘डोली भूमि गिरत दसकंधर, सुबित सिंधु सर दिग्गज भू धर सजीव हो उठी। उसके बाद रावण के पुतले में आग लगाई गयी तो वह धू-धू कर जल उठा। फिर आतिशबाजी शुरू हुई तो आकाश में रंगीन नजारे छा गये।

आतिशबाजों ने जमकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। रंग-बिरंगी और धमाकेदार आतिशबाजी देर तक चलती रही। रामलीला मैदान न जाने वालों ने भी धमाकों से जान लिया कि अहंकारी रावण मारा गया। इससे पहले रामलीला मैदान में अहिरावण वध की लीला भी हुई। रावण दहन के बाद सीता की अग्नि परीक्षा और विभीषण के राज्याभिषेक की लीला हुईं। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष डॉ. दिलीप यादव और सचिव आरपी सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।

वहीं लेबर कॉलोनी की रामलीला में देर रात तक लीला का मंचन हो रहा था। मुख्य रामलीला में एडीएम उदय सिंह, एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। 1कई जगह हुआ दहन:दशहरा पर सिर्फ रामलीला मैदान में ही नहीं, बल्कि शहर में कई स्थानों पर रावण के पुतले दहन हुए। बच्चों ने जहां कॉलोनियों के पार्कों में दसानन का पुतला बनाकर दहन किया। वहीं युवाओं की टोलियों ने प्रमुख सड़कों पर रावण के पुतले जलाए।


comments