'आओ, नया विश्व बनाएं' का संकल्प ले वतन लौटे मोदी

By: Dilip Kumar
1/24/2018 2:46:41 PM
नई दिल्ली

दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में नया विश्व बनाने का संकल्प लेकर पीएम मोदी वापस वतन लौट चुके हैं। दुनिया भर से आए दिग्गज कंपनियों के प्रमुखों और विदेशी नेताओं के जमावड़े के बीच विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में उद्घाटन भाषण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें दुनिया के तीन सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार किया जाता है। तकरीबन 20 वर्षो बाद इस मंच से भारत का कोई प्रधानमंत्री वैश्विक समुदाय को संबोधित कर रहा था और मोदी ने इसका फायदा उठाते हुए भारत को एक बेहतरीन निवेश स्थल के तौर पर मार्केटिंग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने संरक्षणवाद को आतंकवाद की तरह खतरनाक बताया तो पड़ोसी देश पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। नए भारत (न्यू इंडिया) के बाद उन्होंने नए विश्व का नारा दिया। कहा-आइए हम मिलकर एक ऐसी दुनिया बनाएं, जहां सहयोग और समन्वय हो, विभाजन और दरारें न हों। इसकी राह में उन्होंने तीन चुनौतियां भी बताई। इनमें संरक्षणवाद और आतंकवाद के अलावा उन्होंने जलवायु परिवर्तन को रखा।
हिंदी में मोदी का 50 मिनट का बेहद ओजपूर्ण भाषण भारतीय दर्शन के साथ ही बुद्ध, गांधी व टैगोर के विचारों व उपनिषदों की उक्तियों से भरा हुआ था। दुनियाभर के दिग्गज वैश्वीकरण पर भारत का नजरिया जानने को इच्छुक थे, ऐसे में मोदी ने संरक्षणवाद को बढ़ावा देने वाली ताकतों को चेतावनी दे डाली। वैश्वीकरण की रंगत खोने की बात करते हुए मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि हाल के दिनों में संरक्षणवाद की राह पर चल रहे देशों की नीतियों का भारत समर्थन नहीं करता।

प्रधानमंत्री ने भारत में 'रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म' की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि इन बदलावों का नतीजा है कि भारत में निवेश करना, कारोबार करना, पर्यटन के लिए जाना इत्यादि पहले की तुलना में बहुत आसान हो चुका है। अधिकतर क्षेत्रों में स्वत: मंजूरी के मार्फत विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी गई है। तीन साल में सैकड़ों पुराने और बेकार कानूनों को हटाने का काम किया गया है। पारदर्शिता बढ़ाने के लिए जीएसटी जैसे कदम उठाए हैं।


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