जानें कहां से आया सबका प्यारा Teddy Bear

By: Dilip Kumar
2/10/2018 2:54:52 PM
नई दिल्ली

सर रॉबर्ट क्लार्क ब्रितानी सेना के जांबाज अफसर थे जो सन् 1924 में पैदा हुए। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के विशेष सैन्य दस्ते में शामिल हुए। क्लार्क युद्ध के दौरान पैराशूट के जरिए इटली में दुश्मन के इलाके में दाखिल हुए और पकड़े जाने पर युद्ध बंदी भी रहे। बाद में उन्हें न सिर्फ अपनी बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया बल्कि ब्रिटेन की सरकार जरूरत पर पड़ने पर उनसे राय मशविरा भी किया करती थी। लेकिन इस बहादुर सैन्य अफसर के व्यक्तित्व का एक और पक्ष है। दो साल की उम्र में किसी से उन्हें मिला टेडी बीयर जिंदगी भर क्लार्क के साथ रहा। क्लार्क इसे फाला कहते थे जो उस वक्त भी उनके साथ था जब वो पैराशूट से दुश्मन के इलाके में दाखिल हुए और उस वक्त भी जब वो युद्ध बंदी रहे। 1980 के दशक के आखिरी सालों में दुनिया को अलविदा कहने वाले सर क्लार्क टेडी बीयर इतने शौकीन थे कि उनके पास लगभग 300 टेडी थे।

टेडी बीयर के अस्तित्व में आने की कहानी बहुत दिलचस्प है। 1902 में अमेरिकी राष्ट्रपति थियोडोर ‘टेडी’ रुजवेल्ट मिसिसिपी राज्य के गवर्नर के न्यौते पर भालू का शिकार करने वहां पहुंचे। रूजवेल्ट के कुछ दोस्तों ने एक काले अमेरिकी भालू को घेर लिया और एक पेड़ से बांध दिया और उसका शिकार करने के लिए राष्ट्रपति को बुलाया। लेकिन रुजवेल्ट को उस पर गोली चलाना अच्छा नहीं लगा। बाद में इस पर एक कार्टून बना।

ये कार्टून मॉरिस मिकटॉम नाम के एक रूसी यहूदी ने देखा जो ब्रुकलिन में दिन में टॉफियां बेचते थे और रात में अपनी पत्नी के साथ मिल कर सॉफ्ट टॉय बनाते थे। कार्टून से प्रभावित होकर मिकटॉम ने एक कपड़े से भालू का बच्चे का खिलौना बनाया और अपनी दुकान पर रखा और नीचे लिखा टेडी बीयर। मिकटॉम ने एक ऐसा खिलौना बना कर राष्ट्रपति रूजवेल्ट को भी भेजा और उन्होंने तुरंत इसके लिए अपना नाम इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी। ये नई तरह का खिलौना इस कदर हाथों हाथ लिया गया कि मिकटॉम ने अपनी आइडियल नोवेल्टी एंड टॉय कंपनी की स्थापना कर दी। 


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