फिल्म देखने से पहले यहां जानिए कैसा है ये 'पैडमैन'

By: Dilip Kumar
2/10/2018 6:42:31 PM
नई दिल्ली

Padman फिल्म में अक्षय कुमार ने एक बार फिर कुछ वैसा ही करने की कोशिश की है जो उन्होंने अपनी पिछली फिल्म टॉयलेट-एक प्रेमकथा में किया था। फिल्म में अक्षय अपने सुपरस्टार वाले अंदाज में एक सामाजिक समस्या सुलझाने की कोशिश करते नजर आते हैं। यह फिल्म अरुणाचलम मुरुगनथम के जीवन पर आधारित है। इन्होंने महिलाओं की सैनिटरी पैड की मुश्किल को हल करने के लिए पैड बनाने वाली मशीन का अविष्कार किया था। अक्षय फिल्म में इनका ही रोल कर रहे हैं।

फिल्म में दिखाया जाता है कि गांव में शर्म और लाज का घूंघट ओढ़े महिलाओं की जिंदगी कैसी है। उस घूंघट के पीछे छिपी महिलाओं की गंभीर परेशानियां क्या हैं। ये पैडमैन यानि की लक्ष्मीकांत चौहान उन परेशानियों को दूर करने के लिए न सिर्फ कड़ी मेहनत करता है बल्कि समाज की छोटी सोच से भी लड़ता है। पैडमैन अपने पत्नी गायत्री को ही इस परेशानी से जूझते हुए देखता है और उसकी मुश्किलों को खत्म करने के मिशन पर निकल पड़ता है। इतना ही नहीं इस दौरान उसके सामने कई रुकावटें आती हैं लेकिन पैडमैन हार नहीं मानता। इस दौरान उसके बुलंद इरादे उसे विदेश के सेमिनार तक ले जाते हैं जहां वह अपने आइडियाज शेयर करता है। इसके ठीक उलट पैडमैन को अपने गांव अपने परिवार और समाज के विरुद्ध भी खड़ा होना पड़ता है। 

पैडमैन के रोल में अक्षय कुमार इस बार एक्टिंग के मामले में जरा कमजोर लगे। वो फिल्म में वैसा असर नहीं छोड़ते, जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है। डायरेक्टर आर बाल्की की इस फिल्म में राधिका आप्टे पैडमैन की पत्नी का किरदार निभा रही हैं और अपने छोटे से रोल में ही वो काफी असर डालती हैं। दूसरी तरफ पैडमैन के इस मिशन में उसका साथ देने वाली रिया का रोल कर रहीं सोनम कपूर ने भी अच्छा काम किया है। वो फिल्म में खूबसूरत लगी हैं और फिल्म का ग्लैमर बढ़ाती हैं। सोनम फिल्म में एक सोशल एक्टिविस्ट की भूमिका में हैं।फिल्म कई जगह कुछ ज्यादा ही नाटकीय होती नजर आती है, जो कुछ अखरता है। फिल्म में किरदारों को मध्यप्रदेश का दिखाया गया है जबकि उनके कई रीति रिवाज साउथ के लगते हैं।  जैसे पीरियड्स शुरू होने पर किया जाने वाला खास आयोजन और एक कपड़ा बिछा कर उस पर थाली रख कर खाना खाना।

मीका का गाया 'सुपरहीरो' और अरिजीत का गाया 'आज से तेरी' सॉन्ग फिल्म देखने के बाद भी देर तक याद रह जाते हैं। कुलमिलाकर ये फिल्म माहवारी के दिनों में महिलाओं को स्वच्छ रहने का संदेश देती है। महिलाओं के लिए सैनिटरी पैड क्या मायने रखता है और उन्हें इसकी क्या जरूरत है फिल्म इस बारे में जागरूक 


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