By: Devendra Gautam
3/27/2018 3:35:27 PM
Ranchi

खुशी और शौर्य की झलक के साथ कुछ झड़पें भी

समरेन्द्र कुमार

राँची। राँची में पावन पर्व रामनवमी पर गेरुआ रंग में रंग गई। सभी के चेहरे पर खुशी और शौर्य झलक रहा था। लगभग 1000 से अधिक अखाड़ों की ओर से शोभायात्रा निकाली गई। दोपहर से देर रात तक सड़कों पर आस्था का सैलाब बहता रहा। पाँच लाख से ज्यादा श्रद्धालु शोभा यात्रा में शामिल हुए। 110 फीट ऊँचा और 80 फीट चौड़ा महावीरी झंडा लाईन टैंक रोड, पीडब्ल्यूडी कालोनी का था। मंदिरों से श्रीराम और भक्त हनुमान के भजनों की गूँज गुंजायमान रही। श्रीराम और हनुमान के शब्द से एक अलग तरह की शांति का एहसास हो रहा था। सुबह में एम जी रोड़ स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर, डोरंडा स्थित तपोवन मंदिर, पहाड़ी मंदिर सहित सभी छोटे-बड़े मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। बुजुर्ग और युवा से लकर छोटे बच्चे तक सभी आए थे। शहरवासियों के सुरक्षा एवं वाहनों के सुगमता के लिए 1700 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवान तैनात थे।

दोपहर के बाद चारों ओर राम भक्त हनुमान की पताकाएं लहराने लगी। हवा में लहराते बजरंगबली की लाल, पीला, नीला और केसरिया पताका का दृश्य देखकर यह लग रहा था कि सभी लोग पुरूषोंतम भगवान राम का स्वागत कर रहे हैं। पूरा शहर राममय हो गया। विगत पांच वर्षों के मुकाबले इस वर्ष रामनवमी के जुलुस में महिलाओं ने जबर्दस्त उपस्थिती दर्ज कराई। 50 से अधिक पूजा समितियों के जुलुस में महिलाएं हाथ में तलवार लेकर सड़कों पर निकली। महिलाओं की उपस्थिति का नजारा देख, लग रहा था कि हर क्षेत्र में महिलायें पुरुषों से कम नहीं है।रामनवमी के अवसर पर मुख्य मंत्री रघुवर दास ने कांके रोड़ स्थित सी एम आवास में हवन पूजन किया। उन्होंने राज्य की उन्नति और खुशहाली की कामना की।

शोभायात्रा के दौरान हर साल की तरह इस बार भी सरकार के ध्रुव हेलिकॉप्टर ने अलबट एक्का चौक पर श्रध्दालुओं के ऊपर फूल बरसाए। शाम 4:30 बजे हेलिकॉप्टर ने बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से उड़ान भरी और चक्कर लगाते हुए तीन बार फूलों की बरसात की। इस दौरान कैप्टन शीलप्रिय वर्मा और बाबू हेलिकॉप्टर को करीबन छह हजार फीट की ऊंचाई पर ले आए। इससे भीड़ रोमांचित हो उठी।

महात्मा गांधी रोड में अंजुमन इस्लामिया अस्पताल एवं अन्य संगठनों की ओर से हेल्थ कैंप लगाया गया। अलबर्ट एक्का चौक पर सबरंग, शारदा फाउंडेशन एवं अन्य संगठनों ने श्रीराम भक्तों एवं राहगीरों को शर्बत पिलाई।

इधर खूंटी जिले के पत्थरगड़ी वाले गावों में रामनवमी जुलूस को प्रवेश से रोके जाने पर दोनों तरफ से तीर-धनुष और पत्थर चलने लगे जिसमें एक दर्जन के करीब लोग घायल हो गए। कई सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों को बंधक बना लिया गया बाद में प्रशासनिक हस्तक्षेप से उन्हें रिहा कराया गया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया।


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