अब एक महीने तक रोजे और खुदा की इबादत

By: Dilip Kumar
5/17/2018 2:51:12 PM
नई दिल्ली

माह-ए-रमजान के चांद को लेकर मुस्लिमों के अलग-अलग मसलक के मौलाना की राय जुदा हो गई। ऐसे में शिया और देवबंद मसलक के मुस्लिम गुरुवार को पहला रोजा रखने जा रहे हैं। वहीं, बरेलवी मसलक के मुसलमान काजी-ए-शहर के ऐलान के मुताबिक जुमे को पहला रोजा रखेंगे। माह-ए-रमजान के चांद की तस्दीक को लेकर बुधवार शाम पेच फंस गया। चक स्थित शिया जामा मस्जिद के इमाम जुमा व जमात मौलाना हसन रजा जैदी ने ऐलान किया कि चांद की तस्दीक हो गई।

ऐसे में शिया मुस्लिम गुरुवार को पहला रोजा रखेंगे। वहीं, सुन्नी मुस्लिमों के देवबंद मसलक के मौलाना अहमद मकीन ने बुधवार शाम ऐलान किया कि चांद की तस्दीक हो गई है। इसके बाद देवबंद मसलक से ताल्लुक रखने वाली रोशनबाग स्थित मस्जिद वसीउल्लाह, काटजू रोड स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद, वसीयाबाद स्थित मस्जिद अफजलुल मारिफ समेत तकरीबन डेढ़ दर्जन मस्जिदों में बुधवार रात नमाज-ए-तरावीह अदा की गई। सिविल लाइंस धोबी घाट स्थित हरी मस्जिद में भी बुधवार को नमाज-ए-तरावीह पढ़ी गईं।

वहीं, काजी-ए-शहर मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी ने ऐलान किया कि माह-ए-रमजान के चांद की तस्दीक नहीं हुई। ऐसे में बरेलवी मसलक के मुसलमानों ने बुधवार को नमाज-ए-तरावीह नहीं अदा की। बरेलवी मसलक के लोग शहरकाजी के ऐलान के अनुसार गुरुवार से नमाज-ए-तरावीह शुरू करेंगे और शुक्रवार को पहला रोजा रखेंगे।

मुस्लिमों के अलग-अलग मसलक के मौलाना के दो तरह के ऐलान से आम मुस्लिम भ्रमित हुए। रोजा और तरावीह के बारे में पता करने के लिए लोग एक-दूसरे को मोबाइल पर फोन करके पता करने लगे। रात 10 बजे के बाद तक लोग एक-दूसरे से दरयाफ्त करने में लगे रहे।


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