गुरूग्राम: पीने के पानी से गाड़ी धोते पाए गये तो लगेगा जुर्माना

By: Dilip Kumar
5/19/2018 6:49:26 PM
नई दिल्ली

गुरूग्राम@19 मई। अगर आप पीने के पानी से पाईप चलाकर अपनी गाडिय़ों को धोते हैं, तो ऐसा करना बन्द कर दें क्योंकि नगर निगम गुरूग्राम की टीमों द्वारा पेयजल की बर्बादी करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और गाड़ी को धोते पाए जाने पर आप पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।इसी कड़ी में नगर निगम के जूनियर इंजीनियर भूपेन्द्र सिंह की टीम ने सैक्टर-15 पार्ट-1 में एक व्यक्ति को पाईप चलाकर पीने के पानी से अपनी गाड़ी को धोते हुए पकड़ा तथा उसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा। टीम ने उक्त व्यक्ति का नियमानुसार चालान किया और चालान नहीं लेने की सूरत में चालान की कॉपी को गाड़ी पर चस्पा कर दिया। इसके साथ ही टीम ने उक्त व्यक्ति को आगाह किया कि अगर दुबारा से गाड़ी को धोते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ संबंधित नियमों के तहत आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव के अनुसार पेयजल की बर्बादी करना कानूनी अपराध है। ऐसा करते हुए पाए जाने पर संबंधित का चालान करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि पानी का दुरूपयोग ना करें और जरूरत अनुसार ही पानी का इस्तेमाल करें। नगर निगम क्षेत्र में पानी की कमी नहीं है, लेकिन कुछ व्यक्ति पानी का दुरूपयोग करते हैं, जिसके कारण सभी नागरिकों तक सुचारू रूप से पानी नहीं पहुंच पाता।

निगमायुक्त ने कहा कि आजकल यह प्रचलन है कि कुछ व्यक्ति पाईप चलाकर घरों के फर्श तथा गाडिय़ों को धोते हैं, जिनके खिलाफ नगर निगम कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि पानी का दुरूपयोग करते पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ नगर निगम द्वारा कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम द्वारा गठित टीमें प्रतिदिन क्षेत्र का निरीक्षण करके पानी का दुरूपयोग करने वालों पर नजर रखेंगी तथा फोटोग्राफी करके संबंधित के खिलाफ चालान करेगी।

उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन भूमिगत जल का स्तर नीचे गिरता जा रहा है, जो हमारे लिए चिन्ता का विषय है, इसलिए हर व्यक्ति को पानी की बचत करनी चाहिए। पानी की बचत के लिए लोग अपने घरों व गाडिय़ों को पाईप चलाकर ना धोएं। साथ ही गार्डन आदि में भी पानी को खुला ना छोड़ें। उन्होंने कहा कि जब पौधों को पानी देना हो तो इसके लिए पाईप का इस्तेमाल करने की बजाए, बाल्टी का इस्तेमाल करें, ताकि पानी व्यर्थ ना बहे। जब जरूरत ना हो तो पानी के नल को बन्द कर दें।

निगमायुक्त ने जल संरक्षण के उपायों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि घरों में अपना भूमिगत टैंक बनाएं और उस पर मोटर लगाकर पानी छत पर चढ़ाएं, घरों में लगे नल पर टूटी अवश्य लगाएं तथा जरूरत के अनुसार ही इसका प्रयोग करें, यदि नगर निगम एरिया में पानी की पाइप लाईन किसी कारण से लीक हो तो इसकी सूचना विभाग को तुरंत दे। बिना अनुमति के अपने घर में पानी का कनैक्शन ना कराएं तथा पानी का मीटर जरूर लगवाऐं। निगमायुक्त ने कहा कि सभी को सुचारू रूप से पानी उपलब्ध हो, यह तभी संभव होगा जब हम पानी का दुरूपयोग बंद करेंगे।


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