शहादत पर फूटा छोटे भाई का गुस्सा, पीएम से बोला- एक के बदले सौ चाहिए

By: Dilip Kumar
6/16/2018 8:23:04 PM
नई दिल्ली

शहीद औरंगजेब के छोटे भाई का गुस्सा आखिरकार मीडिया के सामने फूट ही पड़ा। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि जो हुआ वह बहुत बुरा हुआ है। हमारे भाई के बदले हमें सौ चाहिए। अगर नहीं ले सकते तो बता दीजिए, हम खुद लेंगे। हमें पता है कि कैसे लेना है लेकिन हम सरकार के पास है, इस लिए सरकार फैसला करें अगर सरकार फैसला नहीं देती है तब हम अपने से करेंगे।उसने सेना की 44 आरआर के सीओ से कहा कि हमें कल तक के अंदर उस ड्राइवर का पता और फोन नबंर चाहिए। उसने कहा कि अगर मेरा भाई सेना की 44 आरआर से वापस आया है तो मैं भी पहले सेना में शामिल होकर 44 आरआर में जाऊंगा। उसके बाद मैं सरकार से बात करूंगा।

पुलवामा में आतंकियों द्वारा अपहरण के बाद मारे गए सेना के जवान औरंगजेब के परिजनों का गुस्सा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अपने जवान बेटे को खोने वाले पिता ने कल जहां उसकी हत्या के पीछे पाकिस्तान को कसूरवार ठहराया तो आज शहीद के छोटे भाई का गुस्सा भी मीडिया के सामने फूट पड़ा। औरंगजेब के छोटे भाई ने कहा कि भाई की मौत का बदला मैं सेना में भर्ती होकर लूंगा। जिस दिन मैं सेना में भर्ती हो गया उस दिन उनकी खैर नहीं होगी। कश्मीर में आतंकियों को चुन-चुन कर मारूंगा। गौरतलब है कि औरंगेजब के घर पर आज सेना के तमाम आधिकारी भी पहुंचे थे।

जिनके सामने परिवार का दर्द छलक पड़ा। पिता मो. हनीफ ने सेना से अपने बेटे की मौत का बदला लेने की भी अपील की। शहीद जवान के घर के बाहर कल से गांव वालों की भीड़ जुटी है। गांव वालों में भी पाकिस्तान और कश्मीर के आतंकियों के प्रति गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है।

शहीद के गांव वालों का कहना है कि कश्मीर में अब सीजफायर का खत्म किया जाना चाहिए। इससे किसी को कोई लाभ नही हुआ है। सीजफायर की आड़ मे जहाँ नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलाबारी मे जवान और स्थानीय लोग मारे जा रहे हैं, वही कश्मीर मे हमारे जवान भाईयों को निशाना बनाया जा रहा है। अब पाकिस्तान और कश्मीर से आतंकवादियों का सफाया किया जाना चाहिए।

शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके घर पर पहुंच चुका है। इस दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद हैं। कल सुबह से ही उनके घर के बाहर गांव वालों, रिश्तेदारों का मजमा लगा हुआ था। जानकारी के अनुसार खराब मौसम के कारण पार्थिव शरीर उनके घर तक पहुंचने में कठिनाई आ रही थी। जिस कारण से इतना समय लगा।

सेना के कई आधिकारी व जवान भी शहीद के घर पर पहुंच गए हैं। शहीद औरंगजेब के पिता मो. हनीफ ने बेटे का पार्थिव शरीर देख कर कहा कि मेरे बेटे ने अपनी प्रतिज्ञा का पालन किया है, उसने अपना वादा पूरा किया। उसने खुद को राष्ट्र के लिए त्याग दिया और मेरे पास वापस आया। मैं केंद्र और राज्य सरकारों से आतंकवाद को खत्म करने का अनुरोध करता हूं।

 

 


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