ममता के गढ़ में दहाड़े पीएम मोदी

By: Dilip Kumar
7/16/2018 5:56:53 PM
नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में किसान कल्याण रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत बांग्ला भाषा से की। रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर चुटकी ली। दरअसल, जिस मैदान में प्रधानमंत्री रैली को संबोधित कर रहे हैं, यहां ममता बनर्जी भी रैली करने वाली हैं। पीएम ने कहा कि मैं ममता दीदी का भी आभार व्यक्त करता हूं जो उन्होने मेरा स्वागत करने के लिए झंडे लगाए और खुद भी मुझे लेने के लिए आईं।

लोगों का आभार व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि कल आप सब फुटबॉल का आनंद ले रहे थे और आज यहां है इसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूं। किसानों की बात करते हुए पीएम ने कहा, हमारी सरकार ने खरीफ की 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है। मिदनापुर में धान की सबसे ज्यादा खेती होती है। सरकार ने खरीफ की 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है। मिदनापुर में धान की सबसे ज्यादा खेती होती है। किसानों के लिए हमने इतना बड़ा फैसला किया है कि आज तृणमूल को भी इस सभा में हमारा स्वागत करने के लिए झंडे लगाने पड़े और उनको अपनी तस्वीर लगानी पड़ी ये भाजपा की नहीं हमारे किसानों की विजय है।

अपनी सरकार की तारीफ करते हुए पीएम बोले, भारत एक बड़े विकास परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। देश में हर कोई अपना विकास लाने के लिए 100 प्रतिशत योगदान देने का प्रयास कर रहा है। हमारी सरकार ने किसानों के लिए कानम किया। जिसमें उच्च क्वालिटी वाले बीजों को बाजार में लाना, सबसे जरूरी उपज को बचाने के लिए गोदाम में रखना शामिल है। किसानों को MSP सही मिले इसके लिए किसान मांग करते रहे, आन्दोलन करते रहे लेकिन दिल्ली में बैठी सरकार ने किसानों की एक न सुनी।

पीएम मोदी ने कहा कि देश के 125 करोड़ लोग न्यू इंडिया के लिए काम कर रहे हैं। देश आज परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के समय, जिस प्रकार एक संकल्प लेकर उसे सिद्ध किया गया था, वैसे ही इस समय देश संकल्प से सिद्धि की यात्रा पर है।
मोदी ने किसानों को अन्न दाता बताते हुए कहा, किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने का ऐतिहासिक फैसला हमारी सरकार ने लिया है। किसान हमारे अन्नदाता है और गांव हमारे देश की आत्मा हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमारी सरकार आपकी सरकार है। यह एक किसान फ्रेंडली सरकार है। पिछली सरकारों ने लंबे समय तक एमएसपी के मामलों पर बातचीत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। भाजपा की सरकार ने किसानों की बात सुनी और एमएसपी बढ़ाने का निर्णय लिया।

ममता सरकार पर सिंडिकेट (गिरोह) सरकार होने का आरोप लगाते हुए पीएम ने कहा, कोई भी देश और समाज आगे नहीं बढ़ सकता, अगर गांव अविकसित हों और किसान उपेक्षित हों। दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज बंगाल की हालात उससे भी बदतर होती जा रही है। बंगाल में सिंडिकेट की सरकार है। सिंडिकेट को चढ़ावा जरूरी हो गया है। बंगाल में लोकतंत्र लहूलुहान है। जोर जुल्म के बीच पंचायत के चुनाव हुए। हम बंगाल की हालत जानते हैं। किसानों को कोई फैयदा नहीं, युवाओं को कोई अवसर नहीं मिल रहे हैं।

उन्होंने कहा, ये सिंडिकेट है जबरन वसूली का, ये सिंडिकेट है किसानों से उनका लाभ छीनने का, ये सिंडिकेट है अपने विरोधी की हत्या करने वालों का, ये सिंडीकेट है गरीब पर अत्याचार करने का। सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है। ‘जगाई उन्नयन और मधाई उन्नयन’ पश्चिम बंगाल की अब नई पहचान बनता जा रहा है। मां-माटी-मानुष की बात करने वालों का पिछले 8 साल में असली चेहरा, उनका सिंडिकेट सामने आ चुका है। दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज बंगाल की हालात उससे भी बदतर होती जा रही है।

पीएम ने कहा, हम चाहते हैं कि किसानों को लेटेस्ट तकनीक का लाभ मिले। यहां नीली क्रांति के लिए संभावनाएं हैं। बंगाल के किसान मत्स्य पालन का लाभ ले सकते हैं। साहस और प्रतिज्ञा पश्चिम बंगाल से सिंडिकेट सरकार को उखाड़ फेकेगी। हमने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए बांस को पेड़ की जगह घास माना जिससे किसान खेत में उसे उगा सकता है और काट कर बेच सकता है। यह हमारे राष्ट्रगान वंदे मातरम की धरती है। लेकिन सिंडिकेट राज इस महान धरती को वोट बैंक के लिए इस्तेमाल कर रहा है।

आखिर में भाजपा के कार्यकर्ताओं के साहस पर पीएम ने कहा, मैं भाजपा कार्यकर्ताओं के साहस और अनुशासन को सलाम करता हूं। मैं जीवनभर इस रैली को नहीं भूलूंगा। हम 22,000 ग्रामीण हाटों को जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ अपग्रेड करने का काम कर रहें है। हमारी कोशिश है कि हमारा किसान आधुनिक खेती करने लगे। टेकनोलॉजी का प्रयोग कृषि में हो इसका काम हम कर रहे हैं।


comments