राजघाट को पर्यटक स्थल बनाने का लोगों ने उठा लिया बीड़ा

By: Dilip Kumar
7/16/2018 6:29:16 PM
नई दिल्ली

गंगा और जमुना के दोआब पर बसा जनपद बुलंदशहर पुराणिक समय से ही धर्म की स्थली रहा है। श्रीकृष्ण और कर्ण की कर्मस्थली रहा जनपद बुलंदशहर पहले आम चुनाव के बाद आज तक विकास की बाट जो रहा है। बुलंदशहर शुरू से ही किसानों का गढ़ रहा है। गन्ना, गेंहू और धान यहाँ की प्रमुख फसलें हैं। हालांकि दिल्ली से 70 किमी की दूरी पर होने के बावजूद बुलंदशहर विकास की दौड़ से कोसों दूर है। आलम है कि इलाके में आज भी सीधी दिल्ली को रेल, बस, सड़क और बिजली पानी जैसी मूल भूत समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं।

राजघाट पर्यटक स्थल जरूरी है

राजघाट में सैकड़ों साधु संत महापुरूष रहते हैं जो धर्म को बचाऐ हुए हैं। रोजाना पूजा अर्चना करतें हैं और मग्न होकर भगवान के नाम पर मस्त रहते हैं आज वे भी गन्दगी से तौबा कर चुके हैं। रोजाना गंगा की सफाई करवाते हैं आगन्तुकों से भी कहते हैं कि गंगा की अविरल धारा बनाये रखने के लिए सफाई करें। जिससे गंगा कल-कल करती हुई निर्मल रह सके। रविवार को श्री भागीरथी सेवा ट्रस्ट द्वारा लोकमनघाट राजघाट में स्थित विष्णु आश्रम के हॉल में विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित जागरूक लोगों ने अपने-अपने विचार प्रकट किये और उन्होंने राजघाट को पर्यटक स्थल बनाने का बीड़ा उठा लिया है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री 108 प्रवोद्याश्रमजी ने की उन्होंने कहा कि प्रत्येक त्यौहार पर स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। उनके लिए घाटों पर कोई सुविधा नहीं है। आश्रम की तरफ से उन्हें सुविधा दी जाती है। विचार संगोष्ठी में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक रविवार को सुबह पांच बजे से सात बजे तक गंगा स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा। उपस्थित श्रद्धालुओं ने गंगा सफाई अभियान में भाग लेने के लिए प्रण लिया। इस अवसर पर डाक्टर एल0एम0 शर्मा ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से करने व इस योजना को चलाने के लिए आश्वस्त किया। कार्यक्रम में चन्द्रपाल लोधी, स्वदेश आचार्य, अखिलेश वैदिक, सतीश वशिष्ठ, श्रीचन्द्र अवस्थी, राजेन्द्र प्रसाद, हरिओम शर्मा, कुलदीश शर्मा, रामकिशोर शर्मा (एडवोकेट), आचार्य कवि महोदय उपस्थित रहे।

फोटो :- विचार गोष्ठी में स्वामी जी के अलावा उपस्थित लोग

 


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