धर्म कभी भारत की पहचान नहीं बन सकता, नफरत से देश को सिर्फ नुकसान- प्रणब मुखर्जी

By: Dilip Kumar
6/7/2018 10:03:28 PM

नागपुर के आरएसएस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश की संस्कृति और उसकी पहचान की विशेषता का उल्लेख करते हुए कई बातें कही। उन्होंने कहा कि मैं यहां पर राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर बोलने आया हूं। उन्होंने कहा कि देश के लिए समर्पण ही देशभक्ति है। मुखर्जी ने कहा कि भारत खुला हुआ देश रहा है। भारत के दरवाजे पहले से खुले हुए हैं।

इससे पहले, वे गुरूवार को आरएसएस संस्थापक हेडगेवार के जन्मस्थली गए और उनकी तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर मुखर्जी ने वीजिटर्स बुक में हेडगेवार को महान सपूत बताते हुए लिखा- मैं यहां पर भारत के महान सपूत को नमन करने आया हूं। उनके इस दौरे और उनके वहां दिए जानेवाले भाषण पर देशभर की खास नज़र बनी हुई है।

इससे पहले कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बुधवार को कहा कि उनके पिता बीजेपी और संघ परिवार को फर्जी स्टोरीज प्लांट करने का एक मौका दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की तस्वीरों का इस्तेमाल फर्जी कहानियां बनाने में किया जा सकता है। शर्मिष्ठा ने ट्वीटर पर कहा- उनकी भाषण भुला दिए जाएंगे लेकिन तस्वीर बनी रहेगी। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि पूर्व राष्ट्रपति इस बात को समझेंगे साथ ही उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद के नतीजों से भी आगाह किया।


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