भारत ने घरेलू मैदान पर लगातार 10वीं सीरीज जीती

By: Dilip Kumar
10/14/2018 8:33:53 PM
नई दिल्ली

भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने वेस्टइंडीज़ को़ 10 विकेट से मात देकर हैदराबाद टेस्ट जीत लिया। इस जीत के साथ ही भारत ने वेस्टइंडीज़ पर क्लीन स्वीप हासिल करते हुए 2-0 से टेस्ट सीरीज़ भी अपने नाम कर ली। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ भारत की ये लगातार सातवीं टेस्ट सीरीज़ जीत रही। वर्ष 2013 के बाद से भारत ने अपने घर में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई ये टीम इंडिया की 10वीं टेस्ट सीरीज जीत रही। उमेश यादव को उनकी बेहतरीन गेंदबाजी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया। पृथ्वी शॉ को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए 'मैन ऑफ द सीरीज' चुना गया।

दूसरी पारी में वेस्टइंडीज़ की पारी 127 पर सिमट गई और भारत को जीत के लिए 72 रन का लक्ष्य मिला। जिसे भारतीय ओपनर्स ने आसानी से हासिल कर लिया। भारत की ओर से दूसरी पारी में लोकेश राहुल 33 और पृथ्वी शॉ 33 रन बनाकर नाबाद रहे।दूसरी पारी में वेस्टइंडीज़ के लिए सुनील एम्ब्रिस ने सबसे ज़्यादा 38 रन की पारी खेली। भारत के लिए उमेश यादव ने चार विकेट लिए। वहीं जडेजा को तीन विकेट हासिल हुए। रविचंद्रन अश्विन को दो और कुलदीप यादव एक सफलता मिली। इससे पहले भारत की पहली पारी 367 रन पर ढेर हुई थी।

वेस्टइंडीज़ ने अपनी पहली पारी में 311 रन बनाए थे और पहली पारी के आधार पर भारत को 56 रन की बढ़त मिली थी।
उमेश यादव ने पारी की दूसरी ही गेंद पर क्रेग ब्रैथवेट को आउट कर दिया। उमेश ने वेस्टइंडीज़ की पहली पारी की आखिरी दो गेंदों पर भी विकेट चटकाए थे और इस पारी की शुरुआत में वो हैट्रिक पर थे, लेकिन दूसरी पारी की पहली गेंद को ब्रैथवेट ने आराम से खेला, लेकिन अगली ही गेंद पर ब्रेथवैट विकेटकीपर रिषभ पंत को कैच थमा बैठे।

दूसरी पारी में ब्रेथवैट अपंना खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद अश्विन ने विंडीज़ के दूसरे ओपनर कायरन पावेल (0) को रहाणे के हाथों कैच आउट करवा दिया। कुलदीप यादव ने 17 रन पर खेल रहे हेटमायर को अपनी फिरकी में फंसाकर उनकी पारी का अंत कर दिया। पुजारा ने हेटमायर का कैच लेकर उन्हें पवेलियन की राह दिखाई। अगले ही ओवर में रवींद्र जडेजा ने शाई होप की 28 रन की पारी पर ब्रेक लगा दिया। रहाणे ने होप का कैच पकड़ा। शाई होप जब आउट हुए तब विंडीज़ का स्कोर 45 रन था।

उमेश यादव ने पिछली पारी के शतकवीर रोस्टन चेज को 06 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। चेज़ को उन्होंने अपने इस ओवर की आखिरी गेंद पर बोल्ड किया था। इसके बाद अपने अगले ही ओवर की पहली ही गेंद पर उमेश ने चोटिल शॉन डॉवरिच (0) को बोल्ड कर विंडीज़ को छठा झटका दे दिया। इस तरह उमेश ने इस मैच में दूसरी बार दो गेंदों पर दो विकेट चटकाए। जडेजा ने जेसन होल्डर को 19 रन के स्कोर पर पंत के हाथों कैच आउट करवाया। अपने अगले ही ओवर में जडेजा ने एम्ब्रिस 38 को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। अश्विन ने वॉरिकन (07) को बोल्ड कर भारत को नौवीं सफलता दिला दी। इसके बाद उमेश यादव ने गैब्रियल (01) को बोल्ड कर वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी को 127 रन पर ढेर कर दिया।

भारत की पहली पारी 367 रन पर ढेर हुई। वेस्टइंडीज़ ने अपनी पहली पारी में 311 रन बनाए थे और पहली पारी के आधार पर भारत को 56 रन की बढ़त मिली। भारत की ओर से रिषभ पंत, पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे ने अर्धशतक ठोके। रिषभ पंत ने सबसे ज्यादा 92 रन की पारी खेली। पृथ्वी शॉ ने 70 और अजिंक्य रहाणे ने 80 रन की पारी खेली। वहीं वेस्टइंडीज़ की तरफ से कप्तान जेसन होल्डर ने पांच विकेट लिए।

भारत को पहला झटका जेसन होल्डर ने दिया, वेस्टइंडीज के कप्तान ने केएल राहुल को 4 रन पर क्लीन बोल्ड किया। इसके बाद स्पिनर जोमेल वारिकन ने पृथ्वी शॉ को हेटमायर के हाथों कैच आउट करवा भारतीय टीम को दूसरा झटका दिया। उन्होंने 53 गेंदों पर 70 रन की तेज पारी खेली। तेज गेंदबाज गैब्रियल ने चेतेश्वर पुजारा को विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कर टीम इंडिया का तीसरा विकेट लिया। पुजारा ने 10 रन बनाए। इंडीज टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली को 45 रन पर LBW आउट कर भारत को सबसे बड़ा झटका दिया।

तीसरे दिन की शुरुआत भारत के लिए अच्छी नहीं रही। पहले अजिंक्य रहाणे 80 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे होल्डर की गेंद पर शाई होप को कैच दे बैठे। इसके एक गेंद बाद ही रविंद्र जडेजा (0) होल्डर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। इसके बाद 92 रन पर खेल रहे रिषभ पंत भी अपना विकेट गंवा बैठे। पंत गैब्रिएल की गेंद पर हेटमायर के हाथों कैच आउट हुए। कुलदीप यादव को भी जेसन होल्डर ने 6 रन के स्कोर पर बोल्ड कर दिया और भारत को लगा आठवां झटका। इसी के साथ होल्डर ने पहली पारी में अपने पांच विकेट भी पूरे किए। उमेश यादव भी 02 रन बनाकर वॉरिकन की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। अश्विन को 35 रन के स्कोर पर बोल्ड कर गैब्रियल ने भारतीय पारी को समेट दिया।

इससे पहले वेस्टइंडीज की टीम ने रोस्टन चेज के शतक के दम पर पहली पारी में 311 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज की तरफ से रोस्टन चेज ने 106 रन की पारी खेली थी। वहीं भारत की तरफ से पहली पारी में तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 6 विकेट झटके।
अश्विन ने वेस्टइंडीज को पहला झटका दिया, उन्होंने ओपनर कीरन पावेल को रवींद्र जडेजा के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद कुलदीप यादव ने क्रेग ब्रेथवेट को LBW आउट कर मेहमान टीम को दूसरा झटका दिया। तेज गेंदबाज उमेश यादव ने वेस्टइंडीज को तीसरा झटका दिया, उन्होंने शाई होप को एलबीडबल्यू आउट किया। शिमरोन हेटमायेर कुलदीप यादव का दूसरा शिकार बने, इस चाइनामैन गेंदबाज ने उन्हें एलबीडबल्यू आउट किया।

कुलदीप ने ही सुनील अंबरीश को जडेजा के हाथों कैच आउट करवा अपना तीसरा और पारी का 5वां विकेट लिया। उमेश यादव ने शॉन डॉवरिच को LBW आउट कर वेस्टइंडीज को छठा झटका दिया। टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने शानदार 52 रन की पारी खेली और चेज के साथ मिलकर 100 से ज्यादा की साझेदारी की। होल्डर उमेश यादव की गेंद पर विकेट के पीछे रिषभ पंत के हाथों कैच आउट हुए। इसके बाद दूसरे दिन उमेश यादव ने देवेंद्र बिशू, रोस्टन चेज और गैब्रियल को अपना शिकार बना वेस्टइंडीज की पारी 311 रन पर     समेट दी।

पृथ्वी विजयी शॉट लगाने वाले दुनिया के दूसरे सबसे युवा क्रिकेटर

जीत का रन पृथ्वी शॉ के बल्ले से निकला। वे ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस के बाद विजयी रन लेने वाले दुनिया के दूसरे सबसे युवा टेस्ट क्रिकेटर बने। पृथ्वी ने 18 साल 339 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की। कमिंस ने 2011 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में 18 साल 198 दिन की उम्र में विजयी रन लिया था। पृथ्वी डेब्यू सीरीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज बनने वाले दुनिया के 10वें और भारत के चौथे टेस्ट क्रिकेटर हैं।

उमेश टेस्ट में 10 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय तेज गेंदबाज

उमेश ने टेस्ट करियर में पहली बार 10 विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में 88 रन देकर छह और दूसरी पारी में 45 रन देकर चार विकेट लिए। वे एक टेस्ट में 10 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले भारत के तीसरे तेज गेंदबाज हैं। उनसे पहले कपिल देव और जवागल श्रीनाथ यह उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं। कपिल देव ने टेस्ट में दो बार 10 या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। वे इस टेस्ट में दो बार हैट्रिक पूरी करने से चूके। उमेश ने पहली पारी की आखिरी दो गेंदों पर वेस्टइंडीज के देवेंद्र विशू और शेनान गैब्रिएल का विकेट लिया था। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में उन्होंने गेंदबाजी की शुरुआत की। वे अपनी पहली गेंद पर विकेट नहीं ले पाए। हालांकि, उन्होंने अगली ही गेंद पर क्रेग ब्रैथवेट को ऋषभ पंत के हाथों कैच करा दिया।

इसके बाद 25वें ओवर की आखिरी गेंद पर उमेश ने पहली पारी में शतक बनाने वाले रोस्टन चेज को क्लीन बोल्ड कर दिया। यह वेस्टइंडीज का पांचवां विकेट था। 27वें ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने शेन डाउरिच का विकेट उखाड़ दिया। हालांकि, ओवर की दूसरी गेंद पर वे जेसन होल्डर को पवेलियन भेजने में असफल रहे।

चोटिल होने के बावजूद बल्लेबाजी के लिए आए शार्दुल

शार्दुल का यह डेब्यू टेस्ट है, लेकिन दुर्भाग्यवश वे केवल 10 गेंद ही फेंक पाए और चोटिल हो गए। इसके बाद वे गेंदबाजी के लिए मैदान पर नहीं उतर पाए। हालांकि, बल्लेबाजी करने आए और रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर आखिरी विकेट के लिए 44 गेंद में 28 रन जोड़े। हालांकि, इस दौरान उन्होंने केवल 12 गेंदें खेलीं और चार रन ही बना पाए।

राजकोट टेस्ट में भी शतक से चूके थे ऋषभ

ऋषभ पंत अपना दूसरा टेस्ट शतक लगाने से चूक गए। वे 92 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें शेनान गैब्रिएल की गेंद पर शेर्मोन हेटमेयर ने कवर में लपका। ऋषभ राजकोट टेस्ट में भी 92 रन पर आउट हो गए थे। उस मैच में उन्हें देवेंद्र बिशू ने अपना शिकार बनाया था। बिशू की गुगली पर ऋषभ मिडविकेट पर कीमो पॉल को कैच थमा बैठे थे।

'मैन ऑफ द सीरीज' बने 18 वर्ष के पृथ्वी शॉ 

18 वर्ष की उम्र में भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के लिए इससे बेहतर शुरुआत और क्या हो सकती थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अपने पदार्पण टेस्ट सीरीज में ही पृथ्वी ने अपने प्रदर्शन के बूते 'मैन ऑफ द सीरीज का खिताब' अपने नाम कर लिया। वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में पृथ्वी ने अपनी बल्लेबाजी से जता दिया कि वो भारत के लिए लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकते हैं। हालांकि अभी आगे उनका इम्तिहान अभी बाकी है।

भारतीय ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैच की तीन पारियों में 118.50 की औसत से 237 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल था। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट यानी अपने डेब्यू टेस्ट मैच की पहली ही पारी में 134 रन की पारी खेली थी और इस मैच में भारतीय टीम को पारी व 272 रन से जीत मिली थी। इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में पृथ्वी ने तूफानी 70 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में 33 रन बनाकर नाबाद रहे। एक युवा खिलाड़ी के लिए इससे अच्छी शुरुआत शायद ही हो सकती है।

वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की तरफ से भारत में पिछले तीन टेस्ट सीरीज में तीन पदार्पण करने वाले खिलाड़ियों ने मैन ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया। वर्ष 2011 में आर अश्विन, वर्ष 2013 में रोहित शर्मा और वर्ष 2018 में पृथ्वी शॉ ने ये कमाल किया। भारत की तरफ से इन तीनों के अलावा पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी अपने डेब्यू टेस्ट सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज बने थे। गांगुली ने वर्ष 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ ये कमाल किया था।

 

 


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