स्मिता पाटिल : दिलचस्प हैं उनसे जुड़े किस्से

By: Dilip Kumar
10/17/2018 11:08:02 AM
नई दिल्ली

अदाकारा स्मिता पाटिल को गुजरे हुए 32 साल हो चुके हैं. देश के दिग्गज आर्ट कलाकारों में स्मिता का नाम आज भी गिना जाता है. अपने दौर में स्मिता का नाम शबाना आजमी की टक्कर में लिया जाता था. अपने छोटे-से करियर में ही फिल्म जगत पर अमिट छाप छोड़कर जाने वाली स्मिता की 14 फिल्में उनके निधन के बाद रिलीज हुई थीं. 17 अक्टूबर को उनका जन्मदिन मनाया जाता है.  स्मिता पाटिल का जन्म पुणे के एक मराठा परिवार में हुआ था. उनके पिता शिवाजीराव पाटिल मंत्री और सांसद रह चुके थे. कांग्रेस की ओर से उन्हें राज्यसभा भी भेजा गया था.

पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट से ग्रैजुएशन करने के बाद स्मिता पाटिल थिएटर करने लगी थीं. 1975 में आई श्याम बेनेगल की फिल्म 'चरणदास चोर' से उन्होंने बॉलीवुड डेब्यू किया था. इस फिल्म की सफलता के बाद उनकी झोली में कमर्शियल फिल्मों की भरमार हो गई. 70-80 के दशक में स्मिता ने 'मंथन', 'आक्रोश', 'बाजार', 'अर्थ' और 'मंडी' जैसी यादगार फिल्मों में काम किया. फिल्म निर्माता महेश भट्ट के जीवन पर आधारित फिल्म 'अर्थ' से स्मिता को खासी पहचान मिली. 

स्मिता पाटिल दिनों-दिन शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचती जा रही थीं. उनकी तुलना उस दौरान की दिग्गज अदाकारा शबाना आजमी से होने लगी थी. दोनों ने श्याम बेनेगल की फिल्म 'मंडी' में भी काम किया था. 10 से ज्यादा फिल्में स्मिता पाटिल की मौत के बाद रिलीज हुई थीं. इनमें 'हम फरिश्ते नहीं', 'वारिस', 'आवाम', 'शेर शिवाजी', 'नजराना', 'राही', 'अवाम', 'डांस-डांस', 'आकर्षण', 'सूत्रधार', 'इंसानियत के दुश्मन', 'अहसान', 'ठिकाना' और 'मिर्च मसाला' जैसी फिल्में शामिल हैं.  

आर्ट कलाकार होने के कारण स्मिता को बिना मेकअप में ही एक्टिंग करने की आदत थी. हालांकि, कैमरे पर आने के बाद उनका मेकअप किया जाने लगा था. एक बार गोविंद निहलानी की 'अर्धसत्य' फिल्म में स्मिता को बतौर हीरोइन लिया गया था. फिल्म का बजट कम होने की वजह से निहलानी ने स्मिता से अपना मेकअप आर्टिस्ट लाने को कहा था. हालांकि, आर्टिस्ट ने उनको एक मेकअप किट दे दी थी, जिससे इस्तेमाल वे खुद ही कर लेती थीं. स्मिता पाटिल की मुलाकात फिल्म जगत में एक्टर राज बब्बर से हुई. दोनों कुछ दिन रिलेशनशिप में भी रहे थे और बाद में शादी कर ली.

राज बब्बर इन दिनों फिल्मों के साथ-साथ राजनीति में भी एक्टिव हैं. उनका इकलौता बेटा प्रतीक बब्बर भी फिल्मी दुनिया में सक्रिय है. स्मिता पाटिल मां बनने के 15 दिन बाद (13 दिसंबर 1986) को चल बसीं. उनकी मौत का कारण प्रसव के की वजह से हुए इन्फेक्शन को बताया गया. बता दें कि 28 नवंबर को ही प्रतीक का जन्म हुआ था.


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