रेलवे रिकार्ड में शीघ्र दर्ज किया जाए गुडग़ांव को गुरुग्राम: मंगत राम बागड़ी

By: Dilip Kumar
10/18/2018 7:26:23 PM
नई दिल्ली

 रेलवे के रिकार्ड में गुडग़ांव को गुरुग्राम न किए जाने के कारण प्रतिदिन बिना आरक्षित टिकट लिए लौट रहे सैनिकों और विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुए वार्ड 10 के पूर्व पार्षद मंगत राम बागड़ी और पार्षद शीतल बागड़ी ने एक बार पुन: डीआरएम दिल्ली आरएन सिंह को स्मरण पत्र भेंजकर रिकार्ड में बदलाव करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा गुडग़ांव का नाम बदलकर गुरुग्राम करने के लंबे अर्से बाद तक इस बदलाव को रेलवे के रिकार्ड में दर्ज ना किए जाने के कारण वारंट और रियायती टिकट के लिए परमिशन लेकर आने वाले सैनिकों और विद्यार्थियों को बिना टिकट लिए बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है। हर रोज सैनिक इस समस्या से जूझते हुए गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से वापस लौट रहे हैं।

कभी कभी तो एक-एक दर्जन सैनिक आते हैं और बिना टिकट के वापस लौट जाते हैं। पिछले दिनों पुलिस के 15 जवान वारंट लेकर आए थे जिसमें गुरुग्राम था जबकि रिकार्ड में गुडग़ांव है। इसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हमने इस समस्या को पूर्व में भी आपके समक्ष रखा है और एक बार पुन: इसके लिए जनता की तरफ से आपको स्मरण दिलाते हुए इस समस्या का समाधान शीघ्र करने की मांग कर रहे हैं। मान्यवर गुरुग्राम रेलवे स्टेशन वार्ड 10 क्षेत्र में आता है। इसलिए हम आपके समक्ष इस बड़ी समस्या दोबारा रखते हुए बताना चाहेंगे कि गुडग़ांव गुरु द्रोण की धरती है और भाजपा सरकार द्वारा 13 अप्रैल 2016 को इस आध्यात्मिक आस्था को देखते हुए गुडग़ांव का नामकरण गुरुग्राम के नाम से करने का निर्णय लिया गया और इसकी घोषणा प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 27 सितम्बर 2016 को की गई।

गृह मंत्रालय भारत सरकार और हरियाणा प्रदेश सरकार द्वारा इसका गजट नोटिफिकेशन भी काफी दिनों पूर्व जारी कर दिया गया। गुरुग्राम की संस्कृति और सभ्यता की दृष्टिकोण से भाजपा सरकार का यह एक सराहनीय और ऐतिहासिक निर्णय है। इसका हम स्वागत करते हैं लेकिन इसके साथ आपको बताना चाहेंगे कि रेलवे के रिकार्ड में अब तक गुडग़ांव को गुरुग्राम नहीं दर्ज किया गया है। जबकि सेना के अधिकारी और सैनिकों को जो टिकट वारंट जारी किया जा रहा है वह गुरुग्राम के नाम से जारी होता है। इसके कारण सैनिक जब रेलवे स्टेशन पर टिकट वारंट लेकर पहुंचते हैं तो टिकट बनवाने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने डीआरएम के समक्ष एक अन्य मांग रखते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन परिसर पर यात्रियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमने 24 जनवरी 2015 को तत्कालीन केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को मांग पत्र सौंपकर रेलवे स्टेशन के दोनों प्लेटफॉर्म, और अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग रखी थी लेकिन अब तक यह मांंग पूरी नहीं हो सकी है। जबकि हालात को देखते हुए यह कार्य सबसे जरुरी है। उन्होंने जनहित में आग्रह किया सीसीटीवी कैमरे अतिशीघ्र लगवाना सुनिश्चित किया जाए।


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