गणेश मंदिर की चांदी की दीवारों पर सोने की परत चढ़ा रहे पांच मुस्लिम कारीगर
By: Dilip Kumar
8/21/2018 3:31:48 AM
मोती डूंगरी के गणेश मंदिर की चांदी की दीवारों पर सोने की परत चढ़ाने का काम कर रहे सभी पांच कारीगर मुस्लिम हैं। नाम हैं- इमरान, शहजाद, इरफान, मोहम्मद तोहा और समीर। बाकी के चार कारीगरों के लिए इमरान उनके उस्ताद हैं। इमरान बताते हैं कि वे बचपन से इस काम में लगे हैं। ये उनका पुश्तैनी काम है। काम का आलम ये है कि इमरान का मस्जिद से ज्यादा वक्त मंदिर के घंटों और आरती की गूंज सुनकर ही गुजरा है। बकौल इमरान कभी ऐसा नहीं हुआ कि कौम की वजह से कोई परेशानी हुई हो। वे भी मंदिर की मर्यादाओं का पूरा ख्याल रखते हैं। शहजाद बताते हैं कि यहां जब आरती होती है तो हम सब भी खड़े हो जाते हैं। मूर्ति ग्रह से हम खुद को इसलिए थोड़ा दूर रखते हैं ताकि किसी की भावना को ठेस न पहुंचे।
मस्जिद से ज्यादा वक्त मंदिरों में गुजरता है...काम ही इबादत
क्या करते हैं... सोने की परत चढ़ाते हैं
सोना मंदिर की ओर से दिया जाता है, ये उसे चाइनीज प्लेटों के जरिए परत में बदलते हैं, फिर केमिकल और हीटिंग की मदद से दीवारों पर लगाते हैं।
कितना चलता है...20-25 साल तक
सोने की परत चढ़ाने के बाद ये करीब 20-25 साल चलती है। साल में एक बार की सफाई ही काफी होती है।
"हमारी नजर में कोई भेदभाव नहीं होता'
हमारे यहां तो पिछले 15 साल से मुस्लिम कारीगर काम कर रहे हैं। हमारी नजर में कोई भेदभाव नहीं होता। पहले तो ये सोच ही नहीं थी कि ये हिंदू है, ये मुस्लिम है। यहां कौम नहीं, काम देखा जाता है। और हमारे सभी कारीगर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। - कैलाश शर्मा, महंत, गणेश मंदिर