राफेल डील पर पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति का बयान

By: Dilip Kumar
9/21/2018 10:13:59 PM
नई दिल्ली

फ्रांसीसी मीडिया की एक खबर में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से कथित तौर पर कहा गया कि 58,000 करोड़ रुपये के राफेल युद्धक विमान सौदे में भारत सरकार ने रिलायंस डिफेंस को दसॉल्ट एविएशन का साझेदार बनाने का प्रस्ताव दिया था. फ्रांस के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था. ओलांद की टिप्पणी इस मामले में भारत सरकार के रुख से इतर है.

इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति के इस बयान कि भारत सरकार ने एक खास संस्था को राफेल में दसॉल्ट एविएशन का साझीदार बनाने के लिये जोर दिया, की जांच की पुष्टि की जा रही है.’’ प्रवक्ता ने यह भी कहा, ‘‘एक बार फिर इस बात को जोर देकर कहा जा रहा है कि इस वाणिज्यिक फैसले में न तो सरकार और न ही फ्रांसीसी सरकार की कोई भूमिका थी.’’ राफेल के निर्माता दसॉल्ट एविएशन ने करार के दायित्वों को पूरा करने के लिये रिलायंस डिफेंस को अपना साझीदार चुना. सरकार यह कहती रही है कि ऑफसेट साझीदार के चयन में उसकी कोई भूमिका नहीं है.

अरबों डॉलर के इस सौदे में ओलांद की इस टिप्पणी के बाद देश में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज हो गया है. राफेल डील को लेकर सरकार पर पहले से ही हमलावर कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. पार्टी ने कहा कि सरकार का ‘सफेद झूठ’ पकड़ा गया और ‘चौकीदार’ इस मामले में ‘गुनहगार’ है.


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