हिमाचल में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात

By: Dilip Kumar
9/24/2018 7:16:23 PM
नई दिल्ली

हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने से पानी में बह जाने के कारण कांगड़ा और कुल्लू में क्रमश: एक पुरुष और एक लड़की की मौत हुई। अधिकारियों ने कुल्लू जिले के लिए 'हाई अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने बताया कि मूसलाधार बारिश के बाद नदियों में जल स्तर बढ़ने पर कांगड़ा जिले में उफान पर नजर आ रही नाहड़ खाड़ (छोटी नदी) में एक व्यक्ति के बह जाने से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है।

वहीं पंजाब सरकार ने राज्य में भारी बारिश के मद्देनजर सोमवार को 'रेड अलर्ट जारी किया और जिला प्रशासन से सतर्कता बनाए रखने की अपील की। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए सोमवार को एक बैठक भी बुलाई है।उन्होंने बताया, ''राज्य में मूसलाधार बारिश के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब सरकार ने मंगलवार को स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है।

वहीं चंडीगढ़ में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से सुखना झील का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। जिससे प्रशासन की ओर से झील के आपातकालीन फ्लड गेट खोलने के आदेश जारी कर दिए गए। बता दें जैसे ही झील का स्तर 1663 फीट तक पहुंचा, तभी झील के इमरजेंसी गेट खोल दिए गए। इससे पहले झील के गेट 2008 में खोले गए थे।

हिमाचल राज्य के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि एक अन्य घटना में कुल्लू के बजौरा में 14 साल की एक लड़की पानी में बह गई जिससे उसकी मौत हो गई। मंत्री ने कुल्लू जिले के कई प्रभावित इलाकों का दौरा किया और मृतका के परिजन से मिलकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि व्यास में अचानक आई बाढ़ के कारण कई घर भी बह गए। व्यास नदी खतरनाक स्तर पर बह रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को लकड़ियां आदि इकट्ठा करने के लिए नदियों या नालों के पास नहीं जाना चाहिए।

अधिकारियों ने बताया कि कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों सहित अन्य स्थानों पर निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उनसे सतर्क रहने को भी कहा जा रहा है, क्योंकि नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ रहा है। पुलिस अधीक्षक मोनिका भुटुनगुरू ने बताया कि चंबा में रावी नदी अब भी खतरनाक स्तर पर है और प्रशासन रविवार से ही लोगों को निचले इलाकों से निकाल रहा है।

कांगड़ा के उपायुक्त संदीप कुमार ने अधिकारियों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है कि पांडो जलाशय से पानी छोड़ा जाएगा। बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए भाखड़ा व्यास प्रबंधन बोर्ड ने कहा कि पोंग बांध से अत्यधिक पानी छोड़ा जाएगा, क्योंकि भारी बारिश के कारण जलाशय के जलग्रहण क्षेत्रों में पानी लबालब भर गया है।

मौसम विभाग ने मध्यम ऊंचाई की पहाड़ी वाले इलाकों और मैदानी इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान किया है जबकि ऊपरी पवर्तीय क्षेत्रों में बर्फबारी का पूर्वानुमान किया है। शिमला के मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मध्यम से लेकर भारी बारिश हो रही है।

जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ जिले में अचानक आई बाढ़ से महिलाओं व बच्चों सहित 30 लोगों को बचाया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के बाद यह लोग जिले के विभिन्न हिस्सों में फंस गए थे। उन्हें बिलावर, नागरी, जखोले और छब्बे चक सहित विभिन्न इलाकों में रातभर चले अभियान के दौरान सुरक्षित निकाला गया।

इस राहत अभियान को राज्य पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने अंजाम दिया। लगातार बारिश से जम्मू क्षेत्र के जलाशय और नदियां उफान पर हैं लेकिन मौसम में सुधार के साथ प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि मंगलवार तक अगले 24 घंटों में पानी का स्तर घट जाएगा।


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