जम्मू-कश्मीर : 22 साल बाद फिर राष्ट्रपति शासन
By: Dilip Kumar
12/19/2018 10:53:42 PM
जम्मू-कश्मीर में बुधवार को राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। यहां पिछले 6 महीने से राज्यपाल शासन था। राज्य में 22 साल बाद राष्ट्रपति शासन लगा है। इससे पहले यहां 1989 से अक्टूबर 1996 तक राष्ट्रपति शासन रहा था। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार से राज्यपाल शासन के 6 माह पूरे हो जाने के बाद राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी। जून में भाजपा ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद से ही यहां राज्यपाल शासन लागू था। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 21 नवंबर को विधानसभा भंग कर दी। विधानसभा भंग होने से पहले करीब आधे घंटे के भीतर दो दलों ने राज्य में सरकार बनाने का दावा कर दिया था।
राज्य ने 8 बार राज्यपाल शासन देखा
पहला 26 मार्च, 1977 से 9 जुलाई 1977
दूसरा 6 मार्च 1986 से 7 नवंबर 1986
तीसरा 19 जनवरी 1990 से 9 अक्टूबर 1996
चौथा 18 अक्टूबर 2002 से 2 नवंबर 2002
पांचवां 11 जुलाई 2008 से 5 जनवरी 2009
छठा 8 जनवरी 2015 से 1 मार्च 2015
सातवां 7 जनवरी 2016 से 4 अप्रैल 2016
आठवां 20 जून 2018 से 19 दिसंबर 2018
21 नवंबर को पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया था। वहीं, इसके 15 मिनट बाद ही पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के लीडर सज्जाद लोन ने भी राज्यपाल को चिट्ठी भेजकर भाजपा और पीडीपी के बागी विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था।
जम्मू-कश्मीर में 1989 से 1996 तक 6 सालों के लिए राष्ट्रपति शासन लगा था। उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार द्वारा राज्य के नए राज्यपाल के तौर पर जगमोहन की नियुक्ति के विरोध में इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, राष्ट्रपति शासन खत्म होने के बाद फिर से फारूक अब्दुल्ला की सरकार बनी थी।