फ्लैशबैक 2018 : एथलेटिक्स में बने रिकॉर्ड, डोपिंग से शर्मसार

By: Dilip Kumar
12/22/2018 5:55:37 PM
नई दिल्ली

एथलेटिक्स जगत में साल 2018  भारत के लिए कई उपलब्धियां लेकर आया. जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा और स्प्रिंटर हिमा दास ने खासकर दुनिया भर में भारत का परचम लहराया. 20 साल नीरज ने जूनियर विश्व रिकॉर्ड बनाया. हिमा दास विश्व स्तर पर किसी एथलेटिक्स स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. हालांकि, डोपिंग ने एक बार फिर भारतीय एथलेटिक्स को शर्मसार किया. अनुभवी चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा ने इस साल एथलेटिक्स को अलविदा कह दिया.

नीरज चोपड़ा पिछले दो साल में जगाई गई उम्मीदों पर खरे उतरे. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता. छह फुट लंबे पानीपत के नीरज ने इस साल दो बार अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा. उन्होंने एशियन गेम्स में 88.06 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता. वे डायमंड लीग सीरिज में 17 अंक लेकर चौथे स्थान पर रहे और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों की इस लीग में इस मुकाम तक पहुंचने वाले पहले भारतीय एथलीट रहे. भारत के पास अब नीरज के रूप में विश्व स्तरीय एथलीट है और उनकी उम्र भी ज्यादा नहीं है लिहाजा वे टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिए पदक जीतने वाले पहले एथलीट बन सकते हैं.

पूर्व विश्व रिकार्डधारी चेक गणराज्य के यूवी होन के मार्गदर्शन में नीरज की नजरें अब 90 मीटर का आंकड़ा छूने पर है. उन्होंने इस सत्र के आखिर में विश्व रैंकिंग में छठा स्थान हासिल किया. ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल में चोपड़ा मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गए. ओलंपिक चैंपियन जर्मनी के थामस रोलर ने उन्हें तीन सेंटीमीटर के अंतर से हराया. हिमा दास विश्व स्तर पर किसी एथलेटिक्स स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. उन्होंने फिनलैंड में आईएएएफ विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शीर्ष स्थान हासिल किया. हिमा से पहले कोई भी भारतीय महिला किसी भी स्तर पर विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण नहीं जीत सकी थी. वे ट्रैक स्पर्धा में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं.

असम की धींग गांव की हिमा फिनलैंड में मिली सफलता के बाद रातोंरात स्टार बन गई. उन्होंने एशियन गेम्स में 50.79 सेकंड का रिकॉर्ड समय निकालकर रजत पदक जीता. अंतरराष्ट्रीय एलीट वर्ग में उसकी राह इतनी आसान नहीं होगी. वे सत्र के आखिर में एशिया में दूसरे और विश्व में 23वें स्थान पर रहीं. ट्रिपल जंपर अरपिंदर सिंह इसी साल आईएएफ कांटिनेंटल कप में कांस्य पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने. घरेलू एथलेटिक्स में जिंसन जानसन ने 800 मीटर में श्रीराम सिंह का 42 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर 45.65 सेकंड का समय निकाला.

दुती चंद (महिलाओं की 100 मीटर), मोहम्मद अनस (पुरुषों की 400 मीटर), जानसन (पुरुषों की 1500 मीटर) और मुरली श्रीशंकर (पुरुषों की लंबी कूद) ने भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए. भारतीय एथलीटों ने इस साल एशियन गेम्स में 19 पदक जीते, जिनमें सात स्वर्ण, 10 रजत और दो कांस्य शामिल थे, जो 1978 बैंकाक खेलों के बाद भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने एथलेटिक्स में एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य जीता.

सत्र के आखिर में हालांकि डोपिंग का साया भारतीय एथलेटिक्स पर पड़ा, जब एशियन चैंपियन रिले धाविका निर्मला शेरोन को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया. उनके अलावा मध्यम दूरी की धाविका संजीवनी यादव, झुमा खातून, चक्का फेंक खिलाड़ी संदीप कुमारी, शॉट पुट खिलाड़ी नवीन डोप टेस्ट में पाजीटिव पाए गए. लंबी दूरी के धावक नवीन डागर को भी पॉजिटिव पाए जाने के बाद एशियन गेम्स से बाहर कर दिया गया. इससे पहले केटी इरफान और राकेश बाबू को कॉमनवेल्थ गेम्स में ‘नो सीरिंज’ नीति का उल्लंघन करने के कारण बाहर कर दिया गया था.


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