आखिर छात्र क्यों लगा रहे हैं मौत को गले?

By: Dilip Kumar
12/25/2018 8:33:40 PM
नई दिल्ली

आंखों में बड़े-बड़े सपने संजोये वो सारे सपने आंखे बंद होने के साथ तब बंद हो गए जब पढ़ाई का बोझ एक छात्र के लिए काल बन गया। इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे एक छात्र ने पढ़ाई के बोझ के चलते मौत को गले लगा लिया और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध कोटा में एक और छात्र ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र बिहार का रहने वाला था, जो यहां आइआइटी की तैयारी कर रहा था। पिछले चार दिन में आत्महत्या का यह तीसरा मामला है। पुलिस के अनुसार, बिहार में सिवान जिले के बहरिया पुलिस थाना इलाके का मूल निवासी जितेश यहां एलन इंस्टीट्यूट में आइआइटी की तैयारी कर रहा था। वह यहां तीन साल से कोचिंग कर रहा था।

पुलिस के अनुसार, जितेश कोटा के महावीर नगर इलाके में एक हॉस्टल में रहता था। मंगलवार सुबह जब वह नौ बजे तक अपने कमरे से बाहर नहीं निकला तो उसके मित्र कमरे पर पहुंचे। जहां कमरा अंदर से बंद मिल । मित्रों ने खिड़की से देखा तो जितेश पंखे पर रस्सी का फंदा बनाकर लटका हुआ था। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इससे पहले रविवार को मेडिकल की छात्रा दिशा सिंह (18) ने हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा उत्तर प्रदेश के रामखोला खुशीनगर की रहने वाली थी और लैंडमार्क सिटी स्थित एक हॉस्टल में रह रही थी। शनिवार को 12वीं की कोचिंग कर रहे छात्र दीपक दाधीच (17) ने आरकेपुरम स्थित कोचिंग संस्थान में ही फंदा लगाकर जान दे दी थी।


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