अयोध्या : अब छायेगा राम विवाह का उल्लास

By: Dilip Kumar
12/1/2018 8:46:29 PM
नई दिल्ली

रामजन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण के समर्थन में अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद शिवसेना व विहिप की हलचल से हलकान वैष्णव नगरी अब श्रीसीताराम विवाहोत्सव के मोड में आ गई है। मंदिर-मंदिर विवाहोत्सव की तैयारियां चल रही हैं। रामकथा व रामलीला मंचन के साथ आरम्भ होने वाला यह उत्सव अलग-अलग मंदिरों में अलग-अलग तिथियों में शुरु होगा। विवाह पंचमी के मुख्य पर्व पर कनक भवन, करुणानिधान भवन व रंगमहल समेत एक दर्जन स्थानों से भगवान की बारात बाजे-गाजे के साथ निकाली जाएगी।

विवाह उपासना की प्रख्यात स्थली विअहुति भवन में उत्सव का आगाज रामार्चा पूजन के साथ होगा। उत्सव की पूर्णाहुति मंदिर के संस्थापक आचार्य पुजारी रामशंकर शरण महाराज के पुण्य स्मरण एवं दरिद्र नारायण के भण्डारे से किया जाएगा। । मालूम हो कि यह वह स्थान है जहां चैत्र, बैसाख व ज्येष्ठ मास को छोड़कर शेष सभी माह की पंचमी पर विवाह उत्सव मनाया जाता है। अगहन पंचमी को वार्षिकोत्सव के रुप में मनाया जाता है और उत्सव बड़े धूमधाम से आयोजित होता है। इस मौके पर देश भर से शिष्य परम्परा के श्रद्धालुगण भी उत्सव में शामिल होने के लिए आते हैं।

इसी तरह दशरथ राजमहल बड़ा स्थान में उत्सव का श्रीगणेश बिन्दुगद्याचार्य स्वामी देवेन्द्र प्रसादाचार्य के निर्देशन में सात दिसम्बर से रामकथा के साथ होगा। भोपाल के विद्या वाचस्पति व मानस के प्रवक्ता आचार्य डा. रामाधार उपाध्याय के श्रीमुख से आयोजित कथा के साथ ही रामलीला का मंचन भी किया जाएगा। 

बताया गया कि 12 दिसम्बर को मुख्य पर्व पर दशरथ नंदन कुमारों की भव्य बारात शोभायात्रा के रुप में निकाली जाएगी। पुन: रात्रि में विधि-विधान से विवाह की वर्षगांठ मनाई जाएगी। अगले दिन 13 दिसम्बर को कुंवर कलेवा का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह से जगजननी देवी सीता के मायके रुप में प्रसिद्ध जानकी महल में उत्सव का शुभारम्भ नौ दिसम्बर को रामार्चा पूजन व रामलीला के साथ होगा। दस दिसम्बर को आयोजित होने फुलवारी लीला का नयनाभिराम मंचन हर श्रद्धालु को लुभाता है। यहां 11 दिसम्बर को हल्दी व तिलकोत्सव का आयोजन किया जाएगा। 

पुन: मुख्य पर्व पर घोड़ी पर दूल्हा सरकार के बारात के साथ धूमधाम से विवाहोत्सव आयोजित होगा। इसी कड़ी में सियाराम किला झुनकी घाट के महंत करुणानिधान शरण ने जानकारी दी कि इस बार उत्सव का आयोजन रामजानकी मंदिर, जसीडीह, देवघर, झारखंड में किया जाएगा। रामनगरी के सभी मंदिरों में महंतों और आचार्यों की ओर से सीताराम विवाहोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें देशभर से श्रद्धालु जुटेंगे।

 


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