पुलवामा का बदला: पाक में घुसकर जैश का सबसे बड़ा ट्रेनिंग कैम्प तबाह

By: Dilip Kumar
2/26/2019 1:08:56 PM
नई दिल्ली

पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार तड़के 3.30 बजे मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने पाक की सीमा में घुसकर हमला किया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमले में बालाकोट (पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत) में जैश का सबसे बड़ा आतंकी कैम्प तबाह कर दिया गया। इसे मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर संचालित करता था। हमले में कई आतंकी उनके सीनियर कमांडर मारे गए।’’

उधर, न्यूज एजेंसी ने वायुसेना के सूत्रों के हवाले से बताया कि बालाकोट के अलावा एलओसी के पार पीओके के मुजफ्फराबाद और चकोटी इलाके में भी बमबारी की गई। 12 मिराज विमानों ने 1000 किलो बम बरसाए। जैश का कंट्रोल रूम अल्फा-3 उड़ा दिया गया। हमले वाली जगह एलओसी से करीब 50 किलोमीटर दूर है। 14 फरवरी को हुए पुलवामा फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।

भारतीय सेना ने गुजरात में कच्छ के अब्दासा गांव में पाकिस्तान का खुफिया ड्रोन मार गिराया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ एलओसी पर सुरक्षा हालात का जायजा ले रहे हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा, "जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में हमला किया था। इसमें हमारे 40 जवान शहीद हुए थे। पिछले दो दशक से जैश पाकिस्तान में सक्रिय है।

इसका सरगना मसूद अजहर है जो पाकिस्तान के बहावलपुर में रहता है। भारतीय संसद पर 2001 में और 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले में इसी आतंकी संगठन का हाथ रहा है।" "हमने समय-समय पर पाकिस्तान को इसके बारे में जानकारी मुहैया कराई है। पाकिस्तान ने हर बार इससे इनकार किया है। जबकि पाकिस्तान की जानकारी के बिना वहां जिहादी ट्रेनिंग कैम्प्स नहीं चल सकते। पाकिस्तान ने अब तक आतंकियों के ठिकानों को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।" "हमें इंटेलिजेंस से इनपुट मिले थे कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई फिदायीन हमलों को अंजाम देने वाला है। आज तड़के भारत ने कार्रवाई कर जैश के बालाकोट स्थित सबसे बड़े ट्रेनिंग कैम्प्स पर हमला कर तबाह कर दिया। इसमें जैश के आला कमांडर्स और कई आतंकी मारे गए। मसूद के रिश्तेदार समेत कई आतंकी इसमें मारे गए।"

"थलसेना की मदद के बिना यह कार्रवाई सिर्फ जैश को निशाना बनाने के लिए थी। ये आतंकी कैम्प्स रिहाइशी इलाकों से दूर जंगल के इलाकों में थे।" "पाकिस्तान सरकार ने 2004 में कहा था कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल आतंकियों के लिए नहीं होने देगा। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेगा और जैश तथा अन्य संगठनों के अन्य ठिकानों पर कार्रवाई करेगा।"nदिल्ली में कल विपक्षी पार्टियों की बैठक होगी। इसमें पुलवामा हमले और भारत की जवाबी कार्रवाई पर चर्चा होगी।nप्रकाश जावड़ेकर ने कहा, "नरेंद्र मोदी ने सेना को पूरी छूट दी थी। वायुसेना ने जबरदस्त पराक्रम किया है, उसके लिए उन्हें बहुत बधाई। भारत ने हमले के 100 घंटे के अंदर आतंक के साजिशकर्ताओं कार्रवाई की। फिर पाक का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म किया। 200% ड्यूटी लगाई। भारत के पानी को वहां न जाने देने का निर्णय किया। मोदी जी पर लोगों का विश्वास है।"nप्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निवास पर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई।

भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के बाद पाक विदेश मंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई है। वायुसेना सूत्रों ने बताया कि पाक के एफ-16 विमानों ने जवाबी कार्रवाई की लेकिन मिराज-2000 लड़ाकू विमान की फॉर्मेशन को देखकर वापस लौट गए। पश्चिमी एयर कमांड ने ऑपरेशन का कोआर्डिनेशन किया। मिराज ने पाक के प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में एक ठिकाने को तबाह किया। खुफिया एजेंसियों ने इसकी लोकेशन मुहैया कराई थी।mभारत की कार्रवाई पर पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर एक ट्वीट किया कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की थी।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भारत की कार्रवाई पर कहा, "अगर यह बात सच है तो यह छोटा हमला नहीं है। यह हमारी उम्मीद से परे है।" इस बीच श्रीनगर में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलफ) के प्रमुख यासीन मलिक के घर छापे की कार्रवाई की है। सरकार ने पिछले हफ्ते मलिक समेत 18 अलगाववादियों की सुरक्षा हटा दी थी।

पाक में हमले के बाद भारतीय वायुसेना हाईअलर्ट पर है। पश्चिमी सीमा पर एयरफोर्स के फाइटर्स कॉम्बैट पेट्रोलिंग कर रहे हैं। यह पाक के जवाबी हमले की स्थिति में विमानों को भारतीय सीमा में घुसते ही उड़ा देने की क्षमता रखते हैं। पाक से सटी पश्चिमी सीमा पर जामनगर, उत्तरलाई, जैसलमेर, जोधपुर, फलौदी, नाल सहित पंजाब के सभी एयरबेस पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सैन्य सूत्रों ने कहा है कि हम पूरी तरह से तैयार हैं।

भारतीय जवानों ने उड़ी हमले के बाद 28-29 सितंबर 2016 की दरमियानी रात पीओके में घुसकर आतंकियों के लॉन्चिंग पैड तबाह किए थे। ऑपरेशन इतना सीक्रेट था कि उसकी जानकारी सिर्फ 7 लोगों को थी। उस ऑपरेशन का हिस्सा रहे लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामराव निंभोरकर ने एक कार्यक्रम में बताया था कि ऑपरेशन सिर्फ 2 घंटे में पूरा हुआ था। भारतीय सेना तड़के 3.30 बजे लक्ष्य पर पहुंच गई थी और ऑपरेशन खत्म कर करीब साढ़े पांच बजे बेस कैंप में लौट आई थी। कार्रवाई में करीब 38-40 आतंकी मारे गए थे। उस वक्त पीओके में 42 आतंकी कैंप एक्टिव थे। जिस इलाके में स्ट्राइक हुई, वहां 11-12 कैंप थे।

मिराज-2000 सिंगल इंजन का लड़ाकू विमान है। इसे फ्रेंच एविएशन कंपनी दैसो ने बनाया है। 1970 में इसकी डिजाइन तैयार की गई थी। 1982 में भारत ने फ्रांस से मिराज विमानों को खरीदने का फैसला किया था। पहली बार 36 सिंगल सीट मिराज 2000 एच और चार दो सीटों वाले मिराज टीएचएस विमानों के लिए आर्डर दिए गए।

1999 में कारगिल युद्ध के दौरान मिराज ने हिमालय की ऊंची पहाड़ियों पर पाक के ठिकानों पर जमकर बम बरसाए थे। सफेद सागर ऑपरेशन के तहत जुलाई 1999 में मिराज विमानों को दो स्क्वॉड्रनों ने 514 छोटी उड़ानें भरीं। 1 नंबर स्क्वॉड्रन ने एयर डिफेंस तैयार किया, जबकि 7 नंबर स्क्वॉड्रन ने 240 हमले करके पाक सेना पर 55000 किलो बम गिराए। वायुसेना के पास फिलहाल मिराज 2000 के दो बेड़े हैं। एक बेड़े में 16 से 18 विमान होते हैं।


comments