नाराज मुरली मनोहर जोशी ने लिखा पत्र- बीजेपी ने मुझे चुनाव लड़ने से मना किया

By: Dilip Kumar
3/27/2019 12:54:44 AM
नई दिल्ली

कानपुर लोकसभा सीट से टिकट कटने से नाराज बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद मुरली मनोहर जोशी ने मतदाताओं को पत्र लिखा है। मुरली मनोहर जोशी ने मतदाताओं को पत्र लिखकर कहा है कि बीजेपी के महासचिव ने उनसे कानपुर या किसी अन्य सीट से चुनाव न लड़ने के लिए मना किया है। पत्र के जरिए जोशी ने उनसे जबरन वीआरएस लिए जाने की ओर इशारा किया है। बता दें कि बीजेपी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी मुरली मनोहर जोशी और लालकृष्ण आडवाणी का नाम नहीं है।

मुरली मनोहर जोशी ने कानपुर के वोटर्स को चिट्ठी लिखकर कहा, 'बीजेपी के महासचिव रामलाल ने मुझसे कहा है कि मैं कानपुर और या किसी अन्य सीट से चुनाव न लड़ूं।' बता दें कि गुजरात के गांधीनगर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को टिकट न मिलने के बाद मुरली मनोहर जोशी का टिकट करने की चर्चा भी कई दिनों से चल रही थी।

बीजेपी की लोकल यूनिट मानकर चल रही थी कि जोशी को टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन जोशी अपनी दावेदारी नहीं छोड़ रहे हैं और मतदाताओं को लिखे गए पत्र में भी उन्होंने इसी ओर इशारा किया। इससे पहले सोमवार को उनका कानपुर पहुंचने का कार्यक्रम भी रद्द हो गया था। पहले वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यालय में होली मिलन कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे लेकिन उनका दौरा रद्द होने से कयासों का दौर शुरू हो गया था। 

बता दें कि मुरली मनोहर जोशी आरएसएस में गहरी पकड़ रखते हैं। कई वरिष्ठ स्वयंसेवक आज भी जोशी के आगे कुछ बोलने की हिम्मत नहीं करते लेकिन 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद पार्टी में उन्हें साइडलाइन करने किया जा रहा था। यह भी कहा जाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से उनकी विचारधारा मेल नहीं खाती।

कई बार पार्टी के खिलाफ भी बयान दे चुके हैं। पिछले साल मध्य प्रदेश के इंदौर में वह एक कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां उन्होंने पत्रकारों के सवाल पर अटपटा जवाब दिया था। उनसे जब पूछा गया कि वह मोदी सरकार को कितने नंबर देंगे तो जवाब में उन्होंने कहा था, 'कॉपी में कुछ लिखा हो, तब तो नंबर दूंगा।'

यही नहीं इसी कार्यक्रम में उन्होंने एनडीए सरकार के बनाए हुए नीति आयोग पर भी सवाल कर दिया था। उन्होंने कहा था कि आखिर इसे आयोग नाम क्यों दिया गया? इसका नाम नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रांस्फार्मिंग इंडिया है लेकिन किसी को नहीं पता कि यह करता क्या है। यह कौन सी योजनाएं बनाता है और किसके लिए काम करता है।

मुरली मनोहर जोशी एक समय बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह पार्टी के माने हुए नेताओं में थे। उस समय बीजेपी में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की तिकड़ी प्रसिद्ध थी। बदले हालात में लोकल यूनिट मानकर चल रही है कि किसी बाहरी या अनजान नाम को चुनाव लड़ाना पड़ सकता है। वहीं यूपी के डेप्युटी सीएम दिनेश शर्मा या केशव प्रसाद मौर्य के नामों पर भी चर्चा चल रही है।


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