तेजस्वी के फैसले से गुस्‍से में तेजप्रताप

By: Dilip Kumar
3/30/2019 11:37:53 PM
नई दिल्ली

तेजप्रताप यादव के रवैये से लालू परिवार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। युवाओं को आगे बढ़ाने के बहाने तेजप्रताप ने पार्टी नेतृत्व से अलग मोर्चा खोल दिया है। दो संसदीय सीटों से वह अपनी पसंद के प्रत्याशी उतारने वाले हैं। दावेदारों को संकेत कर दिया है। जहानाबाद से उनके करीबी चंद्र प्रकाश यादव अगले 24 अप्रैल को नामांकन दाखिल करेंगे। राजद ने यहां से पूर्व सांसद सुरेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है। जहानाबाद और शिवहर से पटना मिलने आए अपने समर्थकों को तेजप्रताप ने आश्वस्त किया है कि अभी भी वक्त है। मेरी बात नहीं मानी गई तो चंद्रप्रकाश 24 अप्रैल को नामांकन करेंगे। मैं उनका समर्थन करूंगा। राजद ने शिवहर से प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। तेजप्रताप ने कहा कि तेजस्वी से उनकी बात हुई है। वहां से अंगेश सिंह को सिंबल देने का आग्र्रह किया है। तेजस्वी ने दो दिन की मोहलत मांगी है। अगर अंगेश को भी टिकट नहीं मिला तो वह भी पर्चा भरेंगे।

तेजप्रताप ने कहा कि पार्टी में युवाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है, किंतु मेरी बात नहीं सुनी जा रही है। जहानाबाद पर तेजस्वी ने मुझे असमंजस में रखा। इसी बीच तीन बार से हारते आ रहे सुरेंद्र यादव को टिकट दे दिया गया। लोग उन्हें पसंद नहीं कर रहे हैं।
पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के लिए अर्जी देने के बाद से लालू-राबड़ी के सरकारी आवास से अलग रहते आ रहे तेजप्रताप कई वजहों से पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। बड़ी बहन डॉ मीसा भारती को स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर रखे जाने के बाद से तेज प्रताप ज्यादा मुखर हो गए हैं।

वह अपने ससुर चंद्रिका राय को भी सिवान से राजद के सिंबल पर लडऩे देने के पक्ष में नहीं हैं। इसके लिए पार्टी नेतृत्व पर दबाव भी बनाया। महागठबंधन के प्रत्याशियों के संयुक्त ऐलान से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने जहानाबाद और शिवहर से पसंदीदा प्रत्याशियों को टिकट दिलाने की कोशिश की, लेकिन परिवार और पार्टी नेतृत्व ने उनके दबाव को खारिज करते हुए चंद्रिका को सिवान से राजद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। पार्टी के ऐलान के बाद तेजप्रताप को चोट पहुंची। उन्होंने सिवान से खुद ही निर्दलीय उतरने का एलान कर दिया।


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