'लैला-मजनू से कम नहीं PM मोदी व CM नीतीश की आशिकी'

By: Dilip Kumar
4/15/2019 1:14:56 PM
नई दिल्ली

असदउद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के बीच के संबंध को 'लैला-मजनू का प्‍यार' करार दिया। कहा कि इसमें कौन 'लैला' है और कौन 'मंजनू' यह मत पूछिए। ओवैसी ने शनिवार को बिहार के किशनगंज स्थित पोठिया, ठाकुरगंज और बहादुरगंज में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री पर जमकर तंज किए। साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधा। वे किशनगंज लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्‍याशी अख्तरुल ईमान के मक्ष में चुनाव प्रचार करने किशनगंज आए थे।

किशनगंज में एआइएमआइएम प्रमुख ने कहा कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की आशिकी बड़ी मजबूत आशिकी है, इन दिनों दोनों के बीच लैला-मजनूं से भी ज्यादा मोहब्बत है। लेकिन इसमें लैला कौन है और मजनू कौन है, ये आप खुद तय कीजिए। औवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की लव स्‍टोरी लैला-मजनू की तरह है। उन्‍होंने दोनों को संबोधित करते हुए कहा कि जब उनकी लव स्‍टोरी लिखी जाएगी, तो उसमें संप्रदायों के बीच नफरत फैलाने की कहानी भी लिखी जाएगी। कहा कि जब से दोनों एक साथ आए, हिन्दुस्तान में हिन्दू-मुस्लिम तनाव पैदा हुआ।

ओवैसी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जहां कुर्सी के लिए पाला बदलने का आरोप लगाया, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जनता से झूठे वायदे कर गुमराह करने की बात कही। कांग्रेस पर सीधे हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि जब तीन तलाक बिल लोकसभा पेश किया जा रहा था, उस वक्त स्थानीय सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी को कांग्रेस ने बोलने तक नहीं दिया था, जिसे मौलाना ने स्वयं खुले मंच से स्वीकार किया था।

पार्टी प्रत्याशी अख्तरुल ईमान के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नोटबंदी फैसले के कारण देश के गरीब बर्बाद हो गए। मोदी के अच्छे दिन देश में कहीं नहीं दिखे। पांच साल बीतने के बाद भी लोगों के खाते 15 लाख रुपये नहीं आए। जीएसटी से व्यापार बर्बाद हो गया। कांग्रेस पर भी हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि उसने लंबे अरसे से मुसलमानों को वोट बैंक के रूप मे इस्तेमाल किया, लेकिन मुसलमानों के पिछड़ेपन व बदहाली दूर नहीं किया।

तीन तलाक के मुद्दे पर कांग्रेस के 45 सांसद रहने के बावजूद उन्होंने संसद मे मोदी का साथ दिया। उन्होंने बिहार में कानून का राज होने से इनकार किया तथा कहा। कहा कि सीमांचल के लोगों को आजादी के बाद से सभी राजनीतिक दलों ने विकास और जात-पात के नाम पर ठगने का काम किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के नाम पर वोट लेकर नरेंद्र मोदी के पाले में जाकर राज्य की जनता को धोखा दिया।


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