राजग सरकार बनने के बाद शिवसेना ने अलापा मंदिर-राग

By: Dilip Kumar
6/6/2019 5:03:11 PM
नई दिल्ली

लोकसभा चुनाव से छह महीने पहले राम मंदिर का मुद्दा गर्मा गया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद जैसे तमाम हिंदू संगठन इस मुद्दे पर लामबंद होने लगे थे. इस मामले को लेकर सरकार से अध्यादेश लाने तक की मांगें उठने लगी थीं. लेकिन सियासी हालात ऐसे बने कि चुनाव से चार महीने पहले इस मुद्दे को ठंडा कर दिया गया. उस समय कहा गया कि मंदिर मुद्दे का लाभ कोई राजनीतिक दल न उठा सके, इसलिए मामले पर लोकसभा चुनाव के बाद बात होगी. अब जबकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार NDA की सरकार बन चुकी है, तो एक बार फिर इस मामले पर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. स्वामी रामदेव और सुब्रमण्यम स्वामी के बाद अब राजग के प्रमुख सहयोगी दल शिवसेना ने ही इस मुद्दे को उठाया है.

एक दिन पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या का दौरा करने की खबरें आई थीं. अब गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राऊत का इस संबंध में बयान आ गया है. राऊत ने अपने बयान में कहा है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी ने अकेले दम पर 303 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की है. शिवसेना को 18 सीटों पर जीत मिली है. राजग में शामिल सभी दलों ने सम्मिलित रूप से 350 से ज्यादा सीटें हासिल की हैं, अब अगर राम मंदिर न बना तो देश की जनता का हम पर से विश्वास उठ जाएगा.

संजय राऊत ने अपने बयान में कहा है, ‘मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है जबकि राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया जाना चाहिए. क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश की जनता का राजग पर से विश्वास उठ जाएगा.’ शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राऊत ने अपने बयान में आगे कहा, ‘भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत हासिल की, शिवसेना को 18 सीटें मिलीं. राजग ने 350 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की. मंदिर निर्माण के लिए इससे ज्यादा और कितनी सीटें चाहिए?’


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