नरेंद्र मोदी ने रांची में योग किया, कहा- योग सरहद से परे और सबका है

By: Dilip Kumar
6/21/2019 2:08:21 PM
नई दिल्ली

पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और दुनिया को शुभकामनाएं दीं। यहां के प्रभात तारा मैदान में उन्होंने कहा, "योग अनुशासन है, समर्पण है और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है। योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत और सरहद के भेद से परे है। योग सबका है और सब योग के हैं।" वे यहां 28 हजार लोगों के साथ योग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री गुरुवार रात ही रांची पहुंच गए थे। मोदी के साथ योग करने के लिए करीब 40 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। संख्या ज्यादा होने के चलते 12 हजार लोगों के लिए नजदीक स्थित दूसरे मैदान में योग करने की व्यवस्था की गई। इस बार योग दिवस की थीम है- योग फॉर हार्ट।

मोदी ने कहा- "ड्राइंग रूम से बोर्ड रूम तक, शहरों के पार्क से लेकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तक आज योग है। गली-कूचों से वेलनेस सेंटर्स तक आज चारों तरफ योग को अनुभव किया जा सकता है।" "आज के बदलते हुए समय में बीमारी से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर हमारा फोकस होना जरूरी है। यही शक्ति हमें योग से मिलती है। यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है। योग सिर्फ तभी नहीं होता, जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं।"

"अब मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है, गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है। मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है, क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है।"
28 स्कूलों के 2600 बच्चे भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। प्रभात तारा मैदान में हर प्रतिभागी को योग के लिए 24 स्क्वायर फीट की जगह मिली। 12 हजार लोग नजदीकी जेएससीए स्टेडियम और सेंट थॉमस स्कूल में योग किया। कार्यक्रम स्थल पर जगह-जगह स्क्रीन लगाए गए। मंच भी इस तरह से डिजाइन किया गया कि ज्यादातर प्रतिभागी प्रधानमंत्री को देख सकें।

सुरक्षा के लिहाज से मैदान में 100 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए। सुरक्षा के लिहाज से 4 हजार जवानों को तैनात किया गया।
इससे पहले अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस का मुख्‍य समारोह 2015 में नई दिल्‍ली में, 2016 में चंडीगढ़ में, 2017 में लखनऊ में और 2018 में देहरादून में आयोजित किया गया था। मोदी सभी कार्यक्रमों में शरीक हुए थे।


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