संकट में कर्नाटक सरकार

By: Dilip Kumar
7/6/2019 6:48:33 PM
नई दिल्ली

कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायकों के इस्‍तीफे से कुमारस्‍वामी सरकार पर गंभीर संकट आ गया है। इन विधायकों में बीसी पाटिल, एच विश्वनाथ (), नारायण गौड़ा, शिवराम हेब्बर , महेश कुमाथल्ली, प्रताप गौड़ा पाटिल, रमेश जारकीहोली और गोपालैया शामिल हैं। जिन जेडीएस और कांग्रेस के विधायकों ने इस्‍तीफा दिया है, वे बेंगलुरू के एचएएल एयरपोर्ट पहुंचे हुए हैं।

इस नए घटनाक्रम से राज्‍य का सियासी माहौल एकबार फिर गरमा गया है। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के बड़े नेता एक तरफ इस बगावत को थामने में जुटे हैं तो वहीं दूसरी ओर भाजपा इसे एक मौके के तौर पर ले रही है। इस्‍तीफा देने वाले कांग्रेस के तीन विधायकों एसटी सोमशेखर, बैराठी बसवराज (Byrathi Basavaraj) और मुनिरत्न ने कहा है कि वे चाहते हैं कि कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया जाए। इन विधायकों का कहना है कि यदि सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे इस्तीफा वापस ले लेंगे। कांग्रेस विधायकों के इस रुख से राज्‍य में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

गठबंधन सरकार पर खतरा ऐसे वक्त मंडरा रहा है, जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अमेरिका में हैं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश कुंडु राव ब्रिटेन में हैं जो अब रविवार को लौट रहे हैं। दिल्‍ली में कांग्रेस मुख्‍यालय में कर्नाटक संकट पर आपात बैठक बुलाई गई है।  भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा ने पहले कहा था कि मुझे और मेरी पार्टी को अन्य प्रतिद्वंद्वी दलों के घटनाक्रमों से कोई लेना-देना नहीं है। मैंने विधायकों के इस्‍तीफे के बारे में मीडिया से जाना। मैं स्पष्ट रूप से दोहरा रहा हूं कि भाजपा का इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहना है।

बाद में उन्‍होंने कहा कि हम कर्नाटक में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम को करीब से देख रहे हैं। मैं एक बात कह सकता हूं कि लोग चुनाव के लिए तैयार नहीं हैं। चुनाव सरकारी खजाने पर बोझ है। अगर स्थिति पैदा होती है तो हम निश्चित रूप से संवैधानिक प्रावधानों का पता लगा कर अगली सरकार बनाएंगे। बताया जाता है कि जब ये विधायक विधानसभा अध्‍यक्ष केआर रमेश कुमार को अपना इस्‍तीफा सौंपने उनके दफ्तर पहुंचे तो वह मौजूद नहीं थे। इसके बाद इन विधायकों ने अपना इस्‍तीफा विधानसभा अध्‍यक्ष कार्यालय में संबंधित सचिव को सौंपा। मौजूदा घटनाक्रम के बारे में विधानसभा अध्‍यक्ष ने कहा कि मैं अपनी बेटी को रिसीव करने के लिए घर चला गया था। मैंने अपने कार्यालय से विधायकों का इस्तीफा लेने के लिए कहा है। कुल 11 सदस्यों ने इस्तीफा दिया है। कल यानी रविवार को अवकाश है। अत: मैं सोमवार को ही अब इस मामले को देखूंगा।

भाजपा नेता एवं राज्‍य के पूर्व मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा (BS Yeddyurappa) ने कहा कि लोग देख रहे हैं कि डीके शिवकुमार किस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने स्पीकर के दफ्तर के अंदर कुछ विधायकों के त्याग पत्र को फाड़ दिया, जो इस्तीफा देने गए थे, यह निंदनीय है।  वर्तमान संकट पर जेडीएस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा कि इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। मैंने किसी से कुछ नहीं बोला। मैं केवल निगम चुनाव के लिए खुद को तैयार करने के लिए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित कर रहा हूं।

विधायकों के इस्‍तीफे पर कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिव कुमार ने कहा कि वे कुछ छोटी कहानियाँ बता रहे हैं। यह कहानी नहीं है कि वे जाएं और इस्तीफा दें। यह हम सभी के लिए चौंकाने वाला है। मुझे लगता है कि अच्छी भावना उन पर हावी होगी। अगर वे मुझे सलाखों के पीछे डालना चाहते हैं, तो मैं तैयार हूं। उन्हें शिकायत दर्ज करने दें। मैंने बहुत बड़ा जोखिम लिया है।

शनिवार को विधानसभा अध्‍यक्ष केआर रमेश कुमार से मिलने पहुंचे दोनों दलों के विधायकों की खबर जैसे ही सामने आई सूबे का सियासी माहौल एकबार फिर गरमा गया। शुरुआत में राज्‍य के मंत्री डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने कहा कि मैं सभी विधायकों से मिल चुका हूं जो विधानसभा अध्‍यक्ष के कार्यालय पहुंचे हैं। उन्‍होंने दावा किया कि कोई भी विधायक इस्‍तीफा देने नहीं जा रहा है। सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है। लेकिन विधायकों के इस्‍तीफे से उनके दावे गलत साबित हुए।

विधानसभा अध्‍यक्ष के कार्यालय पहुंचे कांग्रेस विधायक रामालिंगा रेड्डी ने कहा कि मैं विधानसभा अध्‍यक्ष को अपना इस्‍तीफा सौंपने आया हूं। मैं अपनी बेटी (कांग्रेस विधायक सौम्‍या रेड्डी, Sowmya Reddy) के अगले कदम के बारे नहीं जानता। उन्‍होंने कहा कि मैं पार्टी में किसी को भी इसका दोष नहीं दे रहा हूं। मुझे लगता है कि कुछ मुद्दों पर मेरी उपेक्षा की जा रही है। इसीलिए मैंने इस्‍तीफा देने का फैसला लिया है।

इस बीच भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्‍हा राव ने कहा है कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को नकार दिया है। लोकसभा चुनावों में दोनों की दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा बावजूद इसके भाजपा राज्‍य में भारी बहुमत हासिल करने में सफल रही। भाजपा की प्रचंड जीत राज्‍य के लोगों के मूड को स्‍पष्‍ट तौर पर बता रही है। निश्चित रूप से विपक्ष के विधायक भी गठबंधन के खिलाफ जनता के गुस्से का सामना कर रहे हैं।

विधानसभा अध्‍यक्ष से मिलने पहुंचे कांग्रेस विधायक बीसी पाटिल ने कहा कि मेरे क्षेत्र और उत्तर कर्नाटक के लोगों के साथ अन्याय हुआ है। माना जा रहा है कि इससे राज्‍य में उपजे मौजूदा संकट से सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अभी हाल ही में कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह ने विधानसभा अध्‍यक्ष को अपना इस्‍तीफा सौंपा था।

 


comments