अनुच्छेद 370 : पाक की मदद से सुपर पॉवर का भी इंकार

By: Dilip Kumar
8/6/2019 6:12:19 PM
नई दिल्ली

भारत की ओर से कश्मीर के संवैधानिकबदलाव को अमेरिका ने उनका आंतरिक मामला बताते हुए इसमें किसी भी तरह से हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया है। दरअसल अभी तक पाकिस्तान कश्मीर के मामले में अमेरिका से मध्यस्थ की भूमिका निभाकर इस मामले को निपटाने के लिए कह रहा था। दिल्ली में संसद ने सोमवार को एक प्रस्ताव पारित कर कश्मीर से विशेष दर्जे(अनुच्छेद 370) को खत्म कर दिया था। इसी के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका से संपर्क करके भारत के इस फैसले से प्रभावित होने वाले लोगों के साथ चर्चा में शामिल होने का आग्रह किया था मगर अमेरिका ने इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया। अमेरिका की विदेश विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि नई दिल्ली से कश्मीर में जो कार्रवाई की गई है वो उनका आंतरिक मामला है। इसमें अमेरिका की ओर से कोई भूमिका नहीं निभाई जाएगी।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई कि मंगलवार को कहा कि इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) का एक अधिवेशन जेद्दा में भारतीय कब्जे वाले कश्मीर के घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए भी हो रहा हैl। रविवार को ओआईसी के जनरल सेक्रेटरी ने भारत के कब्जे वाले कश्मीर में बिगड़ते हालात पर "गहरी चिंता" व्यक्त की थी, इसमें अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की रिपोर्ट भी शामिल की गई थी।

सोमवार को, विदेश कार्यालय (एफओ) ने भारत सरकार के इस कदम की कड़ी निंदा की और उसे खारिज कर दिया, इस बात पर जोर दिया कि अधिकृत कश्मीर को विवादित क्षेत्र के रूप में मान्यता दी गई थी। बयान में कहा गया है कि "भारत सरकार द्वारा कोई एकतरफा कदम इस विवादित स्थिति को बदल नहीं सकता है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)के प्रस्तावों में निहित है। भाजपा सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के खिलाफ युद्ध की खुली घोषणा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का परीक्षण है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को तुरंत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाने की अपील करनी चाहिए साथ ही चीन, यूके, रूस, तुर्की, सऊदी अरब और अन्य सभी देशों को परामर्श और एक मजबूत और निर्णायक रणनीति के लिए संलग्न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वो राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के प्रधानमंत्री ली, सऊदी अरब के प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान, संयुक्त अरब अमीरात के राजकुमार और राष्ट्रपति, तुर्की के तैयप एर्दोगन से अपील करेंगे कि वो क्रूरता और लोगों के उत्पीड़न को रोकने में निर्णायक भूमिका निभाएं।  


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