कोरोना को हराना है, भारत को विश्वगुरु बनाना है : आनंद सतीजा

By: Dilip Kumar
5/14/2020 10:25:09 PM
नई दिल्ली

कोरोना से युद्ध के इस यज्ञ में सभी अपनी-अपनी ओर से आहूतियां डाल रहे हैं। वहीं भारत सरकार द्वारा प्रायोजित (सीखो और कमाओ) 'नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर टेक्नीकल ट्रेनिंग' (एनआईटीटी) ने भी इसमें एक आहूति डालने का बीड़ा उठाया है। उसने हरियाणा सरकार के 'हरियाणा स्किल डेवलपमेन्ट मिशन' के 'सखा' (सुरक्षा कवच अभियान) के तहत 20 लाख मास्क वितरित करने के लक्ष्य में अपना योगदान देने का निर्णय किया है। अपने इस निर्णय को अमलीजामा पहनाते हुए उसने अपने एक लाख मास्क बनाकर देने के लक्ष्य के एक चरण को पूरा कर एचएसडीएम को 50,000 मास्क बनाकर दे दिए हैं और आने वाली 20 मई को अगले चरण को पूरा करते हुए 50,000 मास्क और देकर अपना लक्ष्य पूरा कर लेंगे।

निट के गुरुग्राम से अध्यक्ष उद्योगपति एवं समाजसेवी आनंद सतीजा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने इस कार्य की शुरुआत 20 अप्रैल से की थी, और इसे 20 मई तक पूरा करना था। उन्होंने बताया एचएसडीएम ने इसके लिए हमें कपड़ा उनकी ओर से दिया गया, बाकी इसे सिलकर देने की जिम्मेवारी हमारी थी। उन्होंने बताया कि जहां एक ओर पूरे देश में लॉकडाउन हो गया और कई लोग बेरोजगार हो गए, वहीं हमने ये बीड़ा उठाकर देशसेवा में अपना योगदान देते हुए कई बेरोजगारों को रोजगार भी मुहैया करवाया।
उन्होंने बताया कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं, वहीं हमारा प्रयास तो उनके लिए एक छोटी-सी कोशिश भर है। उन्होंने कहा कि जहां कोरोना जैसी भयानक बीमारी को अपने देश से जड़ से भगाने और उससे मुकाबला करने के लिए एक नहीं कई हाथ संगठित होकर काम कर रहे हैं, वहां उनका ये प्रयास तो कुछ नहीं है।

यहां बता दें कि इससे पहले भी सतीजा ने स्किल इंडिया के तहत कई महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। वहीं इस बार हरियाणावासियों के लिए कोरोना जैसी भयावह बीमारी से बचाव के लिए मास्क बनवाकर कई बेरोजगारों को रोजगार भी दिया है। जहां एक ओर पूरा देश कोरोना जैसी बीमारी से जूझ रहा है, वहीं सतीजा ने ऐसे समय में घर में न बैठकर देश की सेवा में अपना योगदान देने का मन बनाकर न केवल स्वयं बल्कि अपने एक अनन्य मित्र विजय साहनी के साथ मिलकर मोदी जी के 'सुरक्षा कवच योजनाÓ में अपना एक हाथ शामिल कर दिया है ।

सतीजा ने बताया कि इस लॉकडाउन में मैंने अपने यहां 40 लोगों, जिनमें कुछ महिलाएं भी हैं, को रोजगार देकर मोदी जी के भारतवर्ष को विश्वगुरु बनाने के सपने को साकार करने में अपनी एक छोटी सी कोशिश शामिल की है। उन्होंने कहा कि अगर भारत का प्रत्येक नागरिक मोदी जी के सपने को जो उन्होंने हमारे लिए ही देखा है, को पूरा करने में उनका सहयोग करेगा तो वो दिन दूर नहीं कि जब ऐसे ही एक-एक हाथ मिलकर मुठ्ठी बन जाएं और सारी दुनिया भारत को जल्द ही एक विश्वगुरु के रूप में जानने लगे।

सतीजा ने बताया कि उनका मित्र विजय जम्मू एंड कश्मीर का रहने वाला है और इससे पहले भी उन्होंने उनके सहयोग से कई काम किए हैं। उन्होंने बताया कि जब सभी काम धंधे बंद हो गए तो ऐसे समय का उन्होंने सदुपयोग करके समाजसेवा करने की ठानी। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान वो कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सोशल डिस्टेंसिग की भी पूरी पालना कर रहे हैं ताकि कोई कर्मचारी बीमार न हो जाए। हम स्वस्थ रहेंगे तभी तो एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे।


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