वायरस हो या बॉर्डर की चुनौती, भारत निपटने में सक्षम; NCC की रैली में बोले पीएम मोदी

By: Dilip Kumar
1/28/2021 2:51:21 PM
नई दिल्ली

दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीते साल भारत ने दिखाया है कि वायरस हो या बॉर्डर की चुनौती, वह अपनी रक्षा के लिए पूरी मजबूती से हर कदम उठाने में सक्षम है। वैक्सीन का सुरक्षा कवच हो या फिर भारत को चुनौती देने वालों के इरादों को आधुनिक मिसाइल से ध्वस्त करना, भारत हर मोर्चे पर समर्थ है

बाढ़ से लेकर किसी भी अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान एनसीसी कैडेटों ने भारत के लोगों की मदद की है। कोरोना के पूरे कालखंड में लाखों लाख कैडेट्स ने देश भर में जिस प्रकार प्रशासन, समाज के साथ मिलकर काम किया है वो प्रशंसनीय है। हमारे संविधान में जिन नागरिक कर्तव्यों की बात कही गई है, वो निभाना सभी का दायित्व है। उन्होंने यह भी कहा कि आप सभी एनसीसी के युवा साथियों के बीच जितने भी पल बिताने का मौका मिलता है, वो बहुत सुखद अनुभव देता है। आज के कार्यक्रम देखकर सिर्फ मुझे ही नहीं, हर किसी को गर्व महसूस होता होगा। आपने 26 जनवरी की परेड में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। पीएम मोदी ने एनसीसी की रैली को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि एनसीसी के बाद भी अनुशासन की भावना आपके साथ रहनी चाहिए। आप अपने आस-पास के लोगों को भी निरंतर इसके लिए प्रेरित करेंगे तो भारत का समाज और देश मज़बूत होगा। दुनिया के सबसे बड़े यूनिफॉर्म और यूथ के रूप में एनसीसी ने अपनी जो छवि बनाई है वो दिनों दिन और मज़बूत होती जा रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि शौर्य और सेवा भाव भारतीय परंपरा को जहां बढ़ाया जा रहा है, वहां एनसीसी कैडेट नजर आता है। जहां संविधान के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने का अभियान चल रहा है वहां भी एनसीसी कैडेट दिखते हैं। पर्यावरण, जल संरक्षण या स्वच्छता से जुड़ा कोई अभियान हो वहां एनसीसी के कैडेट जरूर नज़र आते हैं।
दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया औैर उन्होंने एनसीसी दलों के मार्च पास्ट का निरीक्षण किया। कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख उपस्थित हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने एनसीसी की भूमिका को व्यापक बनाने की कोशिश की है। सीमा और तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करने के लिए एनसीसी की भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछले साल 15 अगस्त को यह घोषणा की गई थी कि तटीय और सीमावर्ती क्षेत्रों के लगभग 175 जिलों में एनसीसी को नई ज़िम्मेदारियां दी जाएंगी। इसके लिए सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा एक लाख एनसीसी कैडेटों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इनमें से एक तिहाई कैडेट लड़कियां हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में एक समय में सैकड़ों ज़िले नक्सलवाद से प्रभावित थे। लेकिन स्थानीय नागरिकों का कर्तव्य भाव और सुरक्षाबलों का शौर्य साथ आया तो नक्सलवाद की कमर टूटनी शुरू हुई। अब देश के कुछ ज़िलों में ही नक्सलवाद सिमट के रह गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को फ्रांस से 3 और राफेल मिले हैं। उनमें हवा में ही रिफ्यूलिंग करने की क्षमता है। भारत जल्द ही रक्षा उपकरणों का बाजार होने के बजाय निर्माता के रूप में जाना जाएगा। आप आत्मनिर्भरता के कई लक्ष्यों को पूरा होते देख रहे हैं। जब आप अपने आस-पास स्थानीय ब्रांडों को लेकर उत्साह देखते हैं, तो यह एक सकारात्मक बदलाव है।


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