सरस मेले में मध्यप्रदेश के चंदेरी साड़ी, सूट्स लोगों को कर रहा आकर्षित

By: Dilip Kumar
11/23/2022 10:45:01 AM

नई दिल्ली। जैसे जैसे मेला अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रहा है वैसे वैसे सरस मेले में लोगों का वीकडे में भी भीड़ देखने को मिल रहा है। प्रगति मैदान के बीचोबीच हॉल नंबर 7 (एबीसी) में भारत के विभिन्न राज्यों के सामान यहां लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। सरस मेले में पंजाब के गुड़दासपुर जिले से आई हुईं की सोआनी एसएचजी की रंजीत कौड़ बताती हैं कि हमारे स्टॉल नंबर 92पर 47प्रकार के वेज आचार के आयटम हैं वहीं चार प्रकार के नॉनवेज आचार भी बनाती हैं। जिसमें कुछ खास आचार कच्ची हल्दी का आचार, मोरिंगा आचार, लहसन ये बहुत ही टेस्टी व स्वादिष्ट आचार हैं।

पंजाब के अचार, मुरब्बा औऱ चटनी भी महिलाओं व आम लोगों को कर रहा आकर्षित

वहीं, मध्यप्रदेश की शिवपुरी जिला से आने वाली गद्दी महराज स्वयं सहायता समूह की विनीता जादौन बताती हैं कि वह यहां नेचुरल आंवला कैंडी, विभिन्न प्रकार के पापड़, कच्चा आम की जैली, पान की जैली, पांच प्रकार के सीड्स से बना हुआ आयटम जो कि विभिन्न प्रकार के प्रोटीन से युक्त है। मध्यप्रदेश की ही अशोकनगर जिला से आई हुईं नसरीन बानो बताती हैं कि उनके स्टॉल नंबर 140पर चंदेरी साड़ी सूट्स के सामान भी दिल्ली वालों को काफी आकर्षित कर रहा है। वहीं, जम्मू से आई हुईं बिमला देवी जो कि जय गणेश एसएचजी से जुड़ी हुई हैं वो स्टॉल नंबर104पर जम्मू-कश्मीर की फेमस ड्राई फूट्स में अखरोट, बदाम समेत राजमा, अचार समेत तमाम आयटम लेकर आई हुई हैं जोकि दिल्ली वालों को लुभा रहा है। इसके साथ ही थकावट के बाद लोगों ने सरस मेले में चल रहे सांस्कृतिक संध्या का लुत्फ उठाकर अपनी थकावट को दूर भगाया। सांस्कृतिक संध्या में लोगों ने मैजिक शो का भी आनंद लिया। मैजिक शो ने बच्चों का भरपूर मनोरंजन किया। 

ज्ञात हो कि दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 41वें विश्व व्यापार मेले में एक बार फिर परंपरा, क्राफ्ट,कलाएवंसंस्कृति से सराबोर“वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल” थीम के साथ, 14 नवंबर से 27नवंबर तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2022 का आयोजन प्रगति मैदान स्थित हॉल नंबर 7 (ए, बी, सी) में किया जा रहा है।केंद्रीयग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2022 मेंग्रामीणभारतकीशिल्पकलाओंकामुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है।14 नवंबर से 27नवंबर तक चलने वाले इस उत्सव में 26 राज्यों के 300 के करीब महिला शिल्प कलाकार, 150 के करीब स्टॉलों पर अपनी अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन कर रहे हैं।


comments