बंपर सेल के साथ सम्पन्न हुआ सरस आजीविका मेला 2022

By: Dilip Kumar
11/27/2022 6:46:33 PM
नई दिल्ली

बंपर सेल के साथ चौदह दिनों तक चलने वाला सरस आजीविका मेला 2022का आज समापन हो गया। इस दौरान सरस ने अपने पुराने सारे रिकार्ड को तोड़ते हुए 6 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया। इसकी जानकारी देते हुए सीएल कटारिया ने बताया कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में जहां सैकड़ों व्यापारिक कंपनियाँ और मंत्रालय व विभिन्न राज्यों के स्टाल लगे हुए थे वहीं प्रगति मैदान के बीचोंबीच हाल नंबर सात में सरस आजीविका मेले की आबोहवा देखते ही बनी। विशाल गेट, स्टालों की सजावट, शानदार थीम पवेलियन और सायंकाल को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बदौलत सरस आजीविका मेला दर्शकों की पहली पसंद बना रहा। उन्होंने बताया कि प्रगति मैदान में प्रवेश करते ही दर्शकों की पहली पसंद सरस का भ्रमण रहा। यही कारण रहा कि सरस ने अपने सारे रिकार्ड तोड़ते हुए बंपर सेल किया है। उन्होंने कहा कि इस बंपर सेल से देश भर के 26 राज्यों से आई हुईं स्वयं सहायता समूहों की 300 महिलाओं को सशक्त बनाने में एक कदम है, जिन्होंने 150से ज्यादास्टॉलों पर देश भर के विभिन्न ग्रामीण प्रांतों के हेंडीक्राफ्ट, हेंडलूम व नेचुरल फूड का सामान लेकर प्रगति मैदान में आईं। समापन समारोह के दौरान सभी राज्यों से आए हुए स्टेट कोआर्डिनेटर समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे इसमें राघवेंद्र प्रताप सिंह, सीएल कटारिया, विनोद कुमार, सुरेश, नरेश, सुधिर आदि मौजूद रहे।

सरस ने अपने सारे रिकार्ड तोड़े, 14 दिनों में 6 करोड़ से ज्यादा का कारोबार

भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा सरस

ज्ञात हो कि दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 41वें विश्व व्यापार मेले में परंपरा, क्राफ्ट,कलाएवंसंस्कृति से सराबोर“वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल”थीमकेसाथ, 14नवंबर से27नवंबर तक प्रसिद्ध सरसआजीविकामेला2022काआयोजनप्रगति मैदान स्थित हॉल नंबर 7 (ए, बी, सी) मेंकियागया था।केंद्रीयग्रामीणविकासमंत्रालयऔरराष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान(एनआईआरडीपीआर)द्वाराआयोजितइससरसआजीविकामेला2022 मेंग्रामीणभारतकीशिल्पकलाओंकामुख्यरूपसेप्रदर्शनकियागया।14नवंबर से27नवंबर तकचलनेवालेइसउत्सवमें26 राज्यों के 300 केकरीबमहिलाशिल्पकलाकार, 150 के करीबस्टॉलों पर अपनी अपनी उत्कृष्टप्रदर्शनी का प्रदर्शन किया।

सरसआजीविकामेला2022 मेंकुछउत्कृष्टप्रदर्शनजोविभिन्नराज्योंसेरहावोइसप्रकार- अंडमान एंड निकोबार से बैंबू प्रोडक्ट, अरुणाचल प्रदेश से पारंपरिक कपड़े, बैंबू प्रोडक्ट्स, आसाम से असामीज कपड़े के मेटेरियल, वाटर हायसिन्थ प्रोडक्ट्स, केन एंड बैंबू प्रोडक्ट्स, आंध्रप्रदेश से साउथ इंडियन पिकल, तेल, हर्बल हनी, वुडेन हेंडीक्राफ्ट, साड़ी और सॉफ्ट खिलौने आदि। बिहार से मधुबनी पेंटिंग, सिल्क साड़ी, सोलर टार्च, लाह की चूड़ियां और प्राकृतिक शहद। छत्तीसगढ़ से कॉटन सूट, फुलकारी सूट, सिल्क साड़ी, मेटल आर्ट, बेल मेटल, ड्राई फ्रूट्स और स्नैक्स, पापड़, आम के अचार और हल्दी पाउडर वहीं, गुजरात से मिस्लेनियस हेंडलूम आइटम, सिल्क साड़ी, दुपट्टा, बेल मेटल, गारलेंड्स, वुडेन हेंडीक्राफ्ट, पैटचित्रा के साथ साथ बेड डेकोरेटिव आइटम । जबकि गोवा से कुची हेंडीक्राफ्ट्स और स्नैक्स । हरियाणा से कॉटन सूट, साड़ी, दुपट्टा, टेराकोटा आइटम, क्लाउथ मेटेरियल, ड्रेस मेटेरियल, ज्वेलड़ी, स्नैक्स में मशहूर महुआ लड्डू। हिमाचल प्रदेश से मिस्लेनियस हेंडलुम आइटम, साक्स, हेंडबैग, साबुन वहीं, जम्मु कश्मीर से गोल्डन ग्रास प्रोडक्ट, कुची हेंडीक्राफ्ट, क्लाउथ मेटेरियल आदि।

झारखंड से ट्राइबल ज्वेलरी, हनी, मिक्स अचार, दाल, आम के अचार, फ्लोर, आर्गेनिक वेजीटेबल और मशाले, चावल, दाल, साबुन के साथ ही स्नैक्स में हाथ के बनाए हुए चॉकलेट मशहूर। कर्नाटका से वुडेन खिलौने, पेपर, कॉफी पाउडर, कार्डामॉम क्लाउथ मेटेरियल, हनी,मिक्सड पीकल, जैगरी, पेंटिंग, वुडेन हेंडीक्राफ्ट. साथ ही केरला से कोकोनट ऑयल, कार्डामॉम,पेपर, मिस्लेनियस हेंडलुम आइटम, बनाना चिप्स, स्नैक्स, हेडमेड चॉकलेट, मशाले, क्ले डेकोरेटिव आइटम। लद्दाख से ड्राई फ्रूट्स, हेंड एमब्रोडरी वर्क, कार्पेट, लेदर पर्स और तेल। मध्य प्रदेश से मिस्लेनियस हेंडलुम आइटम, चंधेरी साड़ी, जैगरी, बैंबू प्रोडक्ट, दुपट्टा, गोंद, डेकोरेटिव आइटम। महाराष्ट्र से एमब्रोडरी ड्रेस, वुडेन खिलौने, लेमन पिकल। मणीपुर से वाटर हायसिन्थ प्रोडक्ट, मिजोरम से कड़ी पाउडर, ब्लैक पेपड़, नागालैंड से बासकेट, सैंडल, ट्राइबल ज्वेलरी, ओडिशा से सबाई हेंडीक्राफ्ट, काश ग्रास, तासर साड़ी, पंजाब से जूट बैग, कुशा मैट्स, कुची हेंडीक्राफ्ट, वुलेन जैकट। पुडुचेड़ी से बेड्स ज्वेलड़ी, इमीटेशन ज्वेलड़ी।

राजस्थान से ब्लॉक प्रिंटेड बेडसीट, आर्टीफैक्ट्स और आयरन टुल्स प्रोडक्ट, तमिलनाडु के पारंपरिक कपड़े और स्पेशल साड़ी आदि। तेलंगाना से स्पेशल साड़ी, त्रिपुड़ा के पारंपरिक कपड़े। उत्तराखंड के आर्गेनिक दालें, ग्रास बॉक्स, टेराकोटा आइटम, ब्लॉक प्रिंटेड बेडशीट, आयरन टुल्स प्रोडक्ट। उत्तर प्रदेश से हेंड एमब्रोडरी वर्क, पॉटरी वर्क, स्टोल, डिजायनर बेडशीट, शिल्क साड़ी, मेटल डेकोरेटिव आयटम। वेस्ट बंगाल से होम डेकोर प्रोडक्ट, बैंगल, ज्वेलड़ी, कांथा स्टीच आदि।

इसकेसाथहीप्राकृतिकखाद्यपदार्थभीफूडस्टालपरमौजूदरहा, प्राकृतिकखाद्यपदार्थोंकेरूपमेंअदरक, चाय, दाल,कॉफी, पापड़, एपलजैमऔरअचारआदिउपलब्धरहें।

सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 26राज्योंके हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री हुई। ग्रामीण विकास मंत्रालयद्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हमारे देश के हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को कोरोना के बाद एक बार फिर से अपनी रोजगार शुरु करने का मौका मिल सके।


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