एनईपी के प्रति जागरूक करने के लिए सेमिनार का आयोजन

By: Dilip Kumar
3/26/2023 12:06:48 PM

नई दिल्ली से कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 के प्रति लोगों को जागरूक करते के लिए सूर्या फाउंडेशन ने पश्चिम विहार में एक सेमिनार का आयोजन किया। इस दौरान सूर्य भारती पुस्तकों के विद्वान लेखक, एनसीईआरटी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर एच एल शर्मा ने सेमिनार में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि सूर्या फाउंडेशन के चेयरमैन पद्मश्री जयप्रकाश अग्रवाल का विचार था कि बच्चों के बस्ते का बोझ और मानसिक तनाव कम किया जाए और शिक्षा को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाया जाए। उनकी प्रेरणा से सूर्या फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे शिक्षा थिंक टैंक के माध्यम से सभी विषयों को समेकित करके एक कक्षा-एक किताब सूर्य भारती पुस्तकें बनाई गईं।

प्रोफेसर शर्मा की अगुवाई में देश के जाने-माने शिक्षाविदों एवं विषय विशेषज्ञों प्रो. चन्द्रभूषण, गंगादत्त शर्मा, प्रभाकर द्विवेदी, शांतिस्वरूप रस्तोगी, टी आर गुप्ता, डॉ. गुज्जरमल वर्मा, प्रो. डी पी नैयर जैसे अनेक विषय विशेषज्ञों ने कई वर्षों की कठोर मेहनत करके ये पुस्तकें बनाईं। सूर्य भारती की पुस्तकों में शिक्षण के सभी पहलूओं को ध्यान में रखा गया है। खेल-खेल में पढ़ाई कराई जा सकती है, इस बात पर विशेष जोर दिया गया है। सेमिनार में मुख्य वक्ता गोविन्द प्रसाद शर्मा ने कहा कि एनईपी-2020 में बच्चे के समग्र विकास को ध्यान में रखा गया है। यह देश की पहली ऐसी शिक्षा नीति है जो हमें यूरोपियन ओरा से मुक्त करने के साथ-साथ वामपंथी विचारधारा से भी मुक्त करेगी। यह हमारे बच्चों को भारत, भारतीयता व अपनी संस्कृति से जोड़ेगी। अब हम अपनी इच्छानुसार संस्कार देने वाला पाठ्यक्रम बना सकते हैं। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। उसका शब्दकोश इतना वृहद है कि उसकी गणना नहीं की जा सकती।


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