पायल: पैरों को सजाए, सबको भाए 

By: Dilip Kumar
2/14/2017 3:42:38 PM
नई दिल्ली

महिलाओं के सोलह श्रृंगार में एक श्रृंगार पायल भी है। स्त्रियों के श्रृंगार में पायलों का वैदिककाल से ही विशेष स्थान रहा है। घुँघरूओं से सजी छम-छम करती ख़ूबसूरत पायलें हमेशा से ही स्त्री के पैरों की शोभा रही हैं। यहाँ तक कि कवियों ने भी पायलों की रुन-झुन व उसकी छम-छम के ऊपर अनेक कविताएँ रच डालीं। पायल पहनना महिलाओं के लिए काफ़ी महत्त्वपूर्ण माना गया है। पायल पहनने का रिवाज हमारे देश में सदियों से है। आजकल यह रिवाज फैशन की दौड़ में भी आगे निकल गया है। इसीलिए बाज़ार में पायल के एक से बढ़कर एक डिज़ाइन मौजूद हैं।

एंक्लेट्स कभी आउट ऑफ फैशन नहीं होते । आज से सालों पहले दादी-नानी के जमाने में भी जूलरी का ये ट्रेंड उतना ही खास था जितना आज है । बस जहां पहले दुल्हनें चांदी के पायल और पॉजेब नज़र आती थीं वहीं आज गोल्ड के साथ ही और भी कई मेटैरियल में ये अवेलेबल हैं । इंडियन शादी में बाकी दूसरी जूलरी की ही तरह पायल भी जरूरी है ।

पायल पूरे पैरों को कवर करके उसे बिल्कुल अलग सा लुक देते हैं । चांदी के पायल की डिमांड आज भी उतनी ही है जितना पहले हुआ करती थी लेकिन आज इनके अलावा घुंघरू, पर्ल और कुंदन स्टाइल वाले एंक्लेट्स भी ब्राइड्स की पसंद बन रहे हैं । तो अगर आप भी इन यूनिक वैराइटी वाले एंक्लेट्स को ट्राय करना चाहती हैं तो जरा एक नज़र यहां डालें जिनसे इंस्पिरेशन लेकर आप पायल को भी आउटफिट्स की ही तरह ट्रैंडी बना सकती हैं । हैवी पायल के साथ फुटवेयर का कॉम्बिनेशन थोड़ा लाइट रखें तो बेहतर होगा ।

 


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