शिमला : कुसुम सदरेट बनी महापौर, राकेश उपमहापौर

By: Dilip Kumar
6/21/2017 3:13:21 AM
नई दिल्ली

नगर निगम शिमला पर केसरिया लहराने की भाजपा की हसरत मंगलवार आखिरकार पूरी हो गई। 31 साल के लम्बे इंतजार के बाद मंगलवार को नगर निगम शिमला में भाजपा के महापौर और उपमहापौर की ताजपोशी हो गई। शहरी विकास विभाग के निदेशक डीके गुप्ता की मौजूदगी में हुए महापौर और उपमहापौर के चुनाव में भाजपा की कुसुम सदरेट महापौर तथा निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा में आए राकेश कुमार शर्मा उपमहापौर चुने गए।

नगर निगम पार्षदों की आज सुबह महापौर और उपमहापौर चुनाव के लिए बुलाई गई बैठक में भाजपा और कांग्रेस ने हिस्सा लिया जबकि माकपा की एकमात्र पार्षद शैली शर्मा ने इस चुनाव का विरोध किया। महापौर पद के लिए भाजपा की कुसुम सदरेट को 19 मत मिले जबकि कांग्रेस की उम्मीदवार सिम्मी नंदा को 13 मत मिले। एक मत अवैध घोषित किया गया।

उपमहापौर पद पर कांग्रेस को काफी फजीहत झेलनी पड़ी। क्योंकि उसके एक पार्षद ने क्रॉस वोटिंग करते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान किया। इस पद पर भाजपा के उम्मीदवार राकेश कुमार शर्मा को 20 वोट पड़े जबकि कांग्रेस के आनंद कौशल को 13 मत मिले।

नगर निगम चुनाव में भाजपा के 17, कांग्रेस के 12 और माकपा का एक तथा चार निर्दलीय पार्षद चुने गए हैं। चुनाव के बाद दो पार्षदों राकेश कुमार शर्मा और संजय परमार ने भाजपा का दामन थाम लिया है जबकि दो अन्य निर्दलीय कांग्रेस के साथ गए हैं क्योंकि इन्होंने कांग्रेस से बगावत कर ही चुनाव लड़ा था।

पानी होगी पहली प्राथमिकता

नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर कुसुम सदरेट ने मेयर बनने के तुरंत बाद कहा कि शहर के लोगों को स्वच्छ और समुचित पानी उपलब्ध करवाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि शहर में पटरी से उतर रही सफाई व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करना तथा वार्डों में छोटी-छोटी पार्किंग का निर्माण करना भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक होगा।

खिसक गया वीरभद्र सिंह का जनाधार : धूमल

नगर निगम शिमला के चुनाव में जीत से उत्साहित भाजपा का कहना है कि इस चुनाव में मोदी लहर ने पूरी तरह काम किया है। इसी के चलते पार्टी 31 साल बाद नगर निगम पर काबिज हो सकी है। पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल के नेता प्रेम कुमार धूमल ने निगम में महापौर और उपमहापौर की ताजपोशी के बाद एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा की लहर अब तूफान में बदलेगी और प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी रिकॉर्ड जीत दर्ज कर सत्ता में लौटेगी।

उन्होंने ये भी दावा किया कि नगर निगम चुनाव ने ये साबित कर दिया है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की जमीन खिसक गई है इसलिए उन्हें अब तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे ही देना चाहिए। धूमल ने कहा कि भाजपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के चुनाव क्षेत्र शिमला ग्रामीण के तहत आने वाले नगर निगम के सभी चारों वार्डों में 655 मतों की बढ़त हासिल की है। इस बढ़त ने साबित कर दिया है कि मोदी लहर न केवल बरकरार है बल्कि लोकसभा चुनाव की तर्ज पर निगम चुनाव में भी मतदाता पूरी तरह से भाजपा के साथ है।

 


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