शनि देव के इस मंदिर में आज भी मौजूद हैं उल्कापात के निशान

By: Dilip Kumar
7/29/2017 1:42:03 AM
नई दिल्ली

मध्य प्रदेश में ग्वालियर के पास मुरैना में शनिदेव मंदिर का मंदिर। इसे देश के प्राचीन मंदिरों में यह त्रेतायुगीन शनि मंदिर भी गिना जाता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां शनिदेव की प्रतिमा आकाश से गिरे एक उल्कापिंड से बनी है। शनिचरी अमावस्या पर यहां खास मेले का आयोजन होता है।

प्राचीन ग्रंथों के अनुसार मानें तो जब हनुमान जी ने शनिदेव को रावण से छुड़ाया था तो शनिदेव की शक्ति दुर्बल हो गई थी। इसके बाद उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए हनुमान जी ने शनिदेव को लंका से इस क्षेत्र में प्रक्षेपित किया। यह भी मान्यता है कि जब शनिदेव यहां आकर प्रक्षेपित हुए तो उल्कापास हुआ और जहां शनिदेव स्थापित हुए वहां आज भी एक गड्ढ़ा मौजूद है।

ऐसी मान्यता है कि शनि देव मंदिर का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने करवाया। फिलहाल इसका प्रबंधन मध्य प्रदेश जिला प्रशासन मुरैना द्वारा किया जाता है।


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