अफ़ग़ानिस्तान के शेर और भारत के दोस्त थे अहमद शाह मसूद

By: Devendra Gautam
9/9/2017 10:12:46 PM
delhi

अभिमन्यु कोहाड़

2001 में आज के ही दिन 9 सितम्बर को अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व "नॉर्थरन अलायन्स" के लीडर अहमद शाह मसूद की शहादत हुई थी। अहमद शाह मसूद ने अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत यूनियन के कब्जे के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी और तालिबान रूपी धार्मिक कट्टरवाद के फैलाव के खिलाफ भी। वह एक सम्पूर्ण अफगानी नेशनलिस्ट थे। 1992 में वो अफ़ग़ानिस्तान के रक्षा मंत्री बने। लेकिन 1995 तक तालिबान ने पाकिस्तान की मदद से अफ़ग़ानिस्तान में अपनी पकड़ खासी मज़बूत कर ली। इसके खिलाफ अहमद शाह मसूद ने नॉर्थरन अलायन्स नाम का संगठन बनाया। उनके रहते तालिबान कभी भी पूरे अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा नहीं कर पाया। भारत, रूस और ईरान द्वारा अहमद शाह मसूद को भरपूर समर्थन दिया जाता था। अहमद शाह मसूद भारत से बहुत अधिक प्रभावित थे और लगाव भी रखते थे। 7 सितम्बर 2001 को उन्होंने यूनाइटेड नेशन्स में भाषण देते हुए पूरी दुनिया को चेताया था कि दुनिया में एक बड़ा आतंकी हमला हो सकता है। उसके 2 दिन बाद कुछ संदिग्ध आतंकी पत्रकार बन के उनसे मिलने गए। उन आतंकियों ने आने कैमरे में बम छिपा रखा था। उस बम विस्फोट में वो घायल हो गए। घायल अवस्था में उन्हें भारतीय सेना के तजाकिस्तान स्थित फाखोर एयरबेस ले जाया गया लेकिन वो बच न सके। उसके 2 दिन बाद वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला हुआ। इस तरह अफ़ग़ान के शेर वीरगति को प्राप्त हुए। 

अहमद शाह मसूद को हमारी श्रदांजलि। 

 


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