इस बार महाकुंभ का रुझान भारत देश ही नहीं सम्पूर्ण संसार बना हुआ है। संगमनगरी तीर्थराज प्रयागराज इस समय विश्व में किसी भी पहचान का मोहताज नहीं, विदेशी मीडिया में भारत का यह महाकुंभ अपना ट्रेंड बनाए हुए है। आस्था की बात करे तो भारत में हर आयु वर्ग के लोग महाकुंभ में एक डुबकी लगाने को आतुर है। अब तक ये देखा जाता था कि बच्चे और युवा वर्ग सिर्फ मेला घूमने और मेला का आनंद लेने आना चाहते है परन्तु इस बार विभिन्न स्थानों से आने वाले बच्चे और युवा श्रद्धालुओं में देखा जा रहा है कि वे भारतीय संस्कृति, धर्म और दर्शन से बहुत प्रभावित हुए है और इस दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी, साहित्य और धर्म दर्शन की प्रयास के परिणाम प्रतीत होते है।
13 जनवरी की पूर्णिमा के स्नान के बाद से आज तक इस महाकुंभ 2025 में स्थाई रूप से महीने भर रहकर स्नान करने वाले कल्पवासी 10 लाख से अधिक है और आज शाम तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी 53 लाख से अधिक आंकी गई है। महाकुंभ मीडिया सेंटर के आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर अब तक इस महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगभग 8.80 करोड़ पहुंच गई है। अभी कई शाही या अमृत स्नान बाकी है और मौनी अमावस्या के दिन प्रशासन के द्वारा 10 करोड़ तक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अंदाजा लगाया जा रहा है। महाकुंभ प्रशाशन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य, औद्योगिक विकाश मंत्री नन्द गोपाल नदी, नगर विकाश मंत्री ए के शर्मा लगातार महाकुंभ के व्यवस्था और कुशल संचालन के लिए लगे हुए है।
मेला प्रशाशन भी पूरी तरह से मुस्तैद है और दिनांक 19 जनवरी को लगे आग पर तत्काल नियंत्रण करके प्रशाशन ने अपनी कुशलता दिखाया है। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल के अलावा केंद्रीय सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मेला के कुशल संचालन के लिए लगातार प्रदेश से सम्पर्क बनाए हुए है। आग लगने की घटना की सूचना मिलते है योगी आदित्यनाथ से वार्ता किया जाना और मन की बात में महाकुंभ की चर्चा करना दर्शाता है कि इस महाकुंभ 2025 को लेकर अंतराष्ट्रीय नेता मोदी जी कितना गंभीर है।
दिलीप कुमार सिंह अधिवक्ता,प्रयागराज, उत्तर प्रदेशdilipsinghhc@gmail.com
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