28 अगस्त को होगा ललित कला अकादेमी द्वारा आयोजित 63वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का उद्घाटन 

By: Dilip Kumar
8/26/2023 12:49:39 PM

63वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी (एनईए) का उद्घाटन 28 अगस्त, 2023 को प्रसिद्ध अभिनेता मनोज जोशी द्वारा किया जायेगा, ललित कला अकादमी के अध्यक्ष प्रो.वी.नागदास ने इस आशय की जानकारी दी। उद्घाटन समारोह शाम 4.30 बजे कमानी ऑडिटोरियम में होगा, जिसमें प्रसिद्ध लेखक, निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और चाणक्य का किरदार निभाने वाले चंद्रप्रकाश द्विवेदी विशेष अतिथि होंगे और प्रख्यात समकालीन कलाकार वासुदेव कामत सम्मानित अतिथि होंगे। ललित कला अकादमी के अध्यक्ष प्रो.वी.नागदास की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन समारोह में बीस राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकारों को पुरस्कृत किया जायेगा।

इस पुरस्कार के तहत एक पट्टिका, प्रमाण पत्र और 2 लाख रुपये नकद प्रदान किए जायेंगे। 63वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के आयोजन की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रो.वी.नागदास ने कहा कि राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी देश का सबसे प्रतीक्षित कला कार्यक्रम है और अकादेमी पुरस्कार कलाकारों को नाम और प्रसिद्धि के साथ-साथ भविष्य के लिए अवसर भी प्रदान करता है। ललित कला अकादमी अपने 69 वर्षों के इतिहास में पिछले 63 वर्षों से राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का आयोजन कर रही है। 1954 में स्थापित, ललित कला अकादेमी ने हाल ही में (5 अगस्त 2023) को अपना 69वां स्थापना दिवस मनाया था।

राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी को देश की सबसे प्रतिष्ठित कला प्रदर्शनी में शुमार किया जाता है, जहां पुरस्कार विजेताओं का चयन दो स्तरीय निर्णायक मंडल द्वारा लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए किया जाता है। प्रथम स्तरीय निर्णायक मंडल इस प्रदर्शनी में भागीदारी के लिए संभावित प्रतिभागियों का चयन करती है जबकि अंतिम निर्णायक मंडल सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के लिए पेंटिंग, मूर्तिकला, प्रिंटमेकिंग, फोटोग्राफी, डिजिटल आर्ट, वीडियो आर्ट और इंस्टॉलेशन सहित विभिन्न शैलियों की कलाकृतियों को आमंत्रित किया जाता है। 63वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के लिए 5714 प्रविष्टियों के साथ 2291 आवेदक शामिल हुए थे, जिनमें से 295 कलाकृतियों को भागीदारी के लिए चुना गया था। अंतिम निर्णायक मंडल द्वारा इन 295 कलाकृतियों में से 20 प्रतिभाशाली कलाकारों को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया।

इस 63 वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के पुरस्कार विजेता हैं: अभिप्सा प्रधान (दिल्ली), आकाश विश्वास (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह), अनामिका सिंह (यूपी), अनस सुल्तान (यूपी), आरती पालीवाल (नई दिल्ली), भाऊराव बोदाडे (एमपी), चुगुली कुमार साहू (ओडिशा), दीपक कुमार (हरियाणा), दीपक कुमार (यूपी), जान्हवी खेमका (यूपी), किरण अनिल शेरखाने (कर्नाटक), कुमार जिगीशू (नई दिल्ली), महेंद्रप्रताप दिनकर (नई दिल्ली), नागेश बालाजी गाडेकर (गुजरात), नरोत्तम दास (ओडिशा), पंकज कुमार सिंह ( यूपी), पवन कुमार (हरियाणा), प्रियौम तालुकदार (असम), समाकांत रेड्डी (आंध्र प्रदेश) और सोमेन देबनाथ (त्रिपुरा)।

अध्यक्ष ने बताया कि कमानी ऑडिटोरियम में पुरस्कार समारोह संपन्न होने के बाद, सभी गणमान्य अतिथि, पुरस्कार विजेता कलाकार और कला प्रेमी समूह एक जुलूस के रूप में 63वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के औपचारिक उद्घाटन के लिए रवीन्द्र भवन, मंडी हाउस में ललित कला अकादेमी की गैलरी में आएंगे। प्रो.वी. नागदास ने कहा कि इस अवसर पर ललित कला अकादेमी द्वारा तैयार एक यादगार और महत्वपूर्ण कैटलॉग भी जारी किया जाएगा। एक महीने तक चलने वाले इस राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में लगभग पचास हजार कला प्रेमी दर्शकों के शामिल होने की उम्मीद है। अध्यक्ष ने बताया कि ललित कला अकादेमी इस दौरान राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी को और भी सार्थक बनाने के उद्देश्य से कुछ अतिरिक्त कार्यक्रम भी आयोजित करेगी।

राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के दौरान ललित कला अकादेमी में सचित्र व्याख्यान, क्यूरेटोरियल वॉक और परस्पर संवाद के सत्र भी आयोजित किए जायेंगे। हमारी योजना ऐसे युवा वार्ताकारों को भी शामिल करने की है जो प्रदर्शनी में आने वाले कलाप्रेमी दर्शकों को कला विषयक जानकारी उपलब्ध करा सके। प्रोफेसर नागदास ने यह भी कहा कि अकादमी इस दौरान दिल्ली और एनसीआर की स्थानीय जनता और छात्र समुदायों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम भी तैयार किए गए हैं।


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