क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (स्थिरता) में पहले स्थान पर पहुंचा डीयू: कुलपति

By: Dilip Kumar
4/20/2024 2:26:59 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। दिल्ली विश्वविद्यालय लगातार अपनी रैंकिंग में सुधार कर रहा है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (स्थिरता) में डीयू भारत में पहले स्थान पर पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष यह चौथे स्थान पर था। यह जानकारी दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय में एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी। इस अवसर पर उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय एक मल्टी फ़ैकल्टि बड़ा संस्थान है जो बहुजन को शिक्षा प्रदान कर रहा है। रैंकिंग के मामले में इसकी तुलना छोटे आकार के प्रमुख संस्थानों के साथ करने से पहले इस अंतर को समझना चाहिए। कुलपति ने कहा कि एनआईआरएफ़ रैंकिंग में भी जल्द ही दिल्ली विश्वविद्यायल टॉप 10 में आ जाएगा। इस अवसर पर डीन रैंकिंग मुकेश महलावत ने रैंकिंग में डीयू की उपलब्धियों पर पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी सांझा की।

इस अवसर पर कुलपति ने दाखिलों को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) दाखिले के लिए पंजीकरण 25 अप्रैल से शुरू होगा। उन्होंने बताया कि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में पंजीकरण के लिए 25 अप्रैल से पोर्टल खुलेगा। 25 मई तक विद्यार्थी दाखिले के लिए पंजीकरण कर सकेंगे। इसके बाद दाखिले का दूसरा चरण शुरू होगा। कुलपति ने बताया कि सीयूईटी (यूजी) प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात यूजी के दाखिले मई माह के मध्य तक घोषित किए जाएंगे। डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी ने 2024-25 के लिए दाखिलों पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष पोस्टग्रेजुएट के लिए (एनसीवेब सहित) कुल 13500 सीटों, बीटेक के लिए 120 प्रत्येक तथा बीए एलएलबी और बीबीए एलएलबी के लिए प्रत्येक में 60 सीटों पर दाखिले किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पीजी दाखिलों में इस बार एमए हिन्दू स्टडीज़, एमए पब्लिक हैल्थ, एमए चाइनीज स्टडीज़, एमए कोरियन स्टडीज़ और मास्टर इन फ़ाइन आर्ट्स भी शामिल किए गए हैं।

डीन रैंकिंग मुकेश महलावत ने डीयू की क्यूएस रैंकिंग पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (स्थिरता) में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डीयू का स्थान 2023 में 381-400 में था जबकि 2024 में यह 220 हो गया है। इसी रैंकिंग में भारत में डीयू का स्थान अब पहला है, जबकि पिछले वर्ष यह चौथे स्थान पर था। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 में डीयू का वैश्विक स्तर पर रैंक 521-530 था जोकि 2024 में 407 हो गया है। भारत में केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रेणी में डीयू पहले रैंक पर है। सबजेक्ट अनुसार रैंकिंग में ब्रॉड सब्जेक्ट रैंकिंग के अनुसार आर्ट्स एंड ह्यूमेनिटीज़ में 210, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी में 401-450, जीवन विज्ञान और चिकित्सा में 379, प्राकृतिक विज्ञान में 345 और सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन में डीयू की रैंकिंग 178 है। सबजेक्ट अनुसार डीयू का डेव्लपमेंट स्टडीज़ 43वें, एन्थ्रोपलोजी 51-100, इंगलिश 101-150, लेगुएजेज़ 101-150 और सोसलोजी 101-150 के रैंक पर है।

उन्होंने बताया कि 9 विषयों में पिछले वर्ष के मुक़ाबले डीयू ने उच्च पायदान प्राप्त किया है, 11 विषयों में पिछले वर्ष के बराबर ही रैंक रहा है जबकि 4 विषयों में डीयू को पहली बार रैंक मिला है। दिल्ली विश्ववियालय ने इस बार डेव्लपमेंट स्टडीज़, एंथ्रोपोलोजी, हिस्ट्री, बिजनेस एंड मैनेजमेंट स्टडीज़, बायोलोजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स, लिंगुइस्टिक्स, कैमिस्ट्री और पर्यावरण विज्ञान में पिछले वर्ष के मुक़ाबले काफी अच्छा स्कोर प्राप्त किया है। एनआईआरएफ़ रैंकिंग में दिल्ली विश्वविद्यालय ने सुधार किया है। ओवर आल में 2022 में डीयू 23 वें स्थान पर था जबकि 2023 में यह 22वें स्थान पर आया है। इसी विश्वविद्यालय श्रेणी में यह 2022 में 13वें स्थान पर था जबकि 2023 में 11वें स्थान पर आया है। कुलपति ने कहा कि शीघ्र ही हम एनआईआरएफ़ में टॉप 10 में होंगे।

दिल्ली विश्वविद्यालय ने पिछले दो वर्षों में अपनी रैंकिंग में सुधार के लिए अनेक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया है। विश्वविद्यालय ने विभिन्न उच्च-स्तरीय अनुसंधान उपकरणों की खरीद के लिए नॉर्थ कैंपस में यूनिवर्सिटी साइंस इंस्ट्रुमेंटेशन सेंटर (यूएसआईसी) और साउथ कैंपस में सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटेशन फैसिलिटी (सीआईएफ) को लगभग 70 करोड़ रु. की वित्तीय सहायता प्रदान की है। विश्वविद्यालय ने मौजूदा उच्च-मूल्य, परिष्कृत उपकरणों के संचालन और मरम्मत की सुविधा के लिए उत्तरी और दक्षिणी परिसरों और यूएसआईसी और सीआईएफ में विश्वविद्यालय विज्ञान विभागों को मजबूत और उन्नत किया है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने लगभग 8 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। विभिन्न विभागों/केंद्रों में संकाय सदस्यों के अनुसंधान कार्य को मजबूत करने और बढ़ावा देने के लिए फ़ैकल्टि रिसर्च प्रोग्राम शुरू किया गया था।

2022-2023 के दौरान 174 अनुसंधान परियोजनाओं के लिए 7.5 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए और 2023-2024 के दौरान 190 अनुसंधान परियोजनाओं के लिए 8.5 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये। विश्वविद्यालय टॉप-रेटेड, उच्च-प्रभाव वाली पत्रिकाओं में गुणवत्तापूर्ण शोध के प्रकाशन को प्रोत्साहित करने के लिए शोध प्रकाशन पुरस्कार प्रदान करता है। विभिन्न विषय श्रेणियों में शीर्ष 7.5% पत्रिकाओं में प्रकाशनों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। जर्नल के साइटिस्कोर (स्कोपस के अनुसार) के आधार पर 50,000 से 5,00,000 तक का रुपये का अनुसंधान अनुदान प्रदान किया जाता है। आज तक, 22 शोध पत्रों को अनुसंधान प्रकाशन पुरस्कार के लिए चुना गया है, और 27.5 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।

यूपीएससी के ताजा घोषित परिणामों में डीयू के पूर्व विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि इस बार टॉप 5 में दो कैंडिडेट डीयू से हैं। रोचक बात यह है कि टॉप 5 में कुल दो महिला कैंडिडेट हैं और ये दोनों डीयू के मिरांडा हाउस और सेंट स्टीफन कॉलेज की छात्राएँ रही है। कुलपति ने बताया कि छटे स्थान पर भी डीयू के ही कॉलेज की छात्रा रही है। उन्होंने बताया कि मिरांडा हाउस से कुल 5 छात्राओं ने यूपीएससी उत्तीर्ण किया है और टॉप 50 में से 4 कैंडिडैट इसी कॉलेज से हैं। इनके अलावा श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज के भी 5 विद्यार्थियों ने यूपीएससी क्वालिफ़ाई किया है जिनमें से एक छात्र 9वें रैंक पर है। राजधानी कॉलेज के एक छात्र ने 136वां रैंक प्राप्त किया है। इन सभी की उपलब्धियों पर कुलपति ने उन्हें एवं उनके परिजनों तथा डीयू से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। इस अवसर पर डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी, साउथ कैम्पस के डायरेक्टर प्रो. श्री प्रकाश सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता और पीआरओ अनूप लाठर भी उपस्थित रहे।


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