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राम ने यह भी खुलासा कि कैसे वो अब अपना वर्क शेड्यूल अपनी बेटी के हिसाब से प्लान करते हैं और जब तक वह स्कूल जाना शुरू नहीं करती, तब तक वह ऐसा ही करने का इरादा रखते हैं। उन्होंने कहा, "मैं क्लिन के साथ एक भी पल मिस नहीं करना चाहता। मैंने 15 साल तक कड़ी मेहनत की है और अब मैं शाम को 6 बजे तक घर वापस आना चाहता हूं। मैं अपने प्रोड्यूसर्स से कह देता हूं कि अब यही रूटीन रहेगा। जब मैं उसे देखता हूं, तो मेरा दिल खुश हो जाता है। मुझे काम पर जाने का बिल्कुल भी मन नहीं करता। मैं उसे सुबह नहाने भी नहीं देता। मैं सोचता हूं, क्या, बच्चों को भी नहाने की ज़रूरत होती है भला! मैं उसका इतना आदी हो गया हूं।"

एक प्यारे पिता होने के नाते राम यह भी शेयर करते हैं कि वह उपासना से किसमें बेहतर हैं। वह कहते हैं, "मैं क्लिन को दिन में कम से कम दो बार फीड कराता हूं, मुझे ऐसा करना बहुत पसंद है। मैं उसके साथ अपनी रीडिंग्स भी करता हूं। उपासना एक शानदार पेरेंट हैं, लेकिन जब क्लिन को फीड कराने की बात आती है, तो कोई भी मुझसे बेहतर नहीं हो सकता। मैं उसे पूरा खाना खत्म करवा सकता हूं, इस मामले में मेरे पास कोई सुपरपावर है।"

राम चरण का यह भी मानना है कि आज के दौर में एक एक्टिव पिता होना बहुत ज़रूरी है। वे कहते हैं, "बच्चे के जीवन के शुरुआती सालों में, उन्हें सुरक्षा का अहसास दिलाना बहुत ज़रूरी है, जहां उन्हें लगे कि उनकी देखभाल की जा रही है और उन्हें अनदेखा नहीं किया जा रहा है। ये उनके बुनियादी साल होते हैं, अगर हम अभी इस पर ध्यान नहीं देते हैं, तो बाद में यह अटेंशन सीकिंग आदतों में बदल सकता है। तो, मैं उसे प्ले स्कूल ले जाता हूं, उसके साथ स्विमिंग क्लासेस जाता हूं, और उसे अपनी रीडिंग्स पर भी ले जाता हूं ताकि हम एक-दूसरे के रूटीन का हिस्सा बन सकें।" कह सकते है क्लिन के साथ इन खूबसूरत यादों के साथ राम चरण का पहला फादर्स डे हमेशा के लिए यादगार होने वाला हैं।

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राम ने यह भी खुलासा कि कैसे वो अब अपना वर्क शेड्यूल अपनी बेटी के हिसाब से प्लान करते हैं और जब तक वह स्कूल जाना शुरू नहीं करती, तब तक वह ऐसा ही करने का इरादा रखते हैं। उन्होंने कहा, "मैं क्लिन के साथ एक भी पल मिस नहीं करना चाहता। मैंने 15 साल तक कड़ी मेहनत की है और अब मैं शाम को 6 बजे तक घर वापस आना चाहता हूं। मैं अपने प्रोड्यूसर्स से कह देता हूं कि अब यही रूटीन रहेगा। जब मैं उसे देखता हूं, तो मेरा दिल खुश हो जाता है। मुझे काम पर जाने का बिल्कुल भी मन नहीं करता। मैं उसे सुबह नहाने भी नहीं देता। मैं सोचता हूं, क्या, बच्चों को भी नहाने की ज़रूरत होती है भला! मैं उसका इतना आदी हो गया हूं।"

एक प्यारे पिता होने के नाते राम यह भी शेयर करते हैं कि वह उपासना से किसमें बेहतर हैं। वह कहते हैं, "मैं क्लिन को दिन में कम से कम दो बार फीड कराता हूं, मुझे ऐसा करना बहुत पसंद है। मैं उसके साथ अपनी रीडिंग्स भी करता हूं। उपासना एक शानदार पेरेंट हैं, लेकिन जब क्लिन को फीड कराने की बात आती है, तो कोई भी मुझसे बेहतर नहीं हो सकता। मैं उसे पूरा खाना खत्म करवा सकता हूं, इस मामले में मेरे पास कोई सुपरपावर है।"

राम चरण का यह भी मानना है कि आज के दौर में एक एक्टिव पिता होना बहुत ज़रूरी है। वे कहते हैं, "बच्चे के जीवन के शुरुआती सालों में, उन्हें सुरक्षा का अहसास दिलाना बहुत ज़रूरी है, जहां उन्हें लगे कि उनकी देखभाल की जा रही है और उन्हें अनदेखा नहीं किया जा रहा है। ये उनके बुनियादी साल होते हैं, अगर हम अभी इस पर ध्यान नहीं देते हैं, तो बाद में यह अटेंशन सीकिंग आदतों में बदल सकता है। तो, मैं उसे प्ले स्कूल ले जाता हूं, उसके साथ स्विमिंग क्लासेस जाता हूं, और उसे अपनी रीडिंग्स पर भी ले जाता हूं ताकि हम एक-दूसरे के रूटीन का हिस्सा बन सकें।" कह सकते है क्लिन के साथ इन खूबसूरत यादों के साथ राम चरण का पहला फादर्स डे हमेशा के लिए यादगार होने वाला हैं।

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आरजीसीआईआरसी में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सीनियर कंसलटेंट डॉ पंकज गोयल ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ब्रैस्ट कैंसर से जुड़ी नई खोजों को तेजी से क्लीनिकल प्रैक्टिसेज में उतारा जाये। यह कांफ्रेंस अनुसंधान और मरीज देखभाल के बीच दूरी को पाटने में सफल रही है, और हम इस प्रयास को आगे भी जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" संवादात्मक पैनल विचार-विमर्श ने अग्रणी कैंसर-विज्ञान विशेषज्ञों, अनुसंधानकर्ताओं और क्लिनिसियनों के बीच विचारों और अनुभव के ठोस आदान-प्रदान को सुनिश्चित किया। पैनलों ने उच्च जोखिम ब्रैस्ट कैंसर, मेटास्टैटिक ब्रैस्ट कैंसर और ईलाज के तौर-तरीकों में इम्युनोथेरेपी की उभरती भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषयों को उठाया।

आरजीसीआईआरसी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ (प्रो) सुधीर कुमार गोयल ने बताया कि कांफ्रेंस अनुसंधान और मरीज देखभाल के बीच की दूरी को भरने में सफल रही है, वहीं मेडिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ विनीत तलवार ने कांफ्रेंस के प्रभाव की बहुत प्रशंसा की। आरजीसीआईआरसी में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. ए. के. दीवान के कहा कि ब्रैस्ट कैंसर अपडेट कांफ्रेंस 2024 का आयोजन ब्रैस्ट कैंसर की जटिलताओं के समाधान सुनिश्चित करने के प्रति आरजीसीआईआरसी की अनवरत प्रतिबद्धता का सूचक है। ब्रैस्ट कैंसर अपडेट कांफ्रेंस 2024 ने ब्रैस्ट कैंसर अनुसंधान और उपचार के प्रयासों पर सहयोग की दिशा में नये मानक स्थापित किये हैं, जोकि मरीज की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए साझा ज्ञान और नवाचार की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

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आरजीसीआईआरसी में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सीनियर कंसलटेंट डॉ पंकज गोयल ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ब्रैस्ट कैंसर से जुड़ी नई खोजों को तेजी से क्लीनिकल प्रैक्टिसेज में उतारा जाये। यह कांफ्रेंस अनुसंधान और मरीज देखभाल के बीच दूरी को पाटने में सफल रही है, और हम इस प्रयास को आगे भी जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" संवादात्मक पैनल विचार-विमर्श ने अग्रणी कैंसर-विज्ञान विशेषज्ञों, अनुसंधानकर्ताओं और क्लिनिसियनों के बीच विचारों और अनुभव के ठोस आदान-प्रदान को सुनिश्चित किया। पैनलों ने उच्च जोखिम ब्रैस्ट कैंसर, मेटास्टैटिक ब्रैस्ट कैंसर और ईलाज के तौर-तरीकों में इम्युनोथेरेपी की उभरती भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषयों को उठाया।

आरजीसीआईआरसी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ (प्रो) सुधीर कुमार गोयल ने बताया कि कांफ्रेंस अनुसंधान और मरीज देखभाल के बीच की दूरी को भरने में सफल रही है, वहीं मेडिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ विनीत तलवार ने कांफ्रेंस के प्रभाव की बहुत प्रशंसा की। आरजीसीआईआरसी में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. ए. के. दीवान के कहा कि ब्रैस्ट कैंसर अपडेट कांफ्रेंस 2024 का आयोजन ब्रैस्ट कैंसर की जटिलताओं के समाधान सुनिश्चित करने के प्रति आरजीसीआईआरसी की अनवरत प्रतिबद्धता का सूचक है। ब्रैस्ट कैंसर अपडेट कांफ्रेंस 2024 ने ब्रैस्ट कैंसर अनुसंधान और उपचार के प्रयासों पर सहयोग की दिशा में नये मानक स्थापित किये हैं, जोकि मरीज की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए साझा ज्ञान और नवाचार की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

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जिस पर जेसन ने जवाब दिया, “हाँ यार मुझे यह बहुत पसंद आया क्योंकि, मुझे नहीं लगता कि लोगों ने इसका अंदाजा लगाया होगा। मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक है जो अचानक से सामने आई हैं, लेकिन हमारा एक साझा मित्र है जो एक शानदार निर्माता है जो आगे आ रहा है। उसने हमें जोड़ा और उन्होंने मुझे यह रिकॉर्ड सुनाया और मुझे लगा कि यह तो...” कहानी ने बस इतना ही कहा। हमें लगता है कि पूरा वीडियो इंटरव्यू अभी आना बाकी है। लेकिन उनके आने की खबर ने प्रशंसकों को उत्साहित कर दिया है। नोरा फतेही, जो अपने जीवंत प्रदर्शन और अविश्वसनीय डांस कौशल के लिए जानी जाती हैं, निश्चित रूप से इस रोमांचक सहयोग में अपनी खास ऊर्जा लेकर आएंगी!

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जिस पर जेसन ने जवाब दिया, “हाँ यार मुझे यह बहुत पसंद आया क्योंकि, मुझे नहीं लगता कि लोगों ने इसका अंदाजा लगाया होगा। मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक है जो अचानक से सामने आई हैं, लेकिन हमारा एक साझा मित्र है जो एक शानदार निर्माता है जो आगे आ रहा है। उसने हमें जोड़ा और उन्होंने मुझे यह रिकॉर्ड सुनाया और मुझे लगा कि यह तो...” कहानी ने बस इतना ही कहा। हमें लगता है कि पूरा वीडियो इंटरव्यू अभी आना बाकी है। लेकिन उनके आने की खबर ने प्रशंसकों को उत्साहित कर दिया है। नोरा फतेही, जो अपने जीवंत प्रदर्शन और अविश्वसनीय डांस कौशल के लिए जानी जाती हैं, निश्चित रूप से इस रोमांचक सहयोग में अपनी खास ऊर्जा लेकर आएंगी!

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प्रमुख हस्तियों जैसे राजत बैद, एक मर्चेंट बैंकर और IPO विशेषज्ञ; संजय गखर, एमसीएक्स में बिजनेस डेवलपमेंट के क्षेत्रीय प्रमुख; और आनंद चारी, बीएसई के एसएमई और स्टार्टअप्स विभाग से, ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिससे इस कार्यक्रम का महत्व और व्यापक प्रभाव प्रदर्शित हुआ। MASA पुरस्कार ने नेटवर्किंग, ज्ञान आदान-प्रदान, और राष्ट्र के आर्थिक इंजन को संचालित करने वाली उद्यमशीलता की भावना के उत्सव के लिए एक मंच प्रदान किया। इस कार्यक्रम में वस्त्र, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, मीडिया और खाद्य जैसे विविध क्षेत्रों से MSME उद्यमियों और स्टार्टअप्स को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने उद्योगों में योगदान दिया। MASA सम्मेलन और पुरस्कार, जिसे विकास गुप्ता (मानेसर वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव), SMC ग्लोबल, पीएचडी चेंबर्स ऑफ कॉमर्स, और टीटी कंस्ट्रक्शंस के बलदेव गुप्ता द्वारा प्रायोजित किया गया, का उद्देश्य MSMEs और स्टार्टअप्स की नवाचारी भावना और उद्यमशीलता उत्कृष्टता को पहचानना और सम्मानित करना था। शाम के आकर्षण को और बढ़ाने के लिए, उपहार भागीदार “थ्री सिक्स्टी - लाइव द लेदर लाइफ” ने उपस्थित लोगों के लिए विशेष उपहार प्रदान किए। मंत्राज फाउंडेशन: मंत्राज फाउंडेशन MSMEs और स्टार्टअप्स के विकास और समर्थन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलों, कार्यक्रमों और कार्यक्रमों के माध्यम से समर्पित है। नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के मिशन के साथ, फाउंडेशन का उद्देश्य व्यवसायों के फलने-फूलने के लिए एक समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।

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प्रमुख हस्तियों जैसे राजत बैद, एक मर्चेंट बैंकर और IPO विशेषज्ञ; संजय गखर, एमसीएक्स में बिजनेस डेवलपमेंट के क्षेत्रीय प्रमुख; और आनंद चारी, बीएसई के एसएमई और स्टार्टअप्स विभाग से, ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिससे इस कार्यक्रम का महत्व और व्यापक प्रभाव प्रदर्शित हुआ। MASA पुरस्कार ने नेटवर्किंग, ज्ञान आदान-प्रदान, और राष्ट्र के आर्थिक इंजन को संचालित करने वाली उद्यमशीलता की भावना के उत्सव के लिए एक मंच प्रदान किया। इस कार्यक्रम में वस्त्र, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, मीडिया और खाद्य जैसे विविध क्षेत्रों से MSME उद्यमियों और स्टार्टअप्स को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने उद्योगों में योगदान दिया। MASA सम्मेलन और पुरस्कार, जिसे विकास गुप्ता (मानेसर वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव), SMC ग्लोबल, पीएचडी चेंबर्स ऑफ कॉमर्स, और टीटी कंस्ट्रक्शंस के बलदेव गुप्ता द्वारा प्रायोजित किया गया, का उद्देश्य MSMEs और स्टार्टअप्स की नवाचारी भावना और उद्यमशीलता उत्कृष्टता को पहचानना और सम्मानित करना था। शाम के आकर्षण को और बढ़ाने के लिए, उपहार भागीदार “थ्री सिक्स्टी - लाइव द लेदर लाइफ” ने उपस्थित लोगों के लिए विशेष उपहार प्रदान किए। मंत्राज फाउंडेशन: मंत्राज फाउंडेशन MSMEs और स्टार्टअप्स के विकास और समर्थन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलों, कार्यक्रमों और कार्यक्रमों के माध्यम से समर्पित है। नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के मिशन के साथ, फाउंडेशन का उद्देश्य व्यवसायों के फलने-फूलने के लिए एक समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।

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