समय के साथ शहर के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने की जरूरत है, एनडीएमसी ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के साथ एनडीएमसी सीवरेज प्रणाली के पुनर्वास के लिए शहरी विकास निधि (यूडीएफ) योजना के तहत 556 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी देने का काम किया है। इससे एनडीएमसी 5 वर्षों की अवधि के भीतर चरणबद्ध तरीके से सीवरेज प्रणाली को बढ़ाने में सक्षम हो जाएगी । एनडीएमसी के विभिन्न विभागों के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए, वरिष्ठ स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में एक "प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग सेल" (पीएमसी) गठित करने का प्रस्ताव है, जो परियोजनाओं को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करेगा। "जन विश्वास योजना" के तहत और व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करने, नियामक अनुपालन बोझ को कम करने और गैर-अपराधीकरण सुनिश्चित करने के लिए, एनडीएमसी वर्तमान वैश्विक सर्वोत्तम प्रचलनों के साथ तालमेल बिठाने के लिए एनडीएमसी अधिनियम, 1994 में संशोधन पर भी काम कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा एनडीएमसी को "रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस)" के तहत वित्तीय सहायता के लिए चुना गया है। इससे वित्तीय रूप से टिकाऊ और परिचालन रूप से कुशल वितरण तंत्र के माध्यम से उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और सामर्थ्य में सुधार होगा। इस वित्तीय सहायता में प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग, वितरण बुनियादी ढांचे का उन्नयन और तकनीकी और वाणिज्यिक घाटे को कम करना इत्यादि शामिल है। दिल्ली पुलिस के सहयोग से, सीसीटीवी कैमरा फ़ीड को आपसी साझा करने के लिए एक "सुरक्षित शहर परियोजना" (सैफ सिटी प्रोजेक्ट) शुरू की गई है। इसके लिए लीज लाइन बिछाने का काम अवार्ड देने के चरण में है और वित्त वर्ष 2025-26 में पूरा होने की संभावना है। अंधेरे स्थानों की भी पहचान की जा रही है और एनडीएमसी क्षेत्र की महिलाओं और अन्य निवासियों/ आगुन्तको की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त लाइटें लगाई जा रही हैं।

एनडीएमसी ने सड़कों को उस पर चलने वाले वाहनों के लिए अधिक मजबूत और सुविधाजनक बनाने के लिए क्षेत्र में विशेषज्ञता का लाभ उठाने के लिए सीआरआरआई के साथ सहयोग समझौता किया है। एनडीएमसी सभी सड़क संकेतों को बदलने/अपग्रेड करने जा रही है ताकि उचित सुरक्षा प्राप्त की जा सके और एनडीएमसी क्षेत्र में सौंदर्य को भी बनाए रखा जा सके। सड़क सुरक्षा में एआई के उपयोग सहित नवोन्मेषी समाधान संचालन को अनुकूलित करेंगे, त्वरित और कुशल सेवा वितरण सुनिश्चित करेंगे ।
एनडीएमसी का लक्ष्य 10 वर्षों की अवधि के लिए इंटेलिजेंट पार्किंग घटकों को स्थापित करके और सॉफ्टवेयर आदि के विकास द्वारा मौजूदा पार्किंग स्थलों को स्मार्ट पार्किंग में अपग्रेड करके कुशल पार्किंग प्रबंधन प्रणाली प्राप्त करना है। इस पर अगले वित्त वर्ष 2025-26 में काम शुरू होने की संभावना है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में अध्यक्ष, एनडीएमसी ने निम्नलिखित वित्तीय अनुमानों के साथ वार्षिक बजट 2025-26 का लेखा भी प्रस्तुत किया:

● बजट अनुमान 2025-26 की कुल प्राप्तियां रु. 5770.60 करोड़ के मुकाबले संशोधित अनुमान 2024-25 में 5319.75 करोड़ रुपये प्रदान किये गये, जबकि 2023-24 में कुल वास्तविक प्राप्तियाँ रु. 5005.05 करोड़ रही है।
● राजस्व प्राप्तियों के लिए बीई 2025-26 रु. 5100.32 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में 4730.31 करोड़ प्रदान किए गए और जबकि 2023-24 में 4417.12 करोड़ वास्तविक रहें ।
● पूंजीगत प्राप्तियों के लिए बीई 2025-26 में रू 670.28 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में 589.44 करोड़ प्रदान किए गए और ये वास्तविक 2023-24 में रु 587.93 करोड़ रहें ।
● बीई 2025-26 के लिए कुल व्यय रु.5307.20 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में रु 4876.54 करोड़ प्रदान किए गए और वास्तविक 2023-24 में 4363.88 करोड़ रुपये रहें ।
● 2025-26 में राजस्व व्यय के लिए बजट अनुमान रु. 4657.45 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में 4612.70 करोड़ प्रदान किए गए और जबकि 2023-24 में वास्तविक रु 4219.68 करोड़ की राशि रही।
• पूंजीगत व्यय बजट अनुमान 2025-26 में रु. 649.75 करोड़ रु. के मुकाबले संशोधित अनुमान 2024-25 में 263.84 करोड़ और जबकि वास्तविक 2023-24 में 144.20 करोड़ रुपये है ।


विद्युत वितरण रणनीतिक व्यवसाय इकाई (ईडीएसबीयू) से कुल राजस्व प्राप्तियां वर्ष 2023-24 में वास्तविक रुपये 1533.22 के मुकाबले संशोधित अनुमान 2024-25 में रुपये 1706.75 करोड़ अनुमानित की गई हैं। वहीं बीई 2025-26 के लिए अनुमान रु. 1811.91 करोड़ रहेगा। एनडीएमसी को संशोधित अनुमान 2024-25 में 1150 करोड़ और रु. बीई 2025-26 में 1290 करोड़ रुपये का संपत्ति कर एकत्र होने की उम्मीद है। नगरपालिका संपत्तियों से लाइसेंस शुल्क के लिए 2023-24 में वास्तविक प्राप्तियां रु. 905.41 करोड़ रही । जबकि संशोधित अनुमान 2024-25 के लिए रु. 825.16 करोड़ और बजट अनुमान 2025-26 में 900.16 करोड़ रुपये का है।

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समय के साथ शहर के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने की जरूरत है, एनडीएमसी ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के साथ एनडीएमसी सीवरेज प्रणाली के पुनर्वास के लिए शहरी विकास निधि (यूडीएफ) योजना के तहत 556 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी देने का काम किया है। इससे एनडीएमसी 5 वर्षों की अवधि के भीतर चरणबद्ध तरीके से सीवरेज प्रणाली को बढ़ाने में सक्षम हो जाएगी । एनडीएमसी के विभिन्न विभागों के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए, वरिष्ठ स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में एक "प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग सेल" (पीएमसी) गठित करने का प्रस्ताव है, जो परियोजनाओं को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करेगा। "जन विश्वास योजना" के तहत और व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करने, नियामक अनुपालन बोझ को कम करने और गैर-अपराधीकरण सुनिश्चित करने के लिए, एनडीएमसी वर्तमान वैश्विक सर्वोत्तम प्रचलनों के साथ तालमेल बिठाने के लिए एनडीएमसी अधिनियम, 1994 में संशोधन पर भी काम कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा एनडीएमसी को "रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस)" के तहत वित्तीय सहायता के लिए चुना गया है। इससे वित्तीय रूप से टिकाऊ और परिचालन रूप से कुशल वितरण तंत्र के माध्यम से उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और सामर्थ्य में सुधार होगा। इस वित्तीय सहायता में प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग, वितरण बुनियादी ढांचे का उन्नयन और तकनीकी और वाणिज्यिक घाटे को कम करना इत्यादि शामिल है। दिल्ली पुलिस के सहयोग से, सीसीटीवी कैमरा फ़ीड को आपसी साझा करने के लिए एक "सुरक्षित शहर परियोजना" (सैफ सिटी प्रोजेक्ट) शुरू की गई है। इसके लिए लीज लाइन बिछाने का काम अवार्ड देने के चरण में है और वित्त वर्ष 2025-26 में पूरा होने की संभावना है। अंधेरे स्थानों की भी पहचान की जा रही है और एनडीएमसी क्षेत्र की महिलाओं और अन्य निवासियों/ आगुन्तको की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त लाइटें लगाई जा रही हैं।

एनडीएमसी ने सड़कों को उस पर चलने वाले वाहनों के लिए अधिक मजबूत और सुविधाजनक बनाने के लिए क्षेत्र में विशेषज्ञता का लाभ उठाने के लिए सीआरआरआई के साथ सहयोग समझौता किया है। एनडीएमसी सभी सड़क संकेतों को बदलने/अपग्रेड करने जा रही है ताकि उचित सुरक्षा प्राप्त की जा सके और एनडीएमसी क्षेत्र में सौंदर्य को भी बनाए रखा जा सके। सड़क सुरक्षा में एआई के उपयोग सहित नवोन्मेषी समाधान संचालन को अनुकूलित करेंगे, त्वरित और कुशल सेवा वितरण सुनिश्चित करेंगे ।
एनडीएमसी का लक्ष्य 10 वर्षों की अवधि के लिए इंटेलिजेंट पार्किंग घटकों को स्थापित करके और सॉफ्टवेयर आदि के विकास द्वारा मौजूदा पार्किंग स्थलों को स्मार्ट पार्किंग में अपग्रेड करके कुशल पार्किंग प्रबंधन प्रणाली प्राप्त करना है। इस पर अगले वित्त वर्ष 2025-26 में काम शुरू होने की संभावना है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में अध्यक्ष, एनडीएमसी ने निम्नलिखित वित्तीय अनुमानों के साथ वार्षिक बजट 2025-26 का लेखा भी प्रस्तुत किया:

● बजट अनुमान 2025-26 की कुल प्राप्तियां रु. 5770.60 करोड़ के मुकाबले संशोधित अनुमान 2024-25 में 5319.75 करोड़ रुपये प्रदान किये गये, जबकि 2023-24 में कुल वास्तविक प्राप्तियाँ रु. 5005.05 करोड़ रही है।
● राजस्व प्राप्तियों के लिए बीई 2025-26 रु. 5100.32 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में 4730.31 करोड़ प्रदान किए गए और जबकि 2023-24 में 4417.12 करोड़ वास्तविक रहें ।
● पूंजीगत प्राप्तियों के लिए बीई 2025-26 में रू 670.28 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में 589.44 करोड़ प्रदान किए गए और ये वास्तविक 2023-24 में रु 587.93 करोड़ रहें ।
● बीई 2025-26 के लिए कुल व्यय रु.5307.20 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में रु 4876.54 करोड़ प्रदान किए गए और वास्तविक 2023-24 में 4363.88 करोड़ रुपये रहें ।
● 2025-26 में राजस्व व्यय के लिए बजट अनुमान रु. 4657.45 करोड़ के मुकाबले आरई 2024-25 में 4612.70 करोड़ प्रदान किए गए और जबकि 2023-24 में वास्तविक रु 4219.68 करोड़ की राशि रही।
• पूंजीगत व्यय बजट अनुमान 2025-26 में रु. 649.75 करोड़ रु. के मुकाबले संशोधित अनुमान 2024-25 में 263.84 करोड़ और जबकि वास्तविक 2023-24 में 144.20 करोड़ रुपये है ।


विद्युत वितरण रणनीतिक व्यवसाय इकाई (ईडीएसबीयू) से कुल राजस्व प्राप्तियां वर्ष 2023-24 में वास्तविक रुपये 1533.22 के मुकाबले संशोधित अनुमान 2024-25 में रुपये 1706.75 करोड़ अनुमानित की गई हैं। वहीं बीई 2025-26 के लिए अनुमान रु. 1811.91 करोड़ रहेगा। एनडीएमसी को संशोधित अनुमान 2024-25 में 1150 करोड़ और रु. बीई 2025-26 में 1290 करोड़ रुपये का संपत्ति कर एकत्र होने की उम्मीद है। नगरपालिका संपत्तियों से लाइसेंस शुल्क के लिए 2023-24 में वास्तविक प्राप्तियां रु. 905.41 करोड़ रही । जबकि संशोधित अनुमान 2024-25 के लिए रु. 825.16 करोड़ और बजट अनुमान 2025-26 में 900.16 करोड़ रुपये का है।

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भारत समुद्री विरासत सम्मेलन श्रम और रोजगार, युवा मामले और शिक्षा, और संस्कृति और पर्यटन जैसे प्रमुख मंत्रालयों के साथ सहयोग को बढ़ावा देता है और कौशल विकास और रोजगार के अवसरों पर प्रकाश डालता है, जो श्रम मंत्रालय के स्थायी आजीविका बनाने के लक्ष्यों के साथ संरेखित होता है। यह युवाओं को समुद्री करियर तलाशने के लिए प्रेरित करता है और विरासत को शिक्षा में एकीकृत करता है। संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के साथ साझेदारी में, यह आयोजन सांस्कृतिक संरक्षण और पर्यटन के लिए उत्प्रेरक के रूप में भारत की समुद्री विरासत को बढ़ावा देता है। साथ मिलकर, ये मंत्रालय राष्ट्रीय विकास, युवा सशक्तिकरण और वैश्विक जुड़ाव के लिए एक एकीकृत ढांचा तैयार करते हैं।

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए, केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपनी समुद्री विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। इस पहल के महत्व के बारे में बोलते हुए, श्री सोनोवाल ने कहा, “हमारी समृद्ध समुद्री विरासत केवल हमारे अतीत की कहानी नहीं है, बल्कि हमारे भविष्य के लिए एक प्रकाश स्तंभ है। यह सम्मेलन समुद्री नवाचार और संरक्षण में भारत के नेतृत्व की पुष्टि करता है, भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए टिकाऊ प्रथाओं को आगे बढ़ाता है। हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और नेतृत्व में, लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर उस दिशा में एक कदम है, एक ऐसा स्थान जहाँ हम अपने समुद्री अतीत को भावी पीढ़ियों के लिए जीवंत करेंगे। यह हमारे पूर्वजों की प्रतिभा को प्रदर्शित करेगा और युवा दिमागों को उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।”

उन्होंने आगे कहा, "महासागर सिर्फ़ एक संसाधन नहीं है; यह एक विरासत है - एक पुल जो अतीत को भविष्य से जोड़ता है, सभ्यताओं को जोड़ता है, नवाचार को बढ़ावा देता है और एक समुद्री राष्ट्र के रूप में हमारी पहचान को आकार देता है। अपनी समुद्री विरासत को संरक्षित करके, हम न केवल अपने पूर्वजों का सम्मान करते हैं बल्कि पर्यटन, शिक्षा और युवा जुड़ाव की अपार संभावनाओं को भी खोलते हैं। आइए हम भावी पीढ़ियों को इस विरासत को अपनाने के लिए प्रेरित करें, इसे सतत विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक नेतृत्व के एक प्रकाश स्तंभ में बदल दें।" उद्घाटन सत्र में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के संबोधन शामिल थे।

केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सांस्कृतिक पर्यटन में समुद्री विरासत के एकीकरण पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, "हमारा समुद्री अतीत प्रेरणा और गौरव का स्रोत है, जो भारत की अनूठी विरासत की वैश्विक सराहना को बढ़ावा देता है। लोथल के प्राचीन डॉकयार्ड से लेकर हमारे पूर्वजों द्वारा पोषित सांस्कृतिक आदान-प्रदान तक भारत की समृद्ध समुद्री विरासत सदियों की आर्थिक समृद्धि और वैश्विक संपर्क का प्रतीक है। लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर की स्थापना करते हुए, हम इस विरासत का सम्मान करते हुए नवाचार, स्थिरता और सहयोग के भविष्य की दिशा तय कर रहे हैं। हमारे महासागर, समृद्धि और सुरक्षा का स्रोत हैं, जो वैश्विक चुनौतियों और अवसरों को संबोधित करने की कुंजी हैं। आइए हम इस विरासत का जश्न मनाएं और इसकी रक्षा करें, यह सुनिश्चित करते हुए कि भारत का समुद्री प्रभाव विश्व मंच को आकार देना जारी रखे।" डॉ. मनसुख मंडाविया, माननीय केंद्रीय श्रम और रोजगार और युवा मामले और खेल मंत्री ने युवाओं को जोड़ने में समुद्री अध्ययन की क्षमता के बारे में बात करते हुए कहा, "हमारी समुद्री जड़ों को समझना युवाओं को सशक्त बनाता हैभारत ने भारत समुद्री विरासत सम्मेलन के साथ वैश्विक समुद्री विरासत को संरक्षित करने की पहल की

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भारत समुद्री विरासत सम्मेलन श्रम और रोजगार, युवा मामले और शिक्षा, और संस्कृति और पर्यटन जैसे प्रमुख मंत्रालयों के साथ सहयोग को बढ़ावा देता है और कौशल विकास और रोजगार के अवसरों पर प्रकाश डालता है, जो श्रम मंत्रालय के स्थायी आजीविका बनाने के लक्ष्यों के साथ संरेखित होता है। यह युवाओं को समुद्री करियर तलाशने के लिए प्रेरित करता है और विरासत को शिक्षा में एकीकृत करता है। संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के साथ साझेदारी में, यह आयोजन सांस्कृतिक संरक्षण और पर्यटन के लिए उत्प्रेरक के रूप में भारत की समुद्री विरासत को बढ़ावा देता है। साथ मिलकर, ये मंत्रालय राष्ट्रीय विकास, युवा सशक्तिकरण और वैश्विक जुड़ाव के लिए एक एकीकृत ढांचा तैयार करते हैं।

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए, केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपनी समुद्री विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। इस पहल के महत्व के बारे में बोलते हुए, श्री सोनोवाल ने कहा, “हमारी समृद्ध समुद्री विरासत केवल हमारे अतीत की कहानी नहीं है, बल्कि हमारे भविष्य के लिए एक प्रकाश स्तंभ है। यह सम्मेलन समुद्री नवाचार और संरक्षण में भारत के नेतृत्व की पुष्टि करता है, भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए टिकाऊ प्रथाओं को आगे बढ़ाता है। हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और नेतृत्व में, लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर उस दिशा में एक कदम है, एक ऐसा स्थान जहाँ हम अपने समुद्री अतीत को भावी पीढ़ियों के लिए जीवंत करेंगे। यह हमारे पूर्वजों की प्रतिभा को प्रदर्शित करेगा और युवा दिमागों को उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।”

उन्होंने आगे कहा, "महासागर सिर्फ़ एक संसाधन नहीं है; यह एक विरासत है - एक पुल जो अतीत को भविष्य से जोड़ता है, सभ्यताओं को जोड़ता है, नवाचार को बढ़ावा देता है और एक समुद्री राष्ट्र के रूप में हमारी पहचान को आकार देता है। अपनी समुद्री विरासत को संरक्षित करके, हम न केवल अपने पूर्वजों का सम्मान करते हैं बल्कि पर्यटन, शिक्षा और युवा जुड़ाव की अपार संभावनाओं को भी खोलते हैं। आइए हम भावी पीढ़ियों को इस विरासत को अपनाने के लिए प्रेरित करें, इसे सतत विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक नेतृत्व के एक प्रकाश स्तंभ में बदल दें।" उद्घाटन सत्र में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के संबोधन शामिल थे।

केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सांस्कृतिक पर्यटन में समुद्री विरासत के एकीकरण पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, "हमारा समुद्री अतीत प्रेरणा और गौरव का स्रोत है, जो भारत की अनूठी विरासत की वैश्विक सराहना को बढ़ावा देता है। लोथल के प्राचीन डॉकयार्ड से लेकर हमारे पूर्वजों द्वारा पोषित सांस्कृतिक आदान-प्रदान तक भारत की समृद्ध समुद्री विरासत सदियों की आर्थिक समृद्धि और वैश्विक संपर्क का प्रतीक है। लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर की स्थापना करते हुए, हम इस विरासत का सम्मान करते हुए नवाचार, स्थिरता और सहयोग के भविष्य की दिशा तय कर रहे हैं। हमारे महासागर, समृद्धि और सुरक्षा का स्रोत हैं, जो वैश्विक चुनौतियों और अवसरों को संबोधित करने की कुंजी हैं। आइए हम इस विरासत का जश्न मनाएं और इसकी रक्षा करें, यह सुनिश्चित करते हुए कि भारत का समुद्री प्रभाव विश्व मंच को आकार देना जारी रखे।" डॉ. मनसुख मंडाविया, माननीय केंद्रीय श्रम और रोजगार और युवा मामले और खेल मंत्री ने युवाओं को जोड़ने में समुद्री अध्ययन की क्षमता के बारे में बात करते हुए कहा, "हमारी समुद्री जड़ों को समझना युवाओं को सशक्त बनाता हैभारत ने भारत समुद्री विरासत सम्मेलन के साथ वैश्विक समुद्री विरासत को संरक्षित करने की पहल की

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प्रौ0 भीम सिंह जी सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक आवाम की आवाज बुलन्द करते रहे। उन्होंने बताया कि प्रौ0 भीम सिंह की सोच समता, समानता, एकता,शांति और उन्नति का पैगाम हम देते रहेंगे। उन्होंने बताया कि आज देश सांप्रदायिकता की दलदल में धंसता चला जा रहा है, आज सोचने की बात है कि हम कैसे देश को दलदल से बचाएं और देश को नशामुक्त बनाएं। 32 समाज सेवियों को भीम योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया गया। दैनिक वीर अर्जुन के चीफ एडिटर विजय जी को और अन्य उपस्थिति भूषण जैन राजू रहेजा, रोशनी, आ ज राजन, हितेश शर्मा ,मीडिया प्रभारी संजय शर्मा, लोकेश शर्मा, रेनू जी, इकबाल जी, रजनीश शर्मा, आचार्य देवेंद्र जी, ज्योतिष आचार्य महेश जैन व अन्य

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प्रौ0 भीम सिंह जी सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक आवाम की आवाज बुलन्द करते रहे। उन्होंने बताया कि प्रौ0 भीम सिंह की सोच समता, समानता, एकता,शांति और उन्नति का पैगाम हम देते रहेंगे। उन्होंने बताया कि आज देश सांप्रदायिकता की दलदल में धंसता चला जा रहा है, आज सोचने की बात है कि हम कैसे देश को दलदल से बचाएं और देश को नशामुक्त बनाएं। 32 समाज सेवियों को भीम योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया गया। दैनिक वीर अर्जुन के चीफ एडिटर विजय जी को और अन्य उपस्थिति भूषण जैन राजू रहेजा, रोशनी, आ ज राजन, हितेश शर्मा ,मीडिया प्रभारी संजय शर्मा, लोकेश शर्मा, रेनू जी, इकबाल जी, रजनीश शर्मा, आचार्य देवेंद्र जी, ज्योतिष आचार्य महेश जैन व अन्य

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मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित संजीव निश्ट्टल ने कहा कि"झारखंड, प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक दृष्टि से बाकी राज्यों की तुलना में कहीं अधिक समृद्ध होते हुए भी, आज जी.डी.पी., स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था, रोजगार और विकास जैसे पैमानों पर भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले अंतिम पायदान पर खड़ा है, और इसकी सबसे बड़ी वजह राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है।" विशिष्ट वक्ता अशोक पाठक ने कहा कि"झारखंड की उन्नति मेरी व्यक्तिगत उन्नति है और राज्य के विकास के लिए उद्यमिता का होना अत्यंत आवश्यक है। झारखंड में दूरदर्शिता और मजबूत नेतृत्व की कमी है। हमें पर्चेजिंग पावर को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। यदि हम कृषि सामग्री का बेहतर उपयोग करें, तो झारखंड विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ सकता है।"

कार्यक्रम में झारखंड से जुड़े प्रॉफेसर्स,पत्रकारों,शिक्षकों, शोधार्थियों,विद्यार्थियों व विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों की सहभागिता रही। कार्यक्रम की सफलता ने इस बात का संकेत दिया कि झारखंड के नागरिकों में अपने राज्य व जनजातियों के विकास को लेकर जागरूकता और उत्साह है। झारखंड एकेडमिक फोरम (J.A.F.) का उद्देश्य झारखंड के विकास और प्रगति के लिए जागरूकता अभियान चलाना है।यह फोरम झारखंड राज्य के चौमुखी हेतु दृढ़ संकल्पित संस्था है।राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध प्रोफेसर्स, विचारक व विषय-विशेषज्ञों का यह समूह आगामी विधानसभा चुनाव में आम जनता के साथ संवाद स्थापित करते हुए उन्हें जागरूक करने का कार्य करेगा। अंत में धन्यवाद ज्ञापन जे.एम.सी महाविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ शिवानी सक्सेना ने व कार्यक्रम का कुशल संचालन वेंकटेश्वर महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. ध्रुव कुमार ने किया ।

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मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित संजीव निश्ट्टल ने कहा कि"झारखंड, प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक दृष्टि से बाकी राज्यों की तुलना में कहीं अधिक समृद्ध होते हुए भी, आज जी.डी.पी., स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था, रोजगार और विकास जैसे पैमानों पर भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले अंतिम पायदान पर खड़ा है, और इसकी सबसे बड़ी वजह राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है।" विशिष्ट वक्ता अशोक पाठक ने कहा कि"झारखंड की उन्नति मेरी व्यक्तिगत उन्नति है और राज्य के विकास के लिए उद्यमिता का होना अत्यंत आवश्यक है। झारखंड में दूरदर्शिता और मजबूत नेतृत्व की कमी है। हमें पर्चेजिंग पावर को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। यदि हम कृषि सामग्री का बेहतर उपयोग करें, तो झारखंड विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ सकता है।"

कार्यक्रम में झारखंड से जुड़े प्रॉफेसर्स,पत्रकारों,शिक्षकों, शोधार्थियों,विद्यार्थियों व विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों की सहभागिता रही। कार्यक्रम की सफलता ने इस बात का संकेत दिया कि झारखंड के नागरिकों में अपने राज्य व जनजातियों के विकास को लेकर जागरूकता और उत्साह है। झारखंड एकेडमिक फोरम (J.A.F.) का उद्देश्य झारखंड के विकास और प्रगति के लिए जागरूकता अभियान चलाना है।यह फोरम झारखंड राज्य के चौमुखी हेतु दृढ़ संकल्पित संस्था है।राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध प्रोफेसर्स, विचारक व विषय-विशेषज्ञों का यह समूह आगामी विधानसभा चुनाव में आम जनता के साथ संवाद स्थापित करते हुए उन्हें जागरूक करने का कार्य करेगा। अंत में धन्यवाद ज्ञापन जे.एम.सी महाविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ शिवानी सक्सेना ने व कार्यक्रम का कुशल संचालन वेंकटेश्वर महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. ध्रुव कुमार ने किया ।

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दिनांक: गुरुवार, 14 नवंबर, 2024

समय: शो 1 - शाम 4:30 बजे
शो 2- शाम 7:00 बजे

स्थान: कामानी ऑडिटोरियम, 1, कोपरनिकस मार्ग, मंडी हाउस, नई दिल्ली।

कृपया अपना शो बुक करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
https://in.bookmyshow.com/plays/the-life-of-gautam-buddha/ET00418859


आरएनबी प्रोजेक्ट एस्पायर फाउंडेशन के बारे में: संस्थापक और निदेशक श्री नीरज भटनागर के मार्गदर्शन में, फाउंडेशन "किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना" में विश्वास करता है। 40+ वर्षों के अनुभव वाले इंजीनियरों, चिकित्सा और डिजाइन पेशेवरों की एक व्यापक टीम के साथ, वे दुनिया को अच्छा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी परियोजनाएँ जल संरक्षण, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण पर केंद्रित हैं, जिन्हें रोटरी के 4-वे टेस्ट और इसके 7 फोकस क्षेत्रों द्वारा और मजबूत किया गया है।

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दिनांक: गुरुवार, 14 नवंबर, 2024

समय: शो 1 - शाम 4:30 बजे
शो 2- शाम 7:00 बजे

स्थान: कामानी ऑडिटोरियम, 1, कोपरनिकस मार्ग, मंडी हाउस, नई दिल्ली।

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आरएनबी प्रोजेक्ट एस्पायर फाउंडेशन के बारे में: संस्थापक और निदेशक श्री नीरज भटनागर के मार्गदर्शन में, फाउंडेशन "किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना" में विश्वास करता है। 40+ वर्षों के अनुभव वाले इंजीनियरों, चिकित्सा और डिजाइन पेशेवरों की एक व्यापक टीम के साथ, वे दुनिया को अच्छा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी परियोजनाएँ जल संरक्षण, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण पर केंद्रित हैं, जिन्हें रोटरी के 4-वे टेस्ट और इसके 7 फोकस क्षेत्रों द्वारा और मजबूत किया गया है।

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इस अवसर पर बोलते हुए, ऑफ़िस स्क्वायर की प्रमोटर, सरोज मित्तल ने साझेदारी के लिए उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "हमें ऑफ़िस स्क्वायर समुदाय में श्रद्धा कपूर का स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है! एक निपुण अभिनेत्री और प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में उनकी यात्रा ऑफ़िस स्क्वायर को परिभाषित करने वाली नवाचार की भावना से मेल खाती है।" "जबकि मशहूर हस्तियों ने पारंपरिक रूप से वाणिज्यिक और ग्लैमरस उद्योगों का समर्थन किया है, हमारा लक्ष्य इस साझेदारी के माध्यम से रूढ़ियों को तोड़ना और सह-कार्य को मुख्यधारा में लाना है। उनके समर्थन से, हमारा लक्ष्य अपने बाजार की पहुँच को गहरा करना है, भारत के उद्यमियों और स्टार्टअप को सशक्त बनाना है क्योंकि हम अपने ब्रांड को इस तेज़ी से विकसित हो रहे कार्यस्थल उद्योग में अग्रणी के रूप में स्थापित करते हैं," सरोज जी ने कहा, जो एक परोपकारी और मानवतावादी भी हैं।

श्रद्धा कपूर ने साझेदारी के लिए अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, "मैं भारत के सबसे जीवंत कार्यस्थलों में से एक, ऑफ़िस स्क्वायर का प्रतिनिधित्व करने के लिए रोमांचित और गौरवान्वित हूँ। एक कलाकार के रूप में, यह देखना वास्तव में प्रेरणादायक है कि ऑफ़िस स्क्वायर एक ऐसी जगह के रूप में कैसे उभर कर सामने आता है जहाँ निर्माता और उद्यमी वास्तव में प्रेरित और सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए स्थानों तक पहुँच के साथ फल-फूल सकते हैं।" उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मैं अपनी ऊर्जा और जुनून को इस ब्रांड में ला पाऊँगी। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य भारत के महत्वाकांक्षी व्यावसायिक समुदाय के लिए एक नया मानदंड स्थापित करना है।"

अग्रणी कार्यस्थल प्रदाता सह-कार्य की अवधारणा में क्रांति लाने का वादा करता है। यह कदम, शायद पहली बार, को-वर्किंगस्पेस क्षेत्र में एक आदर्श बदलाव को दर्शाता है और काम के भविष्य को फिर से परिभाषित करने के लिए ऑफ़िस स्क्वायर की महत्वाकांक्षी दृष्टि को रेखांकित करता है। इस सहयोग के मद्देनजर, ऑफ़िस स्क्वायर भी आक्रामक विस्तार के लिए तैयार है, जिसमें अगले कुछ वर्षों में पूरे भारत में 10 मिलियन वर्ग फीट का प्रभावशाली कार्यस्थल बनाने की योजना है। बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में, यह देखना रोमांचक होगा कि श्रद्धा कपूर के साथ ब्रांड का नया चेहरा, ऑफ़िस स्क्वायर कोवर्किंग क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ता है। यह सहयोग वास्तव में बाजार में नई ऊर्जा की लहर लाएगा।

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इस अवसर पर बोलते हुए, ऑफ़िस स्क्वायर की प्रमोटर, सरोज मित्तल ने साझेदारी के लिए उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "हमें ऑफ़िस स्क्वायर समुदाय में श्रद्धा कपूर का स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है! एक निपुण अभिनेत्री और प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में उनकी यात्रा ऑफ़िस स्क्वायर को परिभाषित करने वाली नवाचार की भावना से मेल खाती है।" "जबकि मशहूर हस्तियों ने पारंपरिक रूप से वाणिज्यिक और ग्लैमरस उद्योगों का समर्थन किया है, हमारा लक्ष्य इस साझेदारी के माध्यम से रूढ़ियों को तोड़ना और सह-कार्य को मुख्यधारा में लाना है। उनके समर्थन से, हमारा लक्ष्य अपने बाजार की पहुँच को गहरा करना है, भारत के उद्यमियों और स्टार्टअप को सशक्त बनाना है क्योंकि हम अपने ब्रांड को इस तेज़ी से विकसित हो रहे कार्यस्थल उद्योग में अग्रणी के रूप में स्थापित करते हैं," सरोज जी ने कहा, जो एक परोपकारी और मानवतावादी भी हैं।

श्रद्धा कपूर ने साझेदारी के लिए अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, "मैं भारत के सबसे जीवंत कार्यस्थलों में से एक, ऑफ़िस स्क्वायर का प्रतिनिधित्व करने के लिए रोमांचित और गौरवान्वित हूँ। एक कलाकार के रूप में, यह देखना वास्तव में प्रेरणादायक है कि ऑफ़िस स्क्वायर एक ऐसी जगह के रूप में कैसे उभर कर सामने आता है जहाँ निर्माता और उद्यमी वास्तव में प्रेरित और सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए स्थानों तक पहुँच के साथ फल-फूल सकते हैं।" उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मैं अपनी ऊर्जा और जुनून को इस ब्रांड में ला पाऊँगी। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य भारत के महत्वाकांक्षी व्यावसायिक समुदाय के लिए एक नया मानदंड स्थापित करना है।"

अग्रणी कार्यस्थल प्रदाता सह-कार्य की अवधारणा में क्रांति लाने का वादा करता है। यह कदम, शायद पहली बार, को-वर्किंगस्पेस क्षेत्र में एक आदर्श बदलाव को दर्शाता है और काम के भविष्य को फिर से परिभाषित करने के लिए ऑफ़िस स्क्वायर की महत्वाकांक्षी दृष्टि को रेखांकित करता है। इस सहयोग के मद्देनजर, ऑफ़िस स्क्वायर भी आक्रामक विस्तार के लिए तैयार है, जिसमें अगले कुछ वर्षों में पूरे भारत में 10 मिलियन वर्ग फीट का प्रभावशाली कार्यस्थल बनाने की योजना है। बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में, यह देखना रोमांचक होगा कि श्रद्धा कपूर के साथ ब्रांड का नया चेहरा, ऑफ़िस स्क्वायर कोवर्किंग क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ता है। यह सहयोग वास्तव में बाजार में नई ऊर्जा की लहर लाएगा।

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सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत, एनडीएमसी अपने कर्मचारियों और एनडीएमसी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की सक्रिय भागीदारी के साथ एनडीएमसी के विभिन्न विभागों के माध्यम से एक सप्ताह तक चलने वाले उत्सव का आयोजन करेगी। स्वास्थ्य विभाग नुक्कड़ नाटक का आयोजन करेगा, शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार विरोधी बहस, प्रश्नोत्तरी, ड्राइंग/पेंटिंग प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का विद्यालयों में आयोजन करेगा। सिविल और इलेक्ट्रिक विभाग ग्राहक उन्मुख गतिविधियों का आयोजन करके नागरिकों/ग्राहकों और वेंडर्स के लिए भी शिकायत निवारण शिविर आयोजित करेगा।

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सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत, एनडीएमसी अपने कर्मचारियों और एनडीएमसी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की सक्रिय भागीदारी के साथ एनडीएमसी के विभिन्न विभागों के माध्यम से एक सप्ताह तक चलने वाले उत्सव का आयोजन करेगी। स्वास्थ्य विभाग नुक्कड़ नाटक का आयोजन करेगा, शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार विरोधी बहस, प्रश्नोत्तरी, ड्राइंग/पेंटिंग प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का विद्यालयों में आयोजन करेगा। सिविल और इलेक्ट्रिक विभाग ग्राहक उन्मुख गतिविधियों का आयोजन करके नागरिकों/ग्राहकों और वेंडर्स के लिए भी शिकायत निवारण शिविर आयोजित करेगा।

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ग्रीनलैब ने खुद को सस्टेनेबल लक्जरी बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में पहले ही महत्वपूर्ण प्रगति की है। Aigiri कई प्रमुख इवेंट्स का हिस्सा रह चूका है-
* aigiri इंटरनेशनल लेवल पर भारत का नाम रोशन कर चूका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीनलैब, ऐगिरी की मूल फर्म से 7.5 कैरेट का लैब में उगाया गया हरा हीरा यू.एस. की प्रथम महिला डॉ. जिल बिडेन को भेंट किया। इस उपहार ने न केवल पर्यावरण के अनुकूल लक्ज़री के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया, बल्कि पारंपरिक हीरों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाने में भारत की तकनीकी क्षमता को भी उजागर किया।

* राम जन्मभूमि पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में, दिव्य बालक राम लला को एक शानदार मुकुट पहनाया गया, जो भक्ति और सावधानीपूर्वक शिल्प कौशल का प्रमाण है। इसे ग्रीनलैब डायमंड्स द्वारा भेंट स्वरूप दिया गया था। इस जटिल मुकुट को CVD लैब में उगाए गए हीरे और बढ़िया सोने से सजाया गया है। यह ऐगिरी की पहली शिल्पकला थी।
एक सुलभ लक्जरी ब्रांड के रूप में, ऐगिरी सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किए गए हीरे के आभूषण प्रदान करता है जो पारंपरिक शिल्प कौशल को आज के समय के डिज़ाइन के साथ मिलाता है। इसका हर एक गहना विरासत के रूप में बनाया गया है, जो पहनने वाले की अनूठी कहानी को दर्शाता है और जीवन के सबसे प्यारे क्षणों का जश्न मनाता है।
सीईओ राजेश बैद ने कहा कि “ऐगिरी में, हम केवल आभूषण नहीं बना रहे हैं; हम प्यार और लंबे समय तक रहने वाली यादों का एक वर्कफोर्स बना रहे हैं। हमारे डायमंड पीढ़ियों तक संजोए रखने के लिए डिज़ाइन किए गए है।“

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ग्रीनलैब ने खुद को सस्टेनेबल लक्जरी बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में पहले ही महत्वपूर्ण प्रगति की है। Aigiri कई प्रमुख इवेंट्स का हिस्सा रह चूका है-
* aigiri इंटरनेशनल लेवल पर भारत का नाम रोशन कर चूका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीनलैब, ऐगिरी की मूल फर्म से 7.5 कैरेट का लैब में उगाया गया हरा हीरा यू.एस. की प्रथम महिला डॉ. जिल बिडेन को भेंट किया। इस उपहार ने न केवल पर्यावरण के अनुकूल लक्ज़री के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया, बल्कि पारंपरिक हीरों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाने में भारत की तकनीकी क्षमता को भी उजागर किया।

* राम जन्मभूमि पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में, दिव्य बालक राम लला को एक शानदार मुकुट पहनाया गया, जो भक्ति और सावधानीपूर्वक शिल्प कौशल का प्रमाण है। इसे ग्रीनलैब डायमंड्स द्वारा भेंट स्वरूप दिया गया था। इस जटिल मुकुट को CVD लैब में उगाए गए हीरे और बढ़िया सोने से सजाया गया है। यह ऐगिरी की पहली शिल्पकला थी।
एक सुलभ लक्जरी ब्रांड के रूप में, ऐगिरी सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किए गए हीरे के आभूषण प्रदान करता है जो पारंपरिक शिल्प कौशल को आज के समय के डिज़ाइन के साथ मिलाता है। इसका हर एक गहना विरासत के रूप में बनाया गया है, जो पहनने वाले की अनूठी कहानी को दर्शाता है और जीवन के सबसे प्यारे क्षणों का जश्न मनाता है।
सीईओ राजेश बैद ने कहा कि “ऐगिरी में, हम केवल आभूषण नहीं बना रहे हैं; हम प्यार और लंबे समय तक रहने वाली यादों का एक वर्कफोर्स बना रहे हैं। हमारे डायमंड पीढ़ियों तक संजोए रखने के लिए डिज़ाइन किए गए है।“

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एक सवाल के जवाब में बसंत गोयल ने कहा आज हम ऑर्गेनिक फूड के नाम पर बाजारों में मिलने वाला फल फूड ले रहे है ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की पहचान स्टीकर नहीं स्वाद से पहचान कीजिए। बसंत गोयल ने कहा आज युवा पीढ़ी जहरीले फास्ट फूड की और बढ़ रही है हार्ट अटैक आदि बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही है, इनसे बचाव का एक ही साधन है ऑर्गेनिक अपनाओ और चिरायु बनो। इस महाआयोजन में अनेक प्रमुख साधु संतों के बीच विशेष रूप से आचार्य महामंडलेश्वर दूधेश्वर नाथ पीठाधीश्वर,बंगला मुक्ति पीठाधीश्वर श्री आशुतोष बगलामुखी आदि पधारे। इस महा आयोजन को सफल बनाने में समिति से जुड़े अतुल मुदगिल और कुलदीप सिंह आदि का सहयोग रहा।

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एक सवाल के जवाब में बसंत गोयल ने कहा आज हम ऑर्गेनिक फूड के नाम पर बाजारों में मिलने वाला फल फूड ले रहे है ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की पहचान स्टीकर नहीं स्वाद से पहचान कीजिए। बसंत गोयल ने कहा आज युवा पीढ़ी जहरीले फास्ट फूड की और बढ़ रही है हार्ट अटैक आदि बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही है, इनसे बचाव का एक ही साधन है ऑर्गेनिक अपनाओ और चिरायु बनो। इस महाआयोजन में अनेक प्रमुख साधु संतों के बीच विशेष रूप से आचार्य महामंडलेश्वर दूधेश्वर नाथ पीठाधीश्वर,बंगला मुक्ति पीठाधीश्वर श्री आशुतोष बगलामुखी आदि पधारे। इस महा आयोजन को सफल बनाने में समिति से जुड़े अतुल मुदगिल और कुलदीप सिंह आदि का सहयोग रहा।

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चार दिवसीय चलने वाले इस कार्यक्रम में माय भारत के स्वयंसेवक दिल्ली के अस्पतालों में भी अपने सेवाएं देंगे। इसके अलावा यातायात स्वयं सेवा में माय भारत के स्वयंसेवक प्रमुख बिंदुओं पर भीड़भाड़ के प्रबंधन में यातायात पुलिस को सहयोग करेंगे। इसके उपरांत माय भारत के स्वयंसेवक इन सारे कार्यक्रमों में किए गए स्वयंसेवी गतिविधियों के बारे में अपने अनुभव भी साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विगत अक्टूबर माह में माननीय प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में माय भारत पोर्टल का शुभारंभ किया था जिसका उद्देश्य भारत के युवा शक्ति युवा ऊर्जा को एक ही प्लेटफार्म पर उनके व्यक्तित्व निर्माण तथा उनकी तथा ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण में समाहित करने के लिए किया गया है जिसके माध्यम से युवाओं को अनुभव से सीखे सेवा से सीखे जैसे दूरदर्शी एवं दीर्घकालीन परिणाम को दृष्टिगत रखते हुए प्रारंभ किया गया है ताकि 2047 विकसित भारत की परिकल्पना को साकार किया जा सके।

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चार दिवसीय चलने वाले इस कार्यक्रम में माय भारत के स्वयंसेवक दिल्ली के अस्पतालों में भी अपने सेवाएं देंगे। इसके अलावा यातायात स्वयं सेवा में माय भारत के स्वयंसेवक प्रमुख बिंदुओं पर भीड़भाड़ के प्रबंधन में यातायात पुलिस को सहयोग करेंगे। इसके उपरांत माय भारत के स्वयंसेवक इन सारे कार्यक्रमों में किए गए स्वयंसेवी गतिविधियों के बारे में अपने अनुभव भी साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विगत अक्टूबर माह में माननीय प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में माय भारत पोर्टल का शुभारंभ किया था जिसका उद्देश्य भारत के युवा शक्ति युवा ऊर्जा को एक ही प्लेटफार्म पर उनके व्यक्तित्व निर्माण तथा उनकी तथा ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण में समाहित करने के लिए किया गया है जिसके माध्यम से युवाओं को अनुभव से सीखे सेवा से सीखे जैसे दूरदर्शी एवं दीर्घकालीन परिणाम को दृष्टिगत रखते हुए प्रारंभ किया गया है ताकि 2047 विकसित भारत की परिकल्पना को साकार किया जा सके।

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दूसरी वक्ता वंदना यादव ने कविताओं का विश्लेषण करते हुए बताया कि यह कविताएँ हर उम्र के लोगो के लिए हैं और इनमें दूर दृष्टिता है। मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. संध्या वात्स्यायन जी ने पुस्तक पर सारगर्भित व्याख्यान देते हुए बताया कि फूलचंद जी की रचनाओं में प्रभु श्री राम के प्रति आस्था दिखाई देती है और उनकी कविताएं देश प्रेम, प्रकृति प्रेम और नैतिक मूल्यों को लेकर आगे चलती हैं। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ बाल साहित्यकार दिविक रमेश ने इन कविताओं को सर्वश्रेष्ठ कविताओं की श्रेणी में रखते हुए कहा कि आज बाल साहित्य को ऐसी रचनाओं की आवश्यकता है। और उम्मीद जताई कि आगे भी फूलचंद जी की रचनाएँ प्रकाशित की जायेंगी। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन साहित्य अध्येता आदित्य नाथ तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन साहित्य एवं कला अध्येता विशाल पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम का आयोजन साहित्य अकादमी, रवींद्र भवन, नई दिल्ली में किया गया।

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दूसरी वक्ता वंदना यादव ने कविताओं का विश्लेषण करते हुए बताया कि यह कविताएँ हर उम्र के लोगो के लिए हैं और इनमें दूर दृष्टिता है। मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. संध्या वात्स्यायन जी ने पुस्तक पर सारगर्भित व्याख्यान देते हुए बताया कि फूलचंद जी की रचनाओं में प्रभु श्री राम के प्रति आस्था दिखाई देती है और उनकी कविताएं देश प्रेम, प्रकृति प्रेम और नैतिक मूल्यों को लेकर आगे चलती हैं। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ बाल साहित्यकार दिविक रमेश ने इन कविताओं को सर्वश्रेष्ठ कविताओं की श्रेणी में रखते हुए कहा कि आज बाल साहित्य को ऐसी रचनाओं की आवश्यकता है। और उम्मीद जताई कि आगे भी फूलचंद जी की रचनाएँ प्रकाशित की जायेंगी। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन साहित्य अध्येता आदित्य नाथ तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन साहित्य एवं कला अध्येता विशाल पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम का आयोजन साहित्य अकादमी, रवींद्र भवन, नई दिल्ली में किया गया।

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फिल्म के प्रति दर्शकों के समर्थन पर पूरा भरोसा जताया। यह कहकर, "मुझे अपने दर्शकों पर पूरा भरोसा है," उनका संभवतः यह मतलब है कि उन्हें भरोसा है कि दर्शक फिल्म की सराहना और समर्थन करना जारी रखेंगे, और रिलीज के चौथे सप्ताह में भी इसकी सफलता में योगदान देंगे। फिल्म निर्माताओं का इस प्रकार का आशावाद अक्सर सकारात्मक स्वागत और फिल्म और उसके दर्शकों के बीच मजबूत संबंध का प्रतिबिंब होता है।

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फिल्म के प्रति दर्शकों के समर्थन पर पूरा भरोसा जताया। यह कहकर, "मुझे अपने दर्शकों पर पूरा भरोसा है," उनका संभवतः यह मतलब है कि उन्हें भरोसा है कि दर्शक फिल्म की सराहना और समर्थन करना जारी रखेंगे, और रिलीज के चौथे सप्ताह में भी इसकी सफलता में योगदान देंगे। फिल्म निर्माताओं का इस प्रकार का आशावाद अक्सर सकारात्मक स्वागत और फिल्म और उसके दर्शकों के बीच मजबूत संबंध का प्रतिबिंब होता है।

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इसके साथ ही, दिल्ली छावनी विधानसभा के सभी निवासियों के लिए सुविधा केंद्र की भी स्थापना की गई है, जहां घरेलू कार्यों इलेक्ट्रिकल, रिपेयर, बागवानी, प्लंबिंग और बढ़ईगीरी जैसी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस केंद्र का उद्देश्य समुदाय की दैनिक आवश्यकताओं को सुविधाजनक और सुलभ समाधान प्रदान करना है।
कार्यक्रम के प्रमुख समाज सेवी, डॉ. टीसी राव ने कहा, "आज का दिन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का दिन है। हमने शटल बस सेवाओं और सुविधा केंद्र का शुभारंभ किया है ताकि हमारे निवासियों का जीवन और भी सुगम हो सके।

इसके अलावा, हमने 24/7 एंबुलेंस सेवा भी शुरू की है ताकि समय पर चिकित्सकीय देखभाल सुनिश्चित हो सके, और अब तक तीन मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया है, जिनमें मुफ्त चेक-अप, चश्मे और दवाएं प्रदान की गई हैं। इसी महीने 60 से अधिक व्हीलचेयर भी जरूरतमंद व्यक्तियों को वितरित की गई हैं, जो हमारी समावेशी सामुदायिक सहायता का प्रमाण है।"

इस मौके पर उपस्थित

करोल बाग ज़िला अध्यक्ष सुनील कक्कड़ ने भी टी सी राव के कार्यों की सराहना की और "हमारी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की । आज का यह दिवाली मिलन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के विकास और कल्याण के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।" दिवाली मिलन कार्यक्रम दीपों के त्योहार की खुशी के साथ-साथ स्थानीय नेताओं, कार्यकर्ताओं और समुदाय के सदस्यों के बीच एकता का उत्सव भी रहा। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और उत्सवी रात्रिभोज के साथ हुआ, जिससे सभी उपस्थित लोगों के बीच आपसी सौहार्द का वातावरण बना।

 

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इसके साथ ही, दिल्ली छावनी विधानसभा के सभी निवासियों के लिए सुविधा केंद्र की भी स्थापना की गई है, जहां घरेलू कार्यों इलेक्ट्रिकल, रिपेयर, बागवानी, प्लंबिंग और बढ़ईगीरी जैसी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस केंद्र का उद्देश्य समुदाय की दैनिक आवश्यकताओं को सुविधाजनक और सुलभ समाधान प्रदान करना है।
कार्यक्रम के प्रमुख समाज सेवी, डॉ. टीसी राव ने कहा, "आज का दिन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का दिन है। हमने शटल बस सेवाओं और सुविधा केंद्र का शुभारंभ किया है ताकि हमारे निवासियों का जीवन और भी सुगम हो सके।

इसके अलावा, हमने 24/7 एंबुलेंस सेवा भी शुरू की है ताकि समय पर चिकित्सकीय देखभाल सुनिश्चित हो सके, और अब तक तीन मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया है, जिनमें मुफ्त चेक-अप, चश्मे और दवाएं प्रदान की गई हैं। इसी महीने 60 से अधिक व्हीलचेयर भी जरूरतमंद व्यक्तियों को वितरित की गई हैं, जो हमारी समावेशी सामुदायिक सहायता का प्रमाण है।"

इस मौके पर उपस्थित

करोल बाग ज़िला अध्यक्ष सुनील कक्कड़ ने भी टी सी राव के कार्यों की सराहना की और "हमारी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की । आज का यह दिवाली मिलन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के विकास और कल्याण के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।" दिवाली मिलन कार्यक्रम दीपों के त्योहार की खुशी के साथ-साथ स्थानीय नेताओं, कार्यकर्ताओं और समुदाय के सदस्यों के बीच एकता का उत्सव भी रहा। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और उत्सवी रात्रिभोज के साथ हुआ, जिससे सभी उपस्थित लोगों के बीच आपसी सौहार्द का वातावरण बना।

 

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राज और डीके ने कहा, "सिटाडेल: हनी बनी हमारे लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, क्योंकि इसने हमें जासूसों और जासूसी की एक बड़ी, अभूतपूर्व दुनिया का हिस्सा बनने का मौका दिया है, जिसे पहले कभी नहीं किया गया था या यहां तक कि प्रयास भी नहीं किया गया था। हमने अब तक अपनी सभी परियोजनाएं खुद बनाई हैं, लेकिन सिटाडेल: हनी बनी हमारा पहला सहयोग है। और रुसो ब्रदर्स जैसी क्रिएटिव जीनियस के साथ-साथ दुनिया भर के प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं और रचनाकारों की मेजबानी ने इसे आश्चर्यजनक रूप से एक मूल्यवान रचनात्मक अनुभव बना दिया है।"

वरुण धवन ने कहा, "बनी मेरे द्वारा निभाए गए अब तक के किसी भी किरदार से बिल्कुल अलग है। एक जासूस के रूप में, वह न केवल दोहरी जिंदगी जीता है, बल्कि उसकी शख्सियत के हर पहलू के दो अलग-अलग पहलू हैं, जो मेरे लिए एक अभिनेता के रूप में बेहद रोमांचक था। कहानी में जटिल रूप से बुने गए, उसके चित्रण के लिए मुझे उन अनुभवों और पात्रों के मिश्रण की आवश्यकता थी, जिन्हें मैंने वर्षों से निभाया है, साथ ही जबरदस्त स्टंट और ऐम्प-अप एक्शन दृश्यों के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होना पड़ा, जिससे यह मेरे अब तक के सबसे चुनौतीपूर्ण प्रदर्शनों में से एक बन गया। मैं प्राइम वीडियो, राज और डीके, और AGBO का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे बनी को जीवंत करने का अवसर दिया।”

समांथा ने कहा, “एक्शन से भरपूर एंटरटेनर का हिस्सा बनने का मौका, जिसमें मनोरंजक कहानी, गहरे किरदार, और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हैंड-टू-हैंड कॉम्बैट और स्टंट्स हैं, साथ ही जुड़ी हुई स्पाई कहानियों के इस संग्रह में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका, यही वजह थी जो मुझे इस प्रोजेक्ट की ओर खींच लाई। हनी को जीवंत करने के लिए जो चुनौतियाँ और मेहनत लगी, उन्होंने मुझ पर पेशेवर और व्यक्तिगत तौर पर गहरा असर छोड़ा है, जिससे ये मेरे करियर के सबसे महत्वपूर्ण किरदारों में से एक बन गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि दर्शक इस सीरीज़ का भरपूर आनंद लेंगे, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि उन कई देशों और क्षेत्रों में भी जहाँ इसे प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया जाएगा।”

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राज और डीके ने कहा, "सिटाडेल: हनी बनी हमारे लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, क्योंकि इसने हमें जासूसों और जासूसी की एक बड़ी, अभूतपूर्व दुनिया का हिस्सा बनने का मौका दिया है, जिसे पहले कभी नहीं किया गया था या यहां तक कि प्रयास भी नहीं किया गया था। हमने अब तक अपनी सभी परियोजनाएं खुद बनाई हैं, लेकिन सिटाडेल: हनी बनी हमारा पहला सहयोग है। और रुसो ब्रदर्स जैसी क्रिएटिव जीनियस के साथ-साथ दुनिया भर के प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं और रचनाकारों की मेजबानी ने इसे आश्चर्यजनक रूप से एक मूल्यवान रचनात्मक अनुभव बना दिया है।"

वरुण धवन ने कहा, "बनी मेरे द्वारा निभाए गए अब तक के किसी भी किरदार से बिल्कुल अलग है। एक जासूस के रूप में, वह न केवल दोहरी जिंदगी जीता है, बल्कि उसकी शख्सियत के हर पहलू के दो अलग-अलग पहलू हैं, जो मेरे लिए एक अभिनेता के रूप में बेहद रोमांचक था। कहानी में जटिल रूप से बुने गए, उसके चित्रण के लिए मुझे उन अनुभवों और पात्रों के मिश्रण की आवश्यकता थी, जिन्हें मैंने वर्षों से निभाया है, साथ ही जबरदस्त स्टंट और ऐम्प-अप एक्शन दृश्यों के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होना पड़ा, जिससे यह मेरे अब तक के सबसे चुनौतीपूर्ण प्रदर्शनों में से एक बन गया। मैं प्राइम वीडियो, राज और डीके, और AGBO का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे बनी को जीवंत करने का अवसर दिया।”

समांथा ने कहा, “एक्शन से भरपूर एंटरटेनर का हिस्सा बनने का मौका, जिसमें मनोरंजक कहानी, गहरे किरदार, और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हैंड-टू-हैंड कॉम्बैट और स्टंट्स हैं, साथ ही जुड़ी हुई स्पाई कहानियों के इस संग्रह में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका, यही वजह थी जो मुझे इस प्रोजेक्ट की ओर खींच लाई। हनी को जीवंत करने के लिए जो चुनौतियाँ और मेहनत लगी, उन्होंने मुझ पर पेशेवर और व्यक्तिगत तौर पर गहरा असर छोड़ा है, जिससे ये मेरे करियर के सबसे महत्वपूर्ण किरदारों में से एक बन गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि दर्शक इस सीरीज़ का भरपूर आनंद लेंगे, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि उन कई देशों और क्षेत्रों में भी जहाँ इसे प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया जाएगा।”

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इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में कॉलेज के पर्यावरण विज्ञान विभाग, स्वच्छता समिति, इको-क्लब और एनएसएस का अतुल्य सहयोग रहा । इस आयोजन में 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें संकाय सदस्य और छात्र शामिल थे। लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रोफेसर पंकज चौधरी और फैक्शन एआई स्मार्ट सिटी ऑपरेशंस इंडिया के प्रबंध निदेशक और स्काईबून ग्लोबल के सीईओ जतिन सिंधी इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें ।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद अतिथियों का सम्मान किया गया। प्रोफेसर रेणु अग्रवाल, प्रोफेसर नीलम गोयल, प्रोफेसर चंद्रकांता माथुर और प्रोफेसर अन्जू जैन ने इस अवसर को सुशोभित किया। इको-क्लब द्वारा तैयार किए गए प्लांटर्स, शॉल और रिसाइकल उपहारों से आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान किया गया। जतिन सिंधी ने स्थायी विकास की आवश्यकता पर बल दिया और वैश्विक चिंताओं का समाधान करने में अपनी कंपनी के योगदान को उजागर किया। उन्होंने स्थायी विकास सुनिश्चित करने में विशेषरूप से बायोफ्यूल और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका पर चर्चा की।

प्रोफेसर पंकज चौधरी ने लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के उद्देश्यों को प्रस्तुत किया और युवा महिला छात्राओं को सरल उपाय अपनाकर बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने समझाया कि उनके संगठन और उदगम इंक्यूबेशन सेंटर के बीच सहयोग कैसे छात्रों के लिए कचरा, नवाचार और स्थायित्व में अवसर प्रदान करेगा। कार्यक्रम को प्रतिभागियों द्वारा अच्छी प्रतिक्रिया मिली। डॉ. रवींद्र सिंह ने कार्यक्रम का मंच सञ्चालन किया, और डॉ. मनीष कुमार सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

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इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में कॉलेज के पर्यावरण विज्ञान विभाग, स्वच्छता समिति, इको-क्लब और एनएसएस का अतुल्य सहयोग रहा । इस आयोजन में 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें संकाय सदस्य और छात्र शामिल थे। लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रोफेसर पंकज चौधरी और फैक्शन एआई स्मार्ट सिटी ऑपरेशंस इंडिया के प्रबंध निदेशक और स्काईबून ग्लोबल के सीईओ जतिन सिंधी इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें ।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद अतिथियों का सम्मान किया गया। प्रोफेसर रेणु अग्रवाल, प्रोफेसर नीलम गोयल, प्रोफेसर चंद्रकांता माथुर और प्रोफेसर अन्जू जैन ने इस अवसर को सुशोभित किया। इको-क्लब द्वारा तैयार किए गए प्लांटर्स, शॉल और रिसाइकल उपहारों से आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान किया गया। जतिन सिंधी ने स्थायी विकास की आवश्यकता पर बल दिया और वैश्विक चिंताओं का समाधान करने में अपनी कंपनी के योगदान को उजागर किया। उन्होंने स्थायी विकास सुनिश्चित करने में विशेषरूप से बायोफ्यूल और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका पर चर्चा की।

प्रोफेसर पंकज चौधरी ने लेट्स डू इट इंडिया फाउंडेशन के उद्देश्यों को प्रस्तुत किया और युवा महिला छात्राओं को सरल उपाय अपनाकर बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने समझाया कि उनके संगठन और उदगम इंक्यूबेशन सेंटर के बीच सहयोग कैसे छात्रों के लिए कचरा, नवाचार और स्थायित्व में अवसर प्रदान करेगा। कार्यक्रम को प्रतिभागियों द्वारा अच्छी प्रतिक्रिया मिली। डॉ. रवींद्र सिंह ने कार्यक्रम का मंच सञ्चालन किया, और डॉ. मनीष कुमार सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

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जिमी आहूजा, के12 टेक्नो सर्विसेज में STEM के प्रमुख, अपने विचार बताते हुए बोले, “मेकाथलॉन 2024 में प्रस्तुत नवीन परियोजनाएं दिल्ली एनसीआर शहर संस्करण ने एसटीईएम शिक्षा और रचनात्मक सोच के शक्तिशाली मिश्रण पर प्रकाश डाला। मेकाथलॉन जैसे आयोजन छात्रों को व्यावहारिक समस्याओं का समाधान करते हुए एस टी ई एम STEM अवधारणाओं का पता लगाने का अवसर देते हैं, जिससे उन्हें कल के परिवर्तन-निर्माता बनने के लिए सशक्त बनाया जाता है। शिक्षकों के रूप में, युवा दिमागों को सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते देखना वास्तव में प्रेरणादायक है। मैं सभी प्रतिभागियों की उनके समर्पण और सरलता के लिए सराहना करता हूं, जो उस असीमित क्षमता को प्रदर्शित करता है जिसे STEM शिक्षा अनलॉक कर सकती है।"

प्रणय मदास, जोनल हेड, ऑर्किड द इंटरनेशनल स्कूल, ने जोड़ा, "STEM उत्सव के लिए हमारा लक्ष्य छात्रों को उनके तकनीकी कौशल विकसित करने, उनकी आलोचनात्मक सोच को तेज करने और प्रभावी ढंग से सहयोग करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। रोबोटिक्स और विज्ञान प्रतियोगिताओं में प्रदर्शित परियोजनाओं ने आज के युवा नवप्रवर्तकों की अविश्वसनीय प्रतिभा और दूरदर्शी सोच को दिखाया। , रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है।" K12 टेक्नो सर्विसेज द्वारा परिकल्पित मेकाथलॉन 2024, अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके जटिल चुनौतियों का समाधान करने और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देता है। दिल्ली एनसीआर शहर संस्करण सभी भाग लेने वाले छात्रों के लिए सहयोग, सीखने और नवाचार से भरी एक प्रेरणादायक यात्रा थी।

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जिमी आहूजा, के12 टेक्नो सर्विसेज में STEM के प्रमुख, अपने विचार बताते हुए बोले, “मेकाथलॉन 2024 में प्रस्तुत नवीन परियोजनाएं दिल्ली एनसीआर शहर संस्करण ने एसटीईएम शिक्षा और रचनात्मक सोच के शक्तिशाली मिश्रण पर प्रकाश डाला। मेकाथलॉन जैसे आयोजन छात्रों को व्यावहारिक समस्याओं का समाधान करते हुए एस टी ई एम STEM अवधारणाओं का पता लगाने का अवसर देते हैं, जिससे उन्हें कल के परिवर्तन-निर्माता बनने के लिए सशक्त बनाया जाता है। शिक्षकों के रूप में, युवा दिमागों को सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते देखना वास्तव में प्रेरणादायक है। मैं सभी प्रतिभागियों की उनके समर्पण और सरलता के लिए सराहना करता हूं, जो उस असीमित क्षमता को प्रदर्शित करता है जिसे STEM शिक्षा अनलॉक कर सकती है।"

प्रणय मदास, जोनल हेड, ऑर्किड द इंटरनेशनल स्कूल, ने जोड़ा, "STEM उत्सव के लिए हमारा लक्ष्य छात्रों को उनके तकनीकी कौशल विकसित करने, उनकी आलोचनात्मक सोच को तेज करने और प्रभावी ढंग से सहयोग करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। रोबोटिक्स और विज्ञान प्रतियोगिताओं में प्रदर्शित परियोजनाओं ने आज के युवा नवप्रवर्तकों की अविश्वसनीय प्रतिभा और दूरदर्शी सोच को दिखाया। , रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है।" K12 टेक्नो सर्विसेज द्वारा परिकल्पित मेकाथलॉन 2024, अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके जटिल चुनौतियों का समाधान करने और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देता है। दिल्ली एनसीआर शहर संस्करण सभी भाग लेने वाले छात्रों के लिए सहयोग, सीखने और नवाचार से भरी एक प्रेरणादायक यात्रा थी।

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