जमीनी स्तर पर प्रभाव
इस अभियान का उद्देश्य तस्करों पर लक्षित कार्रवाई करना और सप्लाइ चेन को बाधित करना था। ऑपरेशन के कारण नशे का कारोबार करने वालों में भय पैदा हुआ है, जिससे ड्रग्स की आपूर्ति में कमी आई है। बड़े तस्कर पुलिस कार्रवाई के डर से भूमिगत हो गए हैं और वाणिज्यिक मात्रा के ड्रग्स दिल्ली में लाने से बच रहे हैं।
वित्तीय जांच और अवैध ड्रग्स विनष्टिकरण
• अब तक कुल 25 ड्रग तस्करों को PITNDPS अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया है और 37 तस्करों के खिलाफ प्रस्ताव प्रक्रियाधीन है।
• 3.5 करोड़ रुपये की ड्रग तस्करों की संपत्ति जब्त की गई है और 3 करोड़ रुपये की संपत्ति की जांच अंतिम चरण में है।
• सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत पिछले दो वर्षों में माननीय उपराज्यपाल, दिल्ली जी की उपस्थिति 40,000 किलोग्राम से अधिक अवैध ड्रग्स को नष्ट किया गया है।
9वीं राज्य स्तरीय समिति (NCORD) की 26 नवंबर 2024 को आयोजित समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल, दिल्ली विनय कुमार सक्सेना के निर्देशानुसार दिल्ली को 2027 तक नशामुक्त बनाने के उद्देश्य से दिसंबर 2024 माह में एक व्यापक अभियान की शुरुआत की गई। निर्देशानुसार दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर अन्य विभागों ने दिसंबर 2024 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 03 वर्ष में "नशामुक्त दिल्ली" के लिए एक महीने का व्यापक अभियान आयोजित किया गया जिसमें 200 छात्रावास, 200 स्कूल, 50 कॉलेज, 200 दुकानें, 200 होटल/पब/बार/रेस्टोरेंट पर छापेमारी, ऑटो/टैक्सी चालकों की रैंडम चेकिंग और छात्रावास अधीक्षकों स्कूलों व कॉलेजों के प्रशासन की भागीदारी और जागरूकता कार्यक्रम प्रमुखत शामिल रहे| एक महीने का व्यापक अभियान के परिणाम उत्साहवर्धक हैं | इस दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा न केवल नशीले पदार्थों की जब्ती और तस्करों की गिरफ्तारी की गई बल्कि ANTF क्राइम ब्रांच ने तमाम जिला पुलिस और दिल्ली सरकार के विभागों से समन्वय स्थापित करके पूरी दिल्ली में हर गली- मोहल्ले, स्कूलों व कॉलेजों में आम जनता विशेषकर युवा वर्ग के बीच जाकर प्रेरणादायी संदेश प्रचारित एवम् प्रसारित किये हैं| इस अभियान के अंतर्गत:
• शिक्षा विभाग के सहयोग से 29 क्षेत्रों के स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
• छात्रों, शिक्षकों और समाजसेवी संस्थाओं को इस अभियान से जोड़ा गया।
• "नशामुक्त दिल्ली" अभियान के तहत किए गए कार्यों को "Booklet - Pilot Project" में संकलित कर कल मंच से माननीय उपराज्यपाल, दिल्ली श्री विनय कुमार सक्सेना जी, श्रीमती बाँसुरी स्वराज, माननीय सांसद, नई दिल्ली और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।
चित्रकला प्रतियोगिता और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
दिसंबर 2024 में दिल्ली पुलिस द्वारा "ड्रग-फ्री दिल्ली" विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों प्रतिभागियों ने भाग लिया। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक निर्णायक मंडल ने 08-विजेताओं का चयन किया, जिन्हें कल उपराज्यपाल, दिल्ली विनय कुमार सक्सेना द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही, सड़क सुरक्षा विषय पर लाइव पेंटिंग बनाने वाले 09 बच्चों को भी इसी मंच से पुरस्कृत किया गया। पेंटिंग प्रतियोगिता के दौरान बच्चों के द्वारा नशामुक्ति और ट्रैफिक नियमों संबंधित के संबंध में बनाई गई पेंटिंग की प्रदर्शनी दिल को छु लेने वाली हैं जो हमे प्रेरणा देती हैं कि नशामुक्ति की लड़ाई एक व्यक्ति की नहीं अपितु सामूहिक है और सड़क कानून हमारे सुरक्षित जीवन के लिए कितने महत्तवपूर्ण हैं |
इन चित्रों को देखकर स्पष्ट होता है कि भारत का भविष्य नशे के खतरों और ट्रैफिक नियमों के प्रति न केवल जागरूक है, बल्कि नशे को पूरी तरह समाप्त करने का संकल्प भी ले चुका है। 04- ट्रैफिक प्रहरियों को भी उपराज्यपाल, दिल्ली द्वारा सम्मानित किया गया | राहुल खन्ना कृत ट्रैफिक नियमों संबंधित नाटक का मंचन, दिल्ली पुलिस बैंड के सदस्यों, गायक श्री मोहित चौहान & गायक अशोक मस्ती द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति शानदार रही है | जिन्हे भी प्रस्तुति के लिए मंच से उपराज्यपाल, दिल्ली द्वारा सम्मानित किया गया | दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस के शुभ अवसर कल का यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि नशामुक्त, अपराध-मुक्त एक सुरक्षित दिल्ली की दिशा में आगे बढ़ने का एक संकल्प है| नारकोटिक्स कंट्रोल ब्युरो के स्वॉन दल, दिल्ली पुलिस जनसंचार वाहनों द्वारा ट्रैफिक नियमों और नाशमुक्ति के विषय वीडियो संदेश आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे | Alcoholic Anonymous के प्रतिनिधियों ने भी अपनी स्टॉल लगाकर जनता को नशा से दूर रहने के विषय में संदेश दिया |
उपराज्यपाल दिल्ली का संदेश
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपराज्यपाल, दिल्ली विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली को सुरक्षित बनाने के दिल्ली पुलिस के प्रयासों की सराहना की | उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और नशामुक्त दिल्ली की दिशा में सामूहिक संकल्प है। दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर नागरिकों को भी इस अभियान में भाग लेना चाहिए, ताकि आने वाले तीन वर्षों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के "नशा मुक्त और सुरक्षित भारत" के सपने को साकार किया जा सके।
दिल्ली पुलिस के संकल्प का संदेश
दिल्ली पुलिस द्वारा आयोजित इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आम जनता, विशेषकर युवाओं को नशे के उपयोग और इसके नुकसान, सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करना और उन्हें नशे से दूर रहने, ट्रैफिक नियमों का पालन करने और एक आदर्श जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। हम युवाओं से, जो विशेष रूप से मादक पदार्थों के उपयोग के प्रति संवेदनशील हैं, मादक पदार्थों के बारे में सच्चाई का सामना करने का आह्वान करते हैं। जो लोग अवैध मादक पदार्थों लेते हैं उन्हें या तो गलत जानकारी होती है या फिर वे इससे जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में अपर्याप्त रूप से जागरूक होते हैं। नशा प्रतिदिन हमारे समाज की एक समस्या बनती जा रही है, जिस पर काबू पाना बेहद आवश्यक है ।
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दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस पर नशामुक्ति, सड़क सुरक्षा और अपराध नियंत्रण की दिशा में संकल्प
जमीनी स्तर पर प्रभाव
इस अभियान का उद्देश्य तस्करों पर लक्षित कार्रवाई करना और सप्लाइ चेन को बाधित करना था। ऑपरेशन के कारण नशे का कारोबार करने वालों में भय पैदा हुआ है, जिससे ड्रग्स की आपूर्ति में कमी आई है। बड़े तस्कर पुलिस कार्रवाई के डर से भूमिगत हो गए हैं और वाणिज्यिक मात्रा के ड्रग्स दिल्ली में लाने से बच रहे हैं।
वित्तीय जांच और अवैध ड्रग्स विनष्टिकरण
• अब तक कुल 25 ड्रग तस्करों को PITNDPS अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया है और 37 तस्करों के खिलाफ प्रस्ताव प्रक्रियाधीन है।
• 3.5 करोड़ रुपये की ड्रग तस्करों की संपत्ति जब्त की गई है और 3 करोड़ रुपये की संपत्ति की जांच अंतिम चरण में है।
• सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत पिछले दो वर्षों में माननीय उपराज्यपाल, दिल्ली जी की उपस्थिति 40,000 किलोग्राम से अधिक अवैध ड्रग्स को नष्ट किया गया है।
9वीं राज्य स्तरीय समिति (NCORD) की 26 नवंबर 2024 को आयोजित समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल, दिल्ली विनय कुमार सक्सेना के निर्देशानुसार दिल्ली को 2027 तक नशामुक्त बनाने के उद्देश्य से दिसंबर 2024 माह में एक व्यापक अभियान की शुरुआत की गई। निर्देशानुसार दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर अन्य विभागों ने दिसंबर 2024 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 03 वर्ष में "नशामुक्त दिल्ली" के लिए एक महीने का व्यापक अभियान आयोजित किया गया जिसमें 200 छात्रावास, 200 स्कूल, 50 कॉलेज, 200 दुकानें, 200 होटल/पब/बार/रेस्टोरेंट पर छापेमारी, ऑटो/टैक्सी चालकों की रैंडम चेकिंग और छात्रावास अधीक्षकों स्कूलों व कॉलेजों के प्रशासन की भागीदारी और जागरूकता कार्यक्रम प्रमुखत शामिल रहे| एक महीने का व्यापक अभियान के परिणाम उत्साहवर्धक हैं | इस दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा न केवल नशीले पदार्थों की जब्ती और तस्करों की गिरफ्तारी की गई बल्कि ANTF क्राइम ब्रांच ने तमाम जिला पुलिस और दिल्ली सरकार के विभागों से समन्वय स्थापित करके पूरी दिल्ली में हर गली- मोहल्ले, स्कूलों व कॉलेजों में आम जनता विशेषकर युवा वर्ग के बीच जाकर प्रेरणादायी संदेश प्रचारित एवम् प्रसारित किये हैं| इस अभियान के अंतर्गत:
• शिक्षा विभाग के सहयोग से 29 क्षेत्रों के स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
• छात्रों, शिक्षकों और समाजसेवी संस्थाओं को इस अभियान से जोड़ा गया।
• "नशामुक्त दिल्ली" अभियान के तहत किए गए कार्यों को "Booklet - Pilot Project" में संकलित कर कल मंच से माननीय उपराज्यपाल, दिल्ली श्री विनय कुमार सक्सेना जी, श्रीमती बाँसुरी स्वराज, माननीय सांसद, नई दिल्ली और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।
चित्रकला प्रतियोगिता और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
दिसंबर 2024 में दिल्ली पुलिस द्वारा "ड्रग-फ्री दिल्ली" विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों प्रतिभागियों ने भाग लिया। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक निर्णायक मंडल ने 08-विजेताओं का चयन किया, जिन्हें कल उपराज्यपाल, दिल्ली विनय कुमार सक्सेना द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही, सड़क सुरक्षा विषय पर लाइव पेंटिंग बनाने वाले 09 बच्चों को भी इसी मंच से पुरस्कृत किया गया। पेंटिंग प्रतियोगिता के दौरान बच्चों के द्वारा नशामुक्ति और ट्रैफिक नियमों संबंधित के संबंध में बनाई गई पेंटिंग की प्रदर्शनी दिल को छु लेने वाली हैं जो हमे प्रेरणा देती हैं कि नशामुक्ति की लड़ाई एक व्यक्ति की नहीं अपितु सामूहिक है और सड़क कानून हमारे सुरक्षित जीवन के लिए कितने महत्तवपूर्ण हैं |
इन चित्रों को देखकर स्पष्ट होता है कि भारत का भविष्य नशे के खतरों और ट्रैफिक नियमों के प्रति न केवल जागरूक है, बल्कि नशे को पूरी तरह समाप्त करने का संकल्प भी ले चुका है। 04- ट्रैफिक प्रहरियों को भी उपराज्यपाल, दिल्ली द्वारा सम्मानित किया गया | राहुल खन्ना कृत ट्रैफिक नियमों संबंधित नाटक का मंचन, दिल्ली पुलिस बैंड के सदस्यों, गायक श्री मोहित चौहान & गायक अशोक मस्ती द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति शानदार रही है | जिन्हे भी प्रस्तुति के लिए मंच से उपराज्यपाल, दिल्ली द्वारा सम्मानित किया गया | दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस के शुभ अवसर कल का यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि नशामुक्त, अपराध-मुक्त एक सुरक्षित दिल्ली की दिशा में आगे बढ़ने का एक संकल्प है| नारकोटिक्स कंट्रोल ब्युरो के स्वॉन दल, दिल्ली पुलिस जनसंचार वाहनों द्वारा ट्रैफिक नियमों और नाशमुक्ति के विषय वीडियो संदेश आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे | Alcoholic Anonymous के प्रतिनिधियों ने भी अपनी स्टॉल लगाकर जनता को नशा से दूर रहने के विषय में संदेश दिया |
उपराज्यपाल दिल्ली का संदेश
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपराज्यपाल, दिल्ली विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली को सुरक्षित बनाने के दिल्ली पुलिस के प्रयासों की सराहना की | उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और नशामुक्त दिल्ली की दिशा में सामूहिक संकल्प है। दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर नागरिकों को भी इस अभियान में भाग लेना चाहिए, ताकि आने वाले तीन वर्षों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के "नशा मुक्त और सुरक्षित भारत" के सपने को साकार किया जा सके।
दिल्ली पुलिस के संकल्प का संदेश
दिल्ली पुलिस द्वारा आयोजित इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आम जनता, विशेषकर युवाओं को नशे के उपयोग और इसके नुकसान, सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करना और उन्हें नशे से दूर रहने, ट्रैफिक नियमों का पालन करने और एक आदर्श जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। हम युवाओं से, जो विशेष रूप से मादक पदार्थों के उपयोग के प्रति संवेदनशील हैं, मादक पदार्थों के बारे में सच्चाई का सामना करने का आह्वान करते हैं। जो लोग अवैध मादक पदार्थों लेते हैं उन्हें या तो गलत जानकारी होती है या फिर वे इससे जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में अपर्याप्त रूप से जागरूक होते हैं। नशा प्रतिदिन हमारे समाज की एक समस्या बनती जा रही है, जिस पर काबू पाना बेहद आवश्यक है ।
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