टेलीकॉम सेक्टर में घट सकती हैं 30 हजार नौकरियां

By: Dilip Kumar
11/13/2017 2:36:22 AM
नई दिल्ली

टेलीकॉम सैक्टर में छंटनी की आशंका के बीच प्लेसमैंट फर्मों का कहना है कि एक वर्ष में स्थिति और खराब हो सकती है। रिलायंस कम्युनिकेशन्स (आरकॉम) ने अपने वायरलैस बिजनैस के बड़े हिस्से को बंद करने की घोषणा की है। टाटा ग्रुप अपना मोबाइल बिजनैस भारती एयरटैल को बेच रहा है। टैलीकॉम सैक्टर में बड़े बदलावों और कंसॉलिडेशन के कारण अगले एक साल में लगभग 30,000 नौकरियां घट सकती हैं।

रिक्रूटमैंट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर और नैटवर्क  इंजीनियरिंग, सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन, टैलीकॉम इंजीनियरिंग, ह्यूमन रिसोर्स और फाइनांस, कॉल सैंटर व सपॉर्ट फंक्शन्स से जुड़े प्रोफाइल्स के लिए मुश्किल होगी। टीमलीज सॢवसेज की को-फाऊंडर आर. चक्रवर्ती ने कहा कि अभी टैलीकॉम सैक्टर पर लगभग 8 लाख करोड़ रुपए का भारी कर्ज है। 

रिलायंस जियो के बेहद सस्ते टैरिफ  ऑफर्स के कारण इस सैक्टर में बिजनैस पर काफी दबाव है। कॉर्न फेरी इंडिया के प्रिंसीपल-ग्लोबल टैक्नोलॉजी गौरव बर्मन ने बताया कि कुछ महीनों में इन्फ्रास्ट्रक्चर और नैटवर्क  सॢवसेज में नौकरियों में बड़ी कटौती होगी क्योंकि टैलीकॉम ऑप्रेटर्स ये काम ऐसी कम्पनियों को आऊटसोर्स करने पर विचार कर रहे हैं जो सॉफ्टवेयर से चलने वाले नैटवर्क मैनेजमैंट ऑप्शंस उपलब्ध करवाती हैं।

डाटा एंट्री, टैलीकॉलिंग, ग्राऊंड-फ्लीट सेल्स जैसे सैगमैंट में बड़ी संख्या में नौकरियां जाएंगी। चक्रवर्ती ने बताया कि लगभग 1.5 लाख लोगों को रोजगार देने वाले सपोर्ट फंक्शन्स में बड़े स्तर पर छंटनी होगी। मैनपावर ग्रुप सॢवसेज के ग्रुप मैनेजिंग डायरैक्टर ए.जी. राव ने कहा कि टैक्निकल जॉब्स और टैलीकॉम इंजीनियरिंग से जुड़े सैगमैंट में काफी छंटनी होगी।

इस तरह की जॉब्स में आमतौर पर शुरूआती मासिक सैलेरी 40,000 रुपए की होती है और वरिष्ठता के आधार पर कुछ लाख रुपए तक जाती है।


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