'राजगीर में दुनिया की सबसे प्राचीन धरोहर है'

By: Dilip Kumar
1/11/2018 6:06:38 PM
नई दिल्ली

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज अपनी एकदिवसीय यात्रा पर बिहार पहुंचे. गया एयरपोर्ट पर राज्यपाल सतपाल मलिक और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया. गया के बाद राजगीर पहुंचे राष्ट्रपति ने अंतर्राष्ट्रीय धम्मा सम्मेलन का उद्घाटन किया. साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नालंदा विश्वविद्यालय के धर्मा-धम्मा कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.

राष्ट्रपति ने बिहारशरीफ के राजगीर स्थित अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में अंतरराष्ट्रीय धम्म महासम्मेलन का उद्घाटन किया. इसमें राष्ट्रपति सहित 11 बौद्ध देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. इससे पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने आयोजनकर्ताओं को धन्यवाद दिया. सीएम नीतीश ने कहा, राजगीर में दुनिया की सबसे प्राचीन धरोहर है.

गौर हो कि तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन का उद्देश्य धार्मिक परंपरा को जागृत करना है, क्योंकि धम्मा शांति का एक प्रमुख स्रोत है. पूरी दुनिया में जहां शांति का मार्ग तलाशने की व्याकुलता छायी है उस परिपेक्ष्य में यह सम्मेलन वैश्विक शांति के मार्ग में एक बड़ा कार्य कहा जा सकता है. इस मौके पर जहां विश्वविद्यालय के छात्र अपने शोध-पत्र शामिल करेंगे वहीं धर्म और धम्म की भी सही व्याख्या को तार्किक तरीके से प्रस्तुत किया जायेगा.

इस मौके पर मुख्य सचिव अंजनी सिंह, बिहार के पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, प्रमंडलीय आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव, पुलिस उप महानिरीक्षक विनय कुमार, जिलाधिकारी अभिषेक सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक एवं सेना के जवानों ने पुष्प एवं पुष्पगुच्छ देकर महामहिम का अभिनंदन किया. इसके बाद राष्ट्रपति, बिहार के मुख्यमंत्री और राज्यपाल के साथ वायुसेना के हेलीकॉप्टर से राजगीर के लिए रवाना हो गये.


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