गुरुग्राम : कैरियर प्लस इंस्टिट्यूट आॅफ स्टैनोग्राफी का उद्घाटन

By: Dilip Kumar
10/15/2018 5:30:32 PM
नई दिल्ली

प्रधानमंत्री के स्क्लि इंडिया डैवलपमेंट के नक्शेकदम पर चल रहे कैरियर प्लस इंस्टिट्यूट आॅफ स्टैनोग्राफी ने नया इंस्टिट्यूट एचडीएफसी बैंक एवं द्रोणाचार्य काॅलेज, न्यू रेलवे रोड पर शुरू किया है। जिसका उद्घाटन स्टारैक्स यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर एवं राजकीय कन्या महाविद्यालय सेक्टर-14 गुरुग्राम के पूर्व प्राधानाचार्य डाॅ. अशोक दिवाकर ने किया।

डाॅ. अशोक दिवाकर ने कैरियर प्लस इंस्टिट्यूट आॅफ स्टैनोग्राफी की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक ऐसी संस्था है जहां पर विद्यार्थी न केवल उत्तम स्तर की स्टैनोग्राफी एवं टाईपिंग की शिक्षा ग्रहण कर रहे है, बल्कि अपने उज्जवल भविष्य की नींव को मजबूत करके अपना भविष्य सुधार रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत कम इंस्टिट्यूट होते हैं जिनका उद्देश्य केवल मुनाफा कमाना नहीं होता, वह बच्चों के भविष्य, उनकी सुरक्षा, सकारात्मक सोच एवं वातावरण तथा उच्च स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कृतसंल्प होते हैं। इसी उददेश्य से कैरियर प्लस इंस्टिट्यूट आॅफ स्टैनोग्राफी युवा को शिक्षित कर रहा है।

ऐसे संस्थान अपने विद्यार्थियों को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान आवश्यकता को देखते हुए स्टैनोग्राफी का अपना अलग ही महत्व है। यह जरूरी नहीं है कि केवल स्टैनोग्राफर बनने के लिए ही स्टैनोग्राफी अथवा टाईपिंग ज्ञान लिया जाए, यह वह शिक्षा है जो कि हमें किसी भी क्षेत्र में किसी भी पद पर कार्यरत होने पर भी मद्दगार साबित हो सकती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिवेश की यह मांग है कि हमें स्वयं को स्कूली एवं काॅलेज शिक्षा के साथ-साथ कौशल शिक्षा (स्किल एजुकेशन) में निपुण होना आवश्यक है।

कैरियर प्लस इंस्टियूट आॅफ स्टैनोग्राफी के निदेशक सुनील कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डाॅ. अशोक दिवाकर, उपस्थित छात्रों एवं अन्य गणमान्य लोगों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि वर्ष 2015 में आरंभ किए गए कैरियर प्लस इंस्टिट्यूट आॅफ स्टैनोग्राफी ने तीन वर्षो में काफी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि इतने कम समय में ही संस्थान के अध्यापकों एवं छात्रों के रूझान की बदौलत काफी ऐसे बच्चे रहे हैं जिन्होंने सरकारी विभागों अथवा निजी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर अपने माता-पिता एवं इंस्टिट्यूट का नाम रोशन किया है।

संस्थान के सह-निदेशक राहुल मेहर एवं मुख्य संचालक हरमेन्द्र मेहर ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोगी टीम व विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निरंतर अभ्यास ही स्टैनाग्राफी की सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि स्टैनोग्राफी ही एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप रूचि लेकर अध्ययन करते हैं तो कम समय में सरकारी क्षेत्र में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि ज्यादातर विभागों में स्टैनोग्राफर की प्रतियोगिता परीक्षाएं अन्य पदों के लिए ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं की तुलना में काफी आसान होती है। इसलिए हम अगर रणनीति बनाकर अच्छे ढंग से तैयारी कर लें तो सरकारी क्षेत्र में पद प्राप्त करने का अपना सपना साकार कर सकते हैं।


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