देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस का विरोध, प्रदर्शन

By: Dilip Kumar
10/4/2019 8:37:33 PM
नई दिल्ली

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तेजस जैसे ही आयी रेलकर्मचारियों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। निजीकरण के विरोध में रेलकर्मी पोस्टर-बैनर लेकर नारेबाजी करने लगे। देश की पहली प्राइवेट यात्री ट्रेन तेजस एक्सप्रेस का विरोध तेज हो गया है।  गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर भी रेलवे के कर्मचारियों जोरदार प्रदर्शन किया। निजीकरण के विरोध में उत्तरी रेलवे मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को लखनऊ से दिल्ली जा रही तेजस को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर आठ मिनट तक रोके रखा। यूनियन के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन के आगे ट्रैक पर खड़े जमकर नारेबाजी।

जीआरपी व आरपीएफ ने प्रदर्शनकारियों को ट्रैक से हटाकर समय पर ट्रेन को रवाना किया। हालांकि यूनियन के कार्यकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने ट्रेन को नौ मिनट तक रोके रखा। उत्तरी रेलवे मजदूर यूनियन के कार्यकर्ता रेलवे में निजीकरण का विरोध कर रहे हैं।

यूनियन के पदाधिकारियों ने पहले ही ट्रेन के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। इसी के चलते सुबह से स्टेशन पर बड़ी संख्या में जीआरपी व आरपीएफ के जवान तैनात थे। यूनियन के कार्यकर्ता दोपहर 12 बजे से स्टेशन पर एकत्रित होने शुरू हो गए।
यूनियन के मंडल अध्यक्ष आलोक प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्लेटफार्म नंबर तीन पर पैदल मार्च निकालकर रेलवे में निजीकरण के विरोध में जमकर नारेबाजी की। दोपहर 3:21 मिनट पर तेजस ट्रेन प्लेटफार्म नंबर तीन पर पहुंची। सिंग्नल नहीं होने के कारण ट्रेन रुकी हुई थी। इस दौरान यूनियन के कार्यकर्ता ट्रेन के आगे प्रदर्शन कर रहे थे।

सिंग्नल होते जीआरपी और आरपीएफ ने सभी कार्यकर्ताओं को जबरन ट्रैक से हटा दिया। ट्रेन 3:23 बजे गाजियाबाद से दिल्ली को रवाना हो गई। यूनियन के प्रेस सेक्रेटरी जितेंद्र दूबे ने बताया कि वह ट्रेन के निजीकरण का विरोध जारी रखेंगे। उन्होंने स्टेशन पर नौ मिनट तक ट्रेन रोकी है। डिप्टी स्टेशन अधीक्षक पंकज मित्तल ने बताया कि ट्रेन के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया है। कर्मचारी ट्रेन के आगे खड़े हो गए थे। मगर आरपीएफ ने सभी को ट्रैक से हटा दिया। ट्रेन अपने समय पर 3:23 बजे चली गई।


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