सिरसा के पक्ष मे अमित शाह ने वोट की अपील की, लेकिन सिखों के हक़ की बात नहीं बोली
By: Dilip Kumar
1/27/2025 6:01:30 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने मंज़िन्दर सिंह सिरसा के पक्ष में वोट के लिए प्रचार किया लेकिन सिरसा ग्रह मंत्री से सिखों के गंभीर मुद्दों पर उनसे एक भी बात नहीं कहलवा पाए।हवाई अड्डे पर काम कर रहे सिख, सिख विद्यार्थियोंओ को क्कार डाल के परीक्षा में बैठने से रोकना व तंग करना, किसानों की मांगो को अनदेखा करना, सिखों के इतिहासिक गुरदुआरो को पुन स्थापित करना, छोटे साहिबजादों के शहीदी दिवस को बाल दिवस कहना कई और भी गंभीर मुद्दे हैं, लेकिन मंजिंदर सिरसा द्वारा एक भी मुदा उनके समक्ष ना उठाना उनके सिख होने पर प्रश्न उठा रहा है.
सिख कौम का एक महत्वपूर्ण मुद्दा देश की अलग अलग जेलों में बंद बंदी सिंघो की रिहाई है जिसके लिए शिरोमणि गुरुद्वारा कमेटी और शिरोमणि अकाली दल द्वारा सरकार को सभी बंदी सिंघो को रिहा करने के लिए पिछले लंबे समय से लिखा है, पर सरकार द्वारा इस मुद्दे को अनदेखा करना सिखों के साथ घोर अन्याय है. उन्होंने कहा कि इस सब के बावजूद, गंभीर दोषों के आरोपियों को बार -बार पैरोल दी जाती है और ऐसे लोगों को जेलों से बाहर निकाला जा रहा है. शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई कि युथ विंग के मुखी रमनदीप सिंह सोनू ने कहा कि एक ही देश में दो कानून कैसे हो सकते हैं, इसलिए सरकार को बंदी सिंघो की रिहाई के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और उन्हें तुरंत स्वतंत्र रूप से रहने की स्वतंत्रता दी जानी चाहिए।