गुरुद्वारा प्रबंध में बढ़ते सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ हुई अरदास

By: Dilip Kumar
6/30/2025 9:41:38 AM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में बढ़ते सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ आज शिरोमणी अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में अरदास की। अकाली दल दफ्तर से सैकड़ों की संख्या में आईं संगतों ने दरबार हाल में गुरू चरणों में माथा टेकने के बाद निशान साहिब के आगे बरामदें में पंथ की चड़दीकला के लिए अरदास की। गुरुद्वारा बंगला साहिब में अरदास की पिछले हफ्ते शुरू हुई इस श्रृंखला के तहत अब प्रत्येक रविवार को किसी गुरुद्वारा साहिब में अरदास करने का कार्यक्रम शिरोमणी अकाली दल नेतृत्व के द्वारा पिछले हफ्ते दिया गया था। दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस मौके संगतों को संबोधित करते हुए कहा कि गूंगी-बहरी सरकार सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बाज नहीं आ रही। पहले हमारे दो निर्वाचित दिल्ली कमेटी सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गई। उसके बाद आम चुनावों की जगह कानूनी प्रक्रिया का मज़ाक़ बनाते हुए आंतरिक चुनाव करवाएं गए।

सरकार की कार्य प्रणाली ने गुरुद्वारा के स्वतंत्र प्रबंध में अड़चनें खड़ी कर दी है। मौजूदा काबिज पक्ष सरकार को किसी मसले पर बोलने की ताकत तथा इच्छा शक्ति गंवा चुका है। यहीं कारण है कि सिख मसलों के हल की बात तो दूर सरकार की आंख में आंख डालकर बात करने की बातें अब हवा हो गई है। क्योंकि जब सारे दुनियावी रास्ते बंद हो जाए, तो सिख के पास केवल 'अरदास' का विकल्प बचता है। इसलिए हमने गुरू चरणों में विनती की है कि सिख कौम को स्वतंत्र तथा स्वायत्त प्रबंध बख्शें। जीके ने महाराजा रणजीत सिंह की आज बरसी होने का हवाला देते हुए सिख राज के दौरान सभी धर्मों को पूर्ण अधिकार तथा आज़ादी प्राप्त होने का हवाला दिया।

इस मौके दिल्ली कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह राणा ने सरकार के आगे दिल्ली कमेटी प्रबंधकों की समर्पणकारी नीतियों की निंदा की। अकाली नेता डॉ परमिंदर पाल सिंह ने अरदास करने की जरूरत तथा मौजूदा पंथक हालातों की समीक्षा की। इस मौके प्रमुख नेताओं में बीबी मनदीप कौर बख्शी, कई दिल्ली कमेटी सदस्य तथा बड़ी संख्या में अकाली दल के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद थे।


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